लाडवा 9 नवंबर कृषि एवं किसान कल्याण विभाग, पशुपालन एवं डेयरी विभाग मंत्री श्याम सिंह राणा ने कहा कि गौमाता सम्पूर्ण विश्व की माता है, गाय से मिलने वाला हर पदार्थ हमारे लिए उपयोगी है। गाय को धरती माता के प्रतीक के रूप में देखा जाता है और इसे देवी के रूप में पूजा जाता है। गायों को भोजन और आय के स्रोत के रूप में भी देखा जाता है और उनके प्रति मानवीय व्यवहार अपेक्षित है।
कृषि एवं किसान कल्याण विभाग, पशुपालन एवं डेयरी विभाग मंत्री श्याम सिंह राणा शनिवार को अखंड हनुमान गौशाला में आयोजित गौपाष्टïमी महोत्सव में बतौर मुख्यातिथि बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि प्राचीन काल से हमारी संस्कृति में चूल्हे चौके को गाय के गोबर से लीपकर शुद्ध किया जाता था और उसके बाद खाना बनाने की परंपरा थी। गाय के बछड़े खेती में काम आते थे। देश की अर्थव्यवस्था गाय से जुड़ी हुई थी। आज इसी पुरानी परंपरा को शुरू करने से ही देश का भला होगा। उन्होंने कहा कि गाय के दूध में जहर नहीं आता, गाय एक सामान्य पशु नहीं है। यदि कोई गाय को जहर भी दे दे तो यह जहर गाय के दूध में नहीं जाता। जबकि अन्य पशुओं में ऐसा नही होता इसलिए गाय को देवता कहा गया है। प्रदेश सरकार गौशालाओं को प्रोत्साहन दे रही है तथा प्रदेश में गौ सेवा आयोग का गठन भी किया हुआ है। पहले की सरकारें गौवंश के कार्यों पर कोई ध्यान नहीं देती थी, लेकिन जब से भाजपा की प्रदेश में सरकार आई है तब से लगातार इस पर कार्य चल रहा है। इस मौके पर मंत्री ने 5 लााख रुपए देने की घोषणा की।
इस अवसर पर पशुधन विकास बोर्ड के चेयरमैन धर्मवीर मिर्जापुर ने गौपाष्टïमी पर्व की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि प्रदेश सरकार विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत गौशालाओं को प्रोत्साहन दे रही है तथा समय-समय पर पशुओं के लिए चिकित्सा कैम्प भी लगाए जा रहे है। इस मौके पर विशिष्ट अतिथि के रूप में एडवोकेट पंकज गुप्ता ने शिरकत की। कार्यक्रम में स्वामी सत्यानंद जी महाराज ने अखंड हनुमान गौशाला में हो रहे कार्यों की विस्तार से जानकारी दी। इस अवसर पर कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।