देशभर के अनेक प्रमुख संत-महात्मा गीता जयंती समारोह में लेंगे भाग : गीता मनीषी
समारोह की तैयारी को लेकर गीता मनीषी ने श्री कृष्ण कृपा परिवार व जीओ गीता के सदस्यों की ली बैठक
कुरुक्षेत्र, 7 नवंबर
गीता ज्ञान संस्थानम में 4 से 8 दिसंबर तक गीता जयंती महोत्सव श्रद्धा और उल्लास के साथ मनाया जाएगा। इस महोत्सव में वृंदावन, अयोध्या, हरिद्वार तथा हरियाणा सहित देश के अनेक प्रदेशों से प्रमुख संत-महात्मा शामिल होंगे। इस महोत्सव की तैयारियों को लेकर गत देर रात्रि गीता ज्ञान संस्थानम में गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज के सानिध्य में श्री कृष्ण कृपा परिवार तथा जीओ गीता के सदस्यों की बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में भारी संख्या में महिला और पुरुष श्रद्धालुओं ने भाग लिया।
बैठक को संबोधित करते हुए गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज जी ने बताया कि इस बार गीता जयंती 11 दिसंबर की है। उससे पहले गीता ज्ञान संस्थानम में श्री कृष्ण कृपा परिवार व जीओ गीता की ओर से गीता जयंती कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा।
इस कार्यक्रम में गीता जी पर चर्चा होगी, जिसमें अनेक प्रमुख संत-महात्मा भाग लेंगे।
महाराज जी ने बताया कि 4 दिसंबर को वृंदावन धाम से लगभग दो दर्जन से अधिक प्रमुख संत-महात्मा इस कार्यक्रम में शामिल होंगे। सायं 3 से 6:00 बजे तक संत महात्माओं के प्रवचन होंगे। 5 दिसंबर को हरिद्वार के प्रमुख संत-महात्मा कार्यक्रम में भाग लेने के लिए आएंगे। इसी प्रकार 6 दिसंबर को अयोध्या के संत-महात्मा तथा अगले दिन 7 दिसंबर को हरियाणा के प्रमुख संत-महात्मा गीता जयंती कार्यक्रम में पहुंचेंगे।
स्वामी जी ने बताया कि इस कार्यक्रम को भव्य बनाने के लिए कार्यकर्ताओं की ड्यूटियां लगा दी गई है। कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड की ओर से आयोजित अंतर्राष्ट्रीय गीता जयंती महोत्सव में 9 दिसंबर को संत सम्मेलन आयोजित किया जाएगा। इस संत सम्मेलन में भी देश भर के अनेक प्रमुख संत- महात्मा भाग लेंगे। उन्होंने श्री कृष्ण कृपा परिवार के सदस्यों से अपील की कि वह गीता जयंती 11 दिसंबर के दिन 1 मिनट एक समय सामूहिक गीता पाठ के लिए नगर गली- मोहल्ले में जाकर जनता को प्रेरित करें ताकि इस कार्यक्रम में जन-जन की भागीदारी हो। स्वामी जी ने यह भी जानकारी दी गीता ज्ञान संस्थानम में बनाए गए श्री कृष्ण कृपा अमृत कुंड में देश के चारों दिशाओं के प्रमुख तीर्थों व प्रमुख नदियों का जल लाकर डाला जाएगा। इसी के साथ-साथ उन्होंने श्री कृष्ण कृपा परिवार व जीओ गीता के सदस्यों से कहा कि जो भी सदस्य तीर्थ यात्रा पर जाएं, वह वहां से उस तीर्थ का जल अवश्य लेकर आए और उस जल को श्री कृष्ण कृपा अमृत कुंड में डालें।
गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज ने सभी से अपील करते हुए कहा कि वह युवा पीढ़ी को सनातन संस्कृति से जोड़ने के लिए गीता पाठ करने के लिए अवश्य प्रेरित करें। युवा पीढ़ी को अपनी संस्कृति से जोड़ कर रखना एक बहुत बड़ी चुनौती है और यह चुनौती श्री कृष्ण कृपा परिवार व जीओ गीता के सदस्यों को संभालनी होगी।
महाराज जी ने कहा कि गीता जयंती के अवसर पर पूरे कुरुक्षेत्र को गीतामय बनाया जाएगा। इसके लिए श्री कृष्ण कृपा परिवार व जीओ गीता द्वारा नगर में 11 दिन तक गली- मोहल्ले में प्रभातफेरिया आयोजित की जाएगी।
उन्होंने यह भी जानकारी दी कि 9 नवंबर को गोपाष्टमी का पर्व श्री कृष्ण कृपा गौशाला में श्रद्धा भाव से मनाया जाएगा। प्रातः 7:00 से 9:00 बजे तक आयोजित कार्यक्रम में हरियाणा के कृषि मंत्री श्याम सिंह राणा भाग लेंगे। इस दिन गौ पूजा करने के साथ-साथ हवन यज्ञ भी आयोजित किया जाएगा।
बैठक को संबोधित करते हुए जीओ गीता के संयुक्त सचिव मदन मोहन छाबड़ा ने बताया कि गीता ज्ञान संस्थानम में आयोजित गीता जयंती समारोह को व्यापक व भव्य बनाने के लिए 30 से अधिक कमेटीयों का गठन किया जा रहा है जो कि इस कार्यक्रम की व्यवस्था संभालेगी।
फोटो कैप्शन – गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज बैठक को संबोधित करते हुए।

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