सलम बस्ती के बच्चों को कैरियर, परामर्श, नैतिक मूल्यों की शिक्षा, डांस थियेटर, योगा मार्शल आर्ट, कम्पयूटर और खेलों का नि:शुल्क दिया जाएगा प्रशिक्षण, उपायुक्त ने जिला बाल कल्याण परिषद को सौंपी जिम्मेवारी, प्रथम चरण में 300 से ज्यादा सलम बस्ती के बच्चों को योजना के साथ जोडऩे का लक्ष्य
अंबाला, 7 नवंबर: उपायुक्त पार्थ गुप्ता ने कहा कि अब अंबाला में एक कदम परियोजना के तहत सलम बस्ती के बच्चों का सर्वागिण विकास करने का निर्णय लिया गया है। इस परियोजना के साथ प्रथम चरण में सलम बस्ती के 300 विद्यार्थियों को जोडऩे का लक्ष्य रखा गया है। इन बच्चों को नि:शुल्क कैरियर परामर्श, नैतिक मूल्यों, नाटक, थियेटर, डांस, ललित कला, पीटी शो, योगा, मार्शल आर्ट,कम्पयूटर, सिलाई कढ़ाई ब्यूटी पार्लर, बागवानी व खेलों का प्रशिक्षण दिया जाएगा। इन बच्चों का सर्वागिण विकास करनी की जिम्मेवारी जिला बाल कल्याण परिषद को सौंपी गई है।
उपायुक्त पार्थ गुप्ता ने आज यहां विशेष बातचीत करते हुए कहा कि अंबाला छावनी के मिनी बाल भवन के ओपन सैल्टर होम में एक कदम परियोजना के अंतर्गत सलम बस्ती के बच्चों को शिक्षा, खेल और सांस्कृतिक गतिविधियों का प्रशिक्षण दिया जाएगा। यह प्रशिक्षण नि:शुल्क दिया जाएगा और कोई भी शिक्षक, प्रशिक्षक इस नेक कार्य में अपना सहयोग दे सकता है। इस बाल भवन में मिशन वात्सल्य योजना के तहत बेसहारा बच्चों जिनमें गुमशुदा बच्चें, तस्करी के शिकार बच्चें, कामकाजी, सडक़ पर रहने वाले बच्चें, भिखारी, मादक पदार्थों का सेवन करने वाले, प्राकृतिक आपदा से प्रभावित, झुग्गी झोपड़ी में रहने वाले बच्चें और अन्य कमजोर समूूह के बच्चों को अस्थाई आवासीय सुविधा भी प्रदान की जाएगी।
एक कदम परियोजना के तहत दिन रात की जाएगी बच्चों की देख भाल
उपायुक्त पार्थ गुप्ता ने कहा कि बाल कल्याण समिति के माध्यम से बेसहारा बच्चों की कॉउन्सलिंग करके बाल कल्याण समिति के आदेशानुसार इन्हे अपने-अपने क्षेत्रों में वापिस उनके परिवारजनों को बुलाकर निवास स्थान पर भेज दिया जाएगा। जिन बच्चों के परिवार का कोई सदस्य नहीं पाया जाता या नहीं होता उन्हें बाल ग्रह में स्थानांतरित कर दिया जाएगा। इसका उद्देशय विभिन्न जीवन कौशल सुविधाओं के साथ अस्थायी आवश्यकता आधारित आश्रय प्रदान करना है।
बच्चों का कैरियर बनाने का है प्रशासन का लक्ष्य
उपायुक्त पार्थ गुप्ता ने कहा कि अनधिकृत क्षेत्रों/ झुग्गी झोंपडिय़ों में रहने वाले बच्चे, भिक्षावृति आदि विशिष्ट क्षेत्रों के बच्चों के उत्थान के लिए सर्वोत्तम प्रकार की कल्याणकारी सुविधाएं प्रदान करना है। जिला बाल कल्याण परिषद्, अम्बाला एक कदम परियोजना के तहत बच्चों को शैक्षिणक गतिविधियों जिनमें शिक्षा के लिए पूर्व विद्यालयी शिक्षा प्रदान करना, बुक रीडिंग क्लब, कक्षा-सत्र/ सार्वजनिक भाषण, बाल परामर्श / कैरियर परामर्श, नैतिक मूल्यों/सकारात्मक पालन पोषण के साथ-साथ सरकार के बारे में जागरूकता पर छोटी प्रकार की कार्यशालाएं/सेमीनार/बैठकें आयोजित करके विशेषज्ञ/संवयसेवकों/शिक्षकों के माध्यम से बुनियादी स्कूली शिक्षा तथा बाल दत्तक ग्रहण योजना की सुविधा भी उपलब्ध करवाई जाएगी।
थियेटर डांस और ललित कला का दिया जाएगा प्रशिक्षण
जिला बाल कल्याण अधिकारी विश्वास मलिक ने कहा कि एक कदम योजना के तहत बच्चों को लघु फिल्में, नृत्य, एरोबिक, नाटक, थियेटर, गायन, अंतर्राष्टï्रीय संगीत, ललित कला, कैरमबोर्ड, खो-खो, कब्ड्डïी, बैडमिंटन, फुटबाल, वॉलीबाल, बास्केटबाल, दौड़, क्रिकेट, कम्पयूटर, सिलाई कढ़ाई, ब्यूटी पार्लर, खाना बनाने का प्रशिक्षण भी दिया जाएगा।