‘‘हमें जनता के फैसले को स्वीकार करना चाहिए’’- अनिल विज
ऊर्जा मंत्री अनिल विज ने सर्वसम्मति से विधानसभा अध्यक्ष चुने पर श्री हरविन्द्र कल्याण को दी बधाई
विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए ऐसा ही व्यक्ति (श्री हरविन्द्र कल्याण) सबसे उपयुक्त, जो हर हालात मंे अपना कूल बनाकर रखें’’ – विज
‘‘यह (विधानसभा सदन) प्रजातंत्र का मंदिर है’’- विज
मुझे सबसे ज्यादा बार सदन से बाहर निकालने का रिकार्ड बना हुआ है – विज
‘‘हुडा साहब आपके पास जो कुछ था, हरियाणा की जनता ने उस पर काटा लगा दिया है’’- विज
चण्डीगढ/अंबाला, 25 अक्तूबर- हरियाणा के ऊर्जा, परिवहन एवं श्रम मंत्री श्री अनिल विज ने कहा कि प्रजातंत्र में कोई भी व्यक्ति बडा नहीं होता, प्रजातंत्र में जनता बडी होती है और जनता के फैसले को स्वीकार करना चाहिए।
श्री विज आज यहां चण्डीगढ में विधानसभा में सत्र के दौरान शपथ ग्रहण करने के पश्चात श्री हरविन्द्र कल्याण को सर्वसम्मति से विधानसभा का स्पीकर चुने जाने पर बधाई दे रहे थे। इससे पहले, श्री विज ने स्वयं विधानसभा सदन में शपथ ग्रहण की और हस्ताक्षर भी किए।
‘‘आपने (हरविन्द्र कल्याण) अपने कूल को कभी भी ब्रेक नहीं किया’’ – विज
उन्होंने श्री हरविन्द्र कल्याण को विधानसभा का अध्यक्ष चुने पर हार्दिक बधाई देते हुए कहा कि ‘‘मैंने आपको (श्री हरविन्द्र कल्याण) लंबे समय तक काम करते हुए देखा है, और मैं जानता हूं कि आप हमेशा हर हालात में शांत स्वभाव से समस्याओं का हल करते हैं’’। उन्होंने कहा कि विधानसभा के स्पीकर के बारे में कहा कि ‘‘आपने अपने कूल को कभी भी ब्रेक नहीं किया। उन्होंने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए ऐसा ही व्यक्ति (श्री हरविन्द्र कल्याण) सबसे उपयुक्त है। जो हर हालात में अपना कूल बनाकर रखें’’।
‘‘यह (विधानसभा सदन) प्रजातंत्र का मंदिर है’’- विज
श्री विज ने कहा कि ‘‘यह (विधानसभा सदन) प्रजातंत्र का मंदिर है और यहां पर सभी सदस्य लोगों की बात कहने के लिए आए हैं, और प्रजातंत्र का पहला सिद्धांत होता है ‘फ्रीडम टू स्पीच’ कि हर सदस्य अपनी बात को यहां पर कह सकंे, जनता की बात को कह सकें और सभी के साथ बराबरी का व्यवहार हमें करना चाहिए। मुझे उम्मीद है कि जैसा भी विषय आएंगें और जो भी हालात होंगें, आप (श्री हरविन्द्र कल्याण) उनको अच्छी प्रकार से प्रजातांत्रिक के अनुरूप आप उनका समाधान करेंगें’’।
मुझे सबसे ज्यादा बार सदन से बाहर निकालने का रिकार्ड बना हुआ है – विज
उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष को परामर्श स्वरूप कहा कि ‘‘यहां पर कुछ गलत परंपराएं भी होती रही हैं, उनकी तरफ आपने (श्री हरविन्द्र कल्याण) ध्यान नहीं देना, जैसे वर्ष 2009 से 2014 तक जब मैं विधायक था, और हुडा साहब मुख्यमंत्री थे, मुझे सबसे ज्यादा बार सदन से बाहर निकालने का रिकॉर्ड बना हुआ है। मेरा सारा का सारा भाषण डिलीट कर दिया जाता था। इसलिए आप 2009 से 2014 के पीरियड को आप ब्लैकआउट कर देना, उसको मत देखना क्योंकि आपने उसका देख लिया तो डर लगता कि कोई न कोई उसमें बात आपके दिमाग में आ जाएगी।
‘‘हुडा साहब आपके पास जो कुछ था, हरियाणा की जनता ने उस पर काटा लगा दिया है’’- विज
हुडा साहब ने हमारे मुख्यमंत्री जी को कहा है कि आपने इस अवसर पर अपनी पार्टी की बहुत सारी बातें कह दी, और ये भी कहा है कि कहने के लिए मेरे पास भी बहुत कुछ था, परंतु मैं कहूंगा नहीं, के संबंध में ऊर्जा मंत्री ने कहा कि ‘‘हुडा साहब आपके पास जो कुछ था, हरियाणा की जनता ने उस पर काटा लगा दिया है’’।