नागरिक अस्पताल में रोजाना 30 से 40 किडनी मरीजों का किया जा रहा है डायलसिस, हरियाणा के नागरिकों को मिल रही है निशुल्क सुविधा, मुख्यमंत्री के आदेशों के बाद नागरिक अस्पताल में 14 मशीनों से किया जा रहा है डायलसिस
अंबाला, 22 अक्तूबर। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के आदेशानुसार अब अम्बाला छावनी के नागरिक अस्पताल में किडनी के मरीजों का रोजाना निशुल्क डायलसिस किया जा रहा है। इस नागरिक अस्पताल में डायलसिस करने के लिए 14 आधुनिक मशीनें स्थापित की गई हैं। इन मशीनों के जरिए रोजाना 30 से 40 मरीजों का निशुल्क डायलसिस किया जा रहा है।
जिला सिविल सर्जन डा. राकेश सहल ने आज यहां बातचीत करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री नायब सिंह ने पहले दिन ही किडनी के मरीजों को निशुल्क डायलसिस करने की सुविधा मुहैया करवाने के आदेश दिए थे। इन आदेशों के उपरांत अम्बाला सिविल अस्पताल में 18 अक्तूबर को किडनी के मरीजों का निशुल्क डायलसिस करने के आदेश प्राप्त हुए हैं। इन आदेशों के बाद अम्बाला छावनी के नागरिक अस्पताल में डायलसिस करने के लिए विशेष कक्ष स्थापित किया गया। इस वार्ड में 14 आधुनिक मशीनों को स्थापित किया गया। इस वार्ड में डायलसिस करने से सम्बन्धित तमाम सुविधाएं उपलब्ध करवाई गई हैं।
उन्होंने कहा कि नागरिक अस्पताल में राज्य सरकार के आदेशानुसार हरियाणा के निवासी को डायलसिस की सुविधाएं निशुल्क दी जा रही हैं। इस अस्पताल में हरियाणा के साथ-साथ अन्य राज्यों के भी किडनी के मरीज पहुंच रहे हैं। लेकिन निशुल्क डायलसिस की सुविधा अभी केवल हरियाणा के नागरिकों को ही दी जा रही है। इस नागरिक अस्पताल में रोजाना 30 से 40 किडनी मरीजों का निशुल्क डायलसिस किया जा रहा है। एक मरीज के डायलसिस पर लगभग 3 से 4 घंटे लगते हैं। इस वार्ड में चिकित्सकों और कर्मचारियों की डयूटी लगाई गई है ताकि किसी भी मरीज को रत्ती भर भी परेशानी न हो। उन्होंने कहा कि किडनी के मरीज मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी का आभार व्यक्त कर रहे हैं, क्योंकि एक मरीज का एक बार डायलसिस करवाने पर हजारों रूपए की राशि की बचत हो रही है।
सीएमओ ने कहा कि डायलसिस कक्ष में नियमित रूप से चैकिंग भी की जाती है और मरीजों का फीडबैक भी लिया जा रहा है। सभी का प्रयास है कि मरीजों को किसी भी प्रकार की कोई दिक्कत या परेशानी न हो। इस नागरिक अस्पताल में डायलसिस सुविधा का फायदा हरियाणा के मरीजों को उठाना चाहिए। उन्होंने मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और ऊर्जा, परिवहन एवं श्रम मंत्री अनिल विज का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि क्रोनिक डिसिस के मरीजों को सरकारी अस्पताल में इस प्रकार की सुविधा निशुल्क उपलब्ध करवाई है। इन मरीजों के लिए यह एक बहुत बड़ी सेवा है।