रैड एंट्री दर्ज होने पर आगामी सीजन में सम्बन्धित किसान की मंडी में एमएसपी पर नहीं होगी फसल की खरीद:- राजेश जोगपाल
कुरुक्षेत्र 18 अक्टूबर उपायुक्त राजेश जोगपाल ने कहा कि खेतों में पराली जलाने की घटना में किसान
या किसी भी व्यक्ति की संलिप्तता पाई गई तो सम्बन्धित के खिलाफ तुरंत एफआईआर दर्ज की जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि जिस किसान के फार्म में रेड एंट्री दर्ज होगी, उस किसान की आगामी सीजन में मंडियों में एमएसपी पर फसल भी नहीं खरीदी जाएगी। अब तक जिला कुरुक्षेत्र में सैटेलाइट से आई हुई आगजनी की घटनाओं में से 57 किसानों पर रुपये 1 लाख 42 हजार 500 जुर्माना लगाया जा चुका है तथा अब तक 11 किसानों के फार्म रिकॉर्ड में रेड एंट्री दर्ज की जा चुकी है तथा 46 किसानों के फार्म रिकॉर्ड में एंट्री करने बारे राजस्व अधिकारी को निर्देश दिए गए है।
उपायुक्त राजेश जोगपाल ने कहा कि जिले में कहीं पर भी खेतों में पराली ना जले इसके लिए विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से जागरूक करने का काम किया गया है। इतना ही नहीं आगजनी की घटनाओं की मॉनिटरिंग हेतु संबंधित उप मण्डल अधिकारी (नागरिक) की अध्यक्षता में उप मण्डल वाईज टीमें भी गठित की गई है, जिसमें तहसीलदार, खण्ड विकास एवं पंचायत अधिकारी, उप मण्डल अधिकारी (पंचायती राज), सम्बन्धित थाना प्रभारी एवं कृषि विभाग के अधिकारी शामिल है। सभी 417 गांव के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त किए गए है व सभी खण्ड स्तरों पर 4 सदस्यीय अधिकारियों की टीमों का गठन करते हुए आगजनी की घटनाओं पर नजर रखी जा रही है।
उपायुक्त राजेश जोगपाल ने कहा कि सेटेलाइट के माध्यम से भी सीधी निगरानी रखी जा रही है। यदि कोई किसान अपने खेतों में पराली में आग लगाता है तो तुरंत इसकी सूचना सेटेलाइट के माध्यम से अधिकारियों के पास पहुंच जाती है। जिसपर अधिकारी खेतों में पहुंच कर कार्रवाई कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि नियुक्त किए गए अधिकारियों को कार्रवाई के लिए सख्त दिशा-निर्देश दिए गए है ताकि पर्यावरण दूषित होने से बच सके। किसानों की भूमि की उपजाऊ शक्ति नष्ट न हो, मित्र कीटों को नुकसान न पहुंचे, राजमार्गों पर होने वाली दुर्घटनाओं से बचा जा सके तथा भविष्य में बच्चों व आमजन के स्वास्थ्य पर प्रभाव ना पहुंचे इसके लिए एनजीटी ने दिशा निर्देश जारी कर पराली में आग ना लगाने बारे आदेश जारी किए गए हैं। उन्होंने बताया कि कोई भी किसान पराली में आगजनी की सूचना पुलिस हेल्पलाइन न. 112 पर भी दे सकता है ताकि मामले में त्वरित कार्रवाई की जा सके।

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