नशामुक्त समाज बनाना सरकार की प्राथमिकता: एसडीएम
नीलोखेड़ी/करनाल, 16 अक्तूबर। एसडीएम अशोक कुमार ने नशा मुक्ति जागरूकता अभियान के तहत बुधवार को अपने कार्यालय में संबंधित विभागों के अधिकारियों की बैठक ली। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि नशा मुक्ति अभियान चलाकर लोगों को नशे से होने वाले नुकसान बारे जागरूक करें।
एसडीएम अशोक कुमार ने बताया कि यदि कोई व्यक्ति नशे की दलदल में फंस गया है तो ऐसे व्यक्ति को पुनर्वास या चिकित्सकीय सलाह द्वारा भी नशा छोड़ने के लिये प्रेरित करें। नशे में पड़ने के बाद व्यक्ति का नशे को छोड़ पाना कठिन हो जाता है। हमें प्रयास करना चाहिये कि हम आरम्भ से ही बच्चों को नशे से होने वाले दुष्प्रभावों के बारे में बताये व जागरूक करें। उन्होंने बताया कि युवा पीढ़ी को नशे से बचाव के लिए शिक्षण संस्थानों एवं धार्मिक संस्थाओं आदि को प्रशासन के साथ मिलकर काम करना चाहिए ताकि युवाओं के साथ-साथ समाज को भी नशामुक्त किया जा सके। उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि यदि हमें अपने बच्चों, परिवार व समाज को बचाना है तो नशे जैसी बुराईयों को समाप्त करना होगा। प्राय: देखने में आता है कि अनेक युवा नशे की चपेट आ रहे हैं और अपना जीवन और परिवार के भविष्य को अंधकार में डाल रहे हैं।
एसडीएम ने बैठक में पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे नशा मुक्ति अभियान के तहत नशीले पदार्थ बेचने वाले के खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही करें तथा लोगों को नशे से होने वाली हानियों के बारे भी विस्तार से बताएं। उन्होंने कहा कि यदि कोई व्यक्ति नशा करते हुए पाया जाता है तो उसके खिलाफ भी उचित कार्यवाही अमल में लाएं। उन्होंने बताया कि नशामुक्त समाज सरकार की प्राथमिकता है और समाज के हर वर्ग को आपसी तालमेल के साथ नशा मुक्त समाज बनाना होगा। उन्होंने बताया कि नशा मुक्ति के लिए प्रशासन की ओर से अभियान चलाकर लोगों को जागरूक किया जा रहा है और नशा मुक्ति के लिए आवश्यक प्रभावी कदम उठाए जा रहे हैं।
खंड शिक्षा अधिकारी ने बताया कि नशा मुक्ति जागरूकता अभियान के तहत शिक्षण संस्थानों में नशा मुक्ति अभियान चलाए गए हैं, जिसमें विद्यार्थियों द्वारा पोस्टर बनाने व चार्ट आदि तैयार करने की प्रतियोगिता का आयोजन भी किया जा रहा है। विद्यार्थियों द्वारा गांवों में अभियान चलाकर लोगों को रैलियों, प्रश्नोत्तरी आदि प्रतियोगिताओं के माध्यम से नशे के प्रति जागरूक किया जा रहा है।
खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी ने बताया कि उपमंडल के सभी सरपंचों के माध्यम से प्रत्येक गांव में नशा मुक्ति अभियान चलाए जा रहे हैं। उन्होंने ग्राम पंचायत के सदस्यों को निर्देश दिए हुए है कि वे घर-घर जाकर नशामुक्ति के प्रति लोगों को जागरूक करें।
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी ने बैठक में बताया कि नशे को लेकर स्वास्थ्य विभाग सजग है और विभाग के अधिकारियों द्वारा नशा करने वाले व्यक्तियों पर कड़ी नजर रखी जा रही है। उपमंडल नीलोखेड़ी के सिविल अस्पताल में कमरा नंबर- 35 में नशे के आदी व्यक्तियों की निरंतर काउंसिलिंग कर स्वास्थ्य विभाग की ओर से उन्हें नशा मुक्ति की दवाईयां भी उपलब्ध करवाई जा रही हैं। चिकित्सकों द्वारा भी समय-समय पर स्कूलों में नशा मुक्ति अभियान आयोजित करवाए जा रहे हैं। इस मौके पर संबंधित विभागों के अधिकारीगण भी उपस्थित रहे।