सांझी विजेताओं को बांटे जाएंगे लगभग डेढ़ लाख रुपये के पुरस्कार
कुरुक्षेत्र: लोक कला सांझी धीरे-धीरे विलुप्ति के कगार पर पहुंच गई है। लोककला सांझी को बचाने के लिए विरासत हेरिटेज विलेज जी.टी. रोड मसाना द्वारा आयोजित चौथे विरासत सांझी उत्सव-2024 में सांझी प्रतियोगिता का आयोजन 2 से 11 अक्टूबर तक किया गया है। विरासत सांझी उत्सव में 25 फुट ऊंची तथा 20 फुट चौड़ी विश्व की सबसे बड़ी सांझी विशेष आकर्षण का केन्द्र बनी हुई है। यह सांझी जींद के कलाकार गौत्तम ने बनाई है जो 500 स्केयर फीट की है। इतनी बड़ी सांझी अभी तक विश्व में कहीं भी नहीं बनी है। पिछले वर्ष सांझी उत्सव में 21 फुट की सांझी बनाई गई थी जबकि अबकी बार विश्व की सबसे बड़ी 25 फुट की सांझी बनाई गई है।
यह जानकारी विरासत सांझी उत्सव के संयोजक डॉ. महासिंह पूनिया ने दी। उन्होंने बताया कि हरियाणा की लुप्त होती लोककला को विरासत बचाने का हर संभव प्रयास कर रहा है। इसी कड़ी में चौथा विरासत सांझी उत्सव आयोजित किया गया है। इस सांझी उत्सव में हरियाणा, दिल्ली तथा उत्तर प्रदेश सहित तीन राज्यों के प्रतिभागियों ने भाग लिया।
उन्होंने बताया कि विरासत सांझी उत्सव-2024 में प्रथम पुरस्कार 51 हजार, दूसरा 31 हजार, तीसरा 21 हजार, चौथा 11 हजार, पांचवा 51 सौ रूपये, छठा पुरस्कार 31 सौ रूपये, सातवां 21 सौ रूपये के पांच पुरस्कार जबकि आठवां 11 सौ रूपये के दस पुरस्कार रखे गए हैं। कार्यक्रम का आयोजन विरासत हेरिटेज विलेज मसाना में किया जा रहा है।
समापन समारोह पर होगा भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम
चौथे विरासत सांझी उत्सव के समापन अवसर 11 अक्टूबर को भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किया जायेगा। इस अवसर पर सांझी के लोकगीत, हरियाणवी नृत्य व गीत संगीत पेश कर सभी संस्कृति प्रेमीयों व कला प्रेमियों का मनोरंजन किया जायेगा। समापन अवसर पर सभी सांझी विजेताओं को इस कला को संरक्षित करने हेतु प्रोत्साहित करने के लिए मुख्यातिथि द्वारा लगभग डेढ़ लाख रुपये के पुरस्कार दिए जाएंगे।