करनाल, 4 सितंबर । सिविल सर्जन ने बताया कि अतिरिक्त उपायुक्त यश जालुका की अध्यक्षता में बुधवार को जिला स्तरीय मलेरिया वर्किंग कमेटी की बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में उप सिविल सर्जन डॉ0 अनु शर्मा (वी0बी0डी0) ने सभी विभागों से आए हुए अधिकारियों का स्वागत किया और बैक्टीरिया जनित बीमारियों जैसे मलेरिया, डेंगू, जेई व चिकनगुनिया जैसी खतरनाक बीमारियों की रोकथाम हेतु सहयोग देने बारे आग्रह भी किया ।
डा0 अनु शर्मा ने बताया कि जिला में 2 सब डिविजनल अस्पताल, 8 सीएचसी, 25 पी0एच0सी0, 150 सब-सेंटर हैं, जो जिले में स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि पिछले वर्षों से मलेरिया के आंकड़े काफी कम हुये हैं, वर्ष 2020 में 2 केस थे, वर्ष 2021 में 0 केस थे, वर्ष 2022 में 1 केस था, वर्ष 2023 में 2 केस थे, जबकि इस वर्ष अब तक कोई केस नहीं है। ये आंकड़े दर्शाते हैं कि मलेरिया को हम काफी हद तक नियंत्रित कर पाये है। उन्होंने बताया कि वर्ष 2020 में डेंगू के 93 केस थे, वर्ष 2021 में 304 केस थे, वर्ष 2022 में 335 केस थे, वर्ष 2023 में 501 केस थे तथा इस वर्ष 3 सितम्बर तक 25 केस रिपोर्ट हुए हैं। विभाग द्वारा की जाने वाली एंटी लारवा एक्टिविटी तथा मलेरिया पॉजिटिव केसेस को दी जाने वाली आर0टी0 के द्वारा मलेरिया पर काबू पाया जा सकता है लेकिन डेंगू पर काबू पाने का एक मात्र साधन साफ-सफाई है, क्योकि डेंगू का मच्छर साफ पानी में ही पनपता है। साफ-सफाई का कार्य सभी के सहयोग से ही संभव है। उप-सिविल सर्जन (वी0बी0डी0) ने यह भी अवगत कराया कि मलेरिया / डेंगू की रोकथाम के लिए विभिन्न प्रकार की आईईसी एक्टिविटी की जा रही हैं, जिसके अंतर्गत शहर मे विभिन्न स्थानों पर मलेरिया / डेंगू के प्रति जागरूकता के फ्लैक्स तथा बैनर लगवाये गए है।
उन्होंने शिक्षा विभाग से अपील की कि स्कूल की छतों पर कोई ऐसा अनुपयोगी सामान न रखें जिस मे पानी इकट्ठा हो क्योंकि यह मच्छरों के पनपने का साधन बन सकता है। प्रत्येक स्कूल रविवार को ड्राई डे मनाएं तथा स्कूल की टंकियों व कूलरों को अच्छी तरह से साफ करें व स्कूलों में प्रात: की सभा में बच्चों को वेक्टर बोर्न बीमारियों के बारे में बतायें।
अतिरिक्त उपायुक्त ने शहरी निकाय को आदेश दिये कि शहर में डेंगू केसों के घरों के आस-पासें फोगिंग करवाना सुनिश्वित करें। इसके लिये दवाई अपने स्तर पर खरीदवाना सुनिश्चित करें व डेंगू से बचाव के लिए कूड़ा उठाने वाली गाड़ी पर ऑडियो के माध्यम से आईईसी करवाएं। उन्होंने सभी बीडीपीओ को आदेश दिये कि वे अपने-अपने ब्लाक के सरपंचों के सहयोग से गांव में फोंगिग करवाना सुनिश्चित करें, फॉगिंग के लिए दवाई अपने स्तर पर खरीदें व स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी/ कर्मचारी को साथ में लेकर लोगों को जागरूक करेंगे। उनसे काला तेल लेकर गड्ढो, तालाबों व जहां पर पानी खड़ा हो, उसमें काला तेल डाल दें। उन्होंने बताया कि मलेरिया व वैक्टर जनित बीमारियों की रोकथाम करना हम सबकी जिम्मेदारी है। जिला को मलेरिया मुक्त करने में स्वास्थ्य विभाग का सहयोग करें।
उप सिविल सर्जन (मलेरिया) ने सभी विभागों से अपील की कि अपने-अपने कार्यालयों में वैक्टर जनित रोगों की रोकथाम के लिए नोडल ऑफिसर नियुक्त करें व उनके नाम व पद, मोवाईल नंबर सहित सिविल सर्जन कार्यालय करनाल में भेजें व प्रत्येक शुक्रवार को सभी कार्यालय में ड्राई के मनाया जाए।