युवाओं के लिए प्रयोगशाला है फिल्म महोत्सव: उमा सुधा

कुरुक्षेत्र, 09 अगस्त। कुरुक्षेत्र नगरपालिका की पूर्व अध्यक्ष उमा सुधा ने कहा कि 7वां हरियाणा अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव युवाओं के लिए एक प्रयोगशाला है। यहां पर आकर नवांगुतक अभिनेता फिल्म जगत के प्रसिद्ध अभिनेताओं, अभिनेत्रियों और फिल्म निर्माण से जुड़ी हस्तियों से रूबरू होकर फिल्म जगत की बारीकियों से अवगत होंगे।  महिलाओं को समर्पित फिल्में बनने से आज की महिलाएं अपने अधिकारों के प्रति जागरूक होंगी और आत्मनिर्भर बन रही हैं। वे गुरुवार को कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा के मार्गदर्शन में युवा एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम विभाग तथा संस्कृति सोसाइटी फॉर आर्ट्स एंड कल्चरल डेवलपमेंट के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित 7वें हरियाणा अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव के तीसरे दिन ऑडिटोरियम हॉल में बोल रही थी।
उमा सुधा ने कहा कि इस महोत्सव में सामाजिक सरोकारों व महिलाओं को लेकर फिल्में दिखाई जा रही हैं ताकि महिलाएं अपने अधिकारों के प्रति जागरूक होने के साथ-साथ उनके प्रति समाज में सम्मान की भावना स्थापित हो यह प्रयास किया जा रहा है। यहां पर आकर उन्हें जब मालूम हुआ कि आज का दिन महिला सशक्तिकरण को समर्पित है। पढ़ते समय उन्होंने कभी सोचा ही नहीं था कि वो राजनीति में आएंगी लेकिन कॉलेज व स्कूल स्तर पर वे अक्सर मंच संचालन करती थी इसलिए राजनीति में आकर कभी उन्हें बोलते समय दिक्कत नहीं हुई।
कार्यक्रम में मेघा डांस स्टूडियो के बाल कलाकारों ने हरियाणवी गीतों पर जोरदार प्रस्तुति देकर आडिटोरियम में उपस्थित लोगों की खूब तालियां बटोरी। नन्हीं कलाकारों का जोश देकर महोत्सव में मौजूद अभिनेत्री शिखा मल्होत्रा स्वयं को रोक न सकी और वे मंच पर नन्हीं कलाकारों के बीच पहुंच गई और प्रसिद्ध हरियाणवी गीत मनै छाती से ला के रखियो पर भव्य प्रस्तुति दी। कार्यक्रम के अंत में मुख्यातिथि उमा सुधा ने बाल कलाकारों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया। कार्यक्रम के निदेशक धर्मेन्द्र डांगी, कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के छात्र कल्याण अधिष्ठाता प्रो. एआर चौधरी, युवा एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम विभाग के निदेशक प्रो. विवेक चावला, लोक सम्पर्क विभाग के निदेशक प्रो. महासिंह पूनिया, प्रो. शुचिस्मिता, सचिव विकास, डॉ. ज्ञान चहल ने मुख्यातिथि उमा सुधा व उनके साथ आई लक्ष्मी अरोड़ा को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया।
बाक्स
शिखा मल्होत्रा की फिल्म मॉय फादर पर भाव विभोर हुए दर्शक

कुवि में चल रहे 7वें हरियाणा अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव के तीसरे दिन कई फिल्मों की प्रस्तुति हुई जिसमें खास तौर पर फिल्म अभिनेत्री की लघु फिल्म मॉय फादर को जब ऑडिटोरियम में प्रदर्शित किया गया। फिल्म में शिखा मल्होत्रा के अभिनय, फिल्म की कहानी व उससे मिलने वाले संदेश से दर्शक भाव विभोर हो गए। इस फिल्म में दिखाया गया कि किसी कारणवश माता-पिता अलग हो जाते हैं तो उनके बच्चों पर क्या असर पड़ता है। बच्चे किस प्रकार अपने पिता के प्यार व साथ की कमी को जीवन भर तरसते हैं। वहीं दूसरी शार्ट फिल्म कान्हा जी में सामाजिक जाति-पाति, ऊंच-नीच, छुआ-छूत पर कटाक्ष किया गया। किस प्रकार बाल्यकाल से ही बच्चों के मन पर सामाजिक बुराई की छाप पड़ती है। इसका प्रदर्शन किया गया।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *