आरोपी से एक रिवाल्वर, 6 जिंदा रौंद सहित कई फर्जी आई कार्ड बरामद। कई राज्यों की पुलिस द्वारा ईनाम घोषित ।

कुरुक्षेत्र पुलिस ने अंतर्राज्य चोरी और लूट मामलों में शामिल आरोपी को असले सहित गिरफ्तार किया है। अपराध अन्वेषण शाखा-2 की टीम ने अंतर्राज्य चोरी और लूट मामलों में शामिल आरोपी सुनील कुमार उर्फ फौजी पुत्र रोशन लाल वासी गांव खासपुर जिला कुरूक्षेत्र को गिरफतार करने में सफलता हासिल की है। पुलिस ने आरोपी से एक रिवाल्वर व 6 जिंदा रौंद, पुलिस और सीआरपीएफ के फर्जी आई कार्ड तथा फर्जी पैन कार्ड बरामद किये हैं।

 प्रेस वार्ता में जानकारी देते हुए जशनदीप सिंह रंधावा ने बताया कि दिनांक अपराध अन्वेषण शाखा-2 प्रभारी निरीक्षक मोहन लाल के मार्ग-निर्देश में सहायक उप निरीक्षक सुरेन्द्र कुमार, मुख्य सिपाही लखन सिंह, प्रदीप कुमार, गुरमेज सिंह व गाडी चालक मुख्य सिपाही छत्रपाल की टीम पीपली फलाई ओवर के नीचे मौजूद थी। पुलिस टीम को सूचना मिली कि सुनील कुमार उर्फ फौजी पुत्र रोशन लाल वासी गांव खासपुर जिला कुरूक्षेत्र जो पहले सीआरपीएफ मे था और अब पिछले काफी समय से अलग अलग राज्यो मे चोरी, लूट, हत्या की वारदात को अंजाम देता है। सुनील कुमार उर्फ फौजी पर जिला हनुमानगढ राजस्थान पुलिस व अन्य कई राज्यो के द्धारा चोरी/लूट के सम्बंध मे भी ईनाम घोषित किया हुआ है। सुनील कुमार उर्फ फौजी पिछले काफी दिनो से करनाल, कुरूक्षेत्र चंडीगढ मे कार नम्बर एचआर-40ई- 6616 को लेकर घुम रहा है और अपने साथ एक लोडिड असला भी रखता है। जो सुनील कुमार किसी बड़ी वारदात को अंजाम दे सकता है और सुनील कुमार के द्धारा अपनी पहचान छुपाने के लिए पुलिस के नाम के फर्जी आई कार्ड बनवाए हुए हैं और कई बार पुलिस की तीन स्टार की वर्दी पहनकर चोरी की वारदातों को भी अंजाम देता है। आज भी सुनील कुमार उर्फ फौजी कार नम्बर एचआर-40-ई- 6616 लेकर चंडीगढ से कुरूक्षेत्र की तरफ आयेगा। यदि नाकाबंदी करके सुनील कुमार को काबू किया जाये तो उसके कब्ज़ा से अवैध असला बरामद हो सकता है। सूचना पर पुलिस टीम ने पीपली बस अड्डा से थोडा आगे वेयर हाउस के सामने नाकाबंदी करके चंडीगढ अम्बाला की तरफ से पिपली-कुरूक्षेत्र की और आने वाले व्हीकलो को चैक करना शुरू किया। थोड़ी देर बाद पुलिस टीम को एचआर-40-ई-6616 नम्बर की कार आती हुई दिखाई दी जिसको रोककर पुलिस टीम ने चालक का नामपता पूछने पर उसने अपना नाम सुनील कुमार उर्फ फौजी पुत्र रोशन लाल वासी गांव खासपुर जिला कुरूक्षेत्र बताया। आरोपी की तलाशी लेने पर आरोपी के पर्स में रखे हरियाणा पुलिस और सीआरपीएफ के फर्जी आई कार्ड तथा पंजाब राज भवन का आई कार्ड, फर्जी पैन कार्ड तथा फर्जी इनकम टैक्स का कार्ड बरामद हुए। आरोपी की कार की तलाशी लेने पर आरोपी की कार से एक रिवाल्वर व 6 जिंदा रौंद बरामद हुए। आरोपी के खिलाफ थाना सदर थानेसर में विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज करके उप निरीक्षक रणधीर सिंह ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।  आरोपी को माननीय अदालत में पेश करके अदालत के आदेश से 5 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया।

आरोपी पर कई राज्यों की पुलिस द्वारा इनाम घोषित:

प्रेस वार्ता में जानकारी देते हुए पुलिस अधीक्षक जशनदीप सिंह रंधावा ने बताया कि आरोपी सुनील तेलंगाना, महाराष्ट्र, केरल, मध्य प्रदेश, राजस्थान, उत्तर प्रदेश सहित कई राज्यों में लूट और चोरी की वारदातों को अंजाम दे चुका है। आरोपी पर राजस्थान के जिला हनुमानगढ़ पुलिस चोरी के मामले में आरोपी पर 5 हजार रूपये का ईनाम घोषित किया था । उत्तर प्रदेश के थाना शामली में आरोपी ने पुलिस की वर्दी में थाना परिसर से गाड़ी चोरी की थी। यूपी पुलिस द्वारा मामला दर्ज करके आरोपी पर 15 हजार रूपये का ईनाम घोषित किया था।

करीब 8 साल की नौकरी

कुरुक्षेत्र के ही खासपुर के रहने वाले सुनील कुमार उर्फ फौजी वर्ष 2007 में बतौर सिपाही सीआरपीएफ में भर्ती हुआ और वर्ष 2016 तक तैनात रहा। इसी दौरान उसने अपने पहचान के दर्जनों युवकों से सीआरपीएफ में भर्ती कराने की आड़ में लाखों रुपये ले लिए। जब वह युवकों को भर्ती नहीं करवा सका और ना ही लिए गए रुपये लौटाए तो युवकों ने उसके कमांडिंग ऑफिसर से मुलाकात कर पूरे मामले जानकारी उनको दी। आरोपी पर मामला निपटाने व जांच शुरू होने का दबाव बनने लगा तो 2015 में छु‌ट्टी आने के बाद वह दोबारा ड्यूटी पर नहीं पहुंचा जिस कारण उसे सीआरपीएफ से डिसमिस कर दिया था।

2018 से रखा अपराध की दुनिया में कदम

जानकारी देते हुए अपराध अन्वेषण शाखा-2 प्रभारी निरीक्षक मोहन लाल ने बताया कि आरोपी के खिलाफ पहला मामला 2018 में कुरुक्षेत्र के सदर थाने में एनडीपीएस एक्ट के तहत अफीम रखने के आरोप में दर्ज हुआ था। जिला पुलिस ने उसे गिरफ्तार करके जेल भेज दिया था। करीब दो माह जेल में रहा और इस दौरान वह अन्य अपराधियों के अंबाला के संदीप टोबा के संपर्क में आया। आरोपी सुनील उर्फ फौजी ने कुरुक्षेत्र जेल से छूटते ही गुजरात में करीब पांच लाख की लूट को अपने साथी संदीप टोबा व अन्य साथियों के साथ अंजाम दिया। इसके बाद मध्यप्रदेश में दो-तीन वारदात की। तेलंगाना, महाराष्ट्र में आरोपी को सुनील फौजी के नाम से जानते है। फौजी अपने साथियों के साथ मिलकर गन प्वाइंट पर ही लूट व चोरी की भी वारदात को अंजाम देता था। आरोपी राजस्थान, केरल, तेलंगाना, महाराष्ट्र व उत्तर प्रदेश में भी वारदात करने लगा।

सर्विस के दौरान बनवा लिया था लाइसेंस बताया । 

जानकारी देते हुए अपराध अन्वेषण शाखा-2 प्रभारी निरीक्षक मोहन लाल ने बताया कि आरोपी ने सीआरपीएफ में तैनाती के दौरान ही लाइसेंस बनवा लिया था तो उसके आधार पर असलहा भी ले लिया था। आरोपी अपनी पहचान छिपाने लगा और अपने साथ सीआरपीएफ, पंजाब राजभवन व पुलिस के फर्जी आइकार्ड भी रखता था और इन्हें दिखाकर टोल प्लाजा पर भी आसानी से बिना भुगतान के निकल जाता था। पुलिस उसकी लोकेशन आसानी से ट्रेस ना कर पाए इसलिए वह अक्सर किसी होटल में जाकर वहीं के वाईफाई के जरिए ही अपने साथियों पर संपर्क करता था । आरोपी दिन के समय बन्द या ताला लगे मकानों को ही निशाना बनाते थे ।

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