अम्बाला, 29 जुलाई- हरियाणा के शहरी स्थानीय निकाय मंत्री सुभाष सुधा ने सोमवार को जिला लोक संपर्क एवं कष्ट निवारण समिति की बैठक ली और एंजैडे के तहत 14 शिकायतों को सुनते हुए 8 शिकायतों का निपटान किया और बाकी शेष शिकायतें सम्बन्धित को मार्क करते हुए समाधान के लिए अगली बैठक के लिए रखा। इस मौके पर उनके साथ परिवहन, महिला एवं बाल विकास मंत्री असीम गोयल नन्यौला, भाजपा जिला प्रधान मनदीप राणा, उपायुक्त पार्थ गुप्ता, पुलिस अधीक्षक सुरेन्द्र भौरिया, नगर निगम कमीशनर संगीता तेतरवाल, अतिरिक्त उपायुक्त अपराजिता, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य रितेश गोयल, पूर्व भाजपा जिला प्रधान जगमोहन लाल कुमार, पूर्व भाजपा जिला प्रधान राजेश बतौरा, पूर्व प्रदेश मीडिया प्रमुख डा0 संजय शर्मा व अन्य प्रशासनिक अधिकारीगण मौजूद रहे।
पहली शिकायत के तहत गांव निहारसा निवासी सुखदेव सिंह की सरकार द्वारा दिए गये प्लाट पर कब्जा करने की शिकायत का समाधान किया गया और इस शिकायत को एंजैडे से फाईल किया गया। इसी प्रकार दूसरी गांव धूरकडा निवासी कृपाल सिंह की गांव की फिरनी पर कुछ लोगों के कब्जा होने की शिकायत पर यह मामला कोर्ट में होने पर एंजैडे से इसे भी फाईल किया गया।
तीसरी शिकायत के तहत गांव रतनहेडी निवासी निर्मला देवी ने कहा कि उसने एक प्लाट खरीदा था जिस पर आनंदपुर जलबेडा के एक व्यक्ति ने कुछ लोगों के साथ उसके प्लाट पर कब्जा कर लिया और किसी और को बेच दिया था। इस मामले में राज्यमंत्री ने तहसीलदार को प्लाट से सम्बन्धित रिकार्ड पेश करने के निर्देश दिए और इस शिकायत को अगली बैठक के लिए पैंडिग रखा।
चौथी शिकायत में अम्बाला शहर दशमेश कालोनी के निवासियों ने अपनी शिकायत में बताया कि उनकी कालोनी के पास एक नाला जोकि जडौत रोड की बाईं तरफ गीता नगरी और एक नाला बांई तरफ काकरू की तरफ जाता है। बांई तरफ का नाला बंद होने के चलते यहां पानी निकासी की भारी समस्या रहती है। इस मामले में सम्बन्धित अधिकारी ने बताया कि अस्थाई तौर पर पुराने नाले की सफाई का जो कार्य हो सकता था उसे किया गया है। नाले के स्थाई समाधान के लिए 9 करोड रूपये का टैंडर लगाकर मुख्यालय भिजवा दिया गया है। इस मामले में मंत्री सुभाष सुधा ने जेई को निर्देश दिए कि वे दोबारा से नाले की सफाई व्यवस्था का कार्य दुरूस्त करवाएं ताकि बरसात के दिनों में पानी निकासी की समस्या का सामना न करना पडे। इस कार्य के लिए प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य रितेश गोयल की सम्बन्धित अधिकारियों के साथ यहां जायजा लेने बारे भी कहा।
पांचवी शिकायत के तहत गांव धूरकडा में गली के उपर किए गये अवैध कब्जे को हटाने की शिकायत पर कार्रवाई कर दी गई है और इस शिकायत को यहां से फाईल कर दिया गया है। छठी शिकायत के तहत गांव तलहेडी रांगडान निवासी गुरदीप सिंह ने गांव के पूर्व सरपंच द्वारा चौपाल निर्माण के कार्य में पैसे गबन करने की थी जिस पर बीडीपीओ ने जांच कर बताया कि इस मामले में सम्बन्धित के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवा दी गई थी और रिकवरी के लिए केस उपायुक्त कार्यालय में भेज दिया गया है। इस मामले को भी यहंा से फाईल किया गया।
सातंवी शिकायत के तहत सेक्टर-9 में जलभराव की समस्या के मामले में उन्होंने ठेकेदार द्वारा काम देरी से शुरू करने के मामले में उस पर पैनल्टी लगाने के निर्देश दिए और नगर निगम के अधिकारियों को निर्देश दिए कि एक सप्ताह के अंदर-अंदर ड्रेनेज सिस्टम के तहत यहां पर सफाई का कार्य करवाना सुनिश्चित करवाएं। सम्बन्धित अधिकारी ने यह भी बताया कि इस कार्य के स्थाई समाधान के लिए 9 करोड रूपये की लागत से परियोजना तैयार की गई और इस कार्य की स्वीकृति के लिए केस मुख्यालय भेजा गया है। उन्होंने इस शिकायत को आगामी बैठक के लिए पैंडिग रखा।
आठवीं शिकायत के तहत विजय नगर निवासी सोरन लाल ने कहा कि उसकी धर्मपत्नी जोकि लिपिक के पद पर कार्यरत थी और उसका देहांत हो गया था और उसकी मृत्यु के पश्चात विभाग द्वारा कोई विभागीय लाभ नहीं मिला है। इस मामले में जिला शिक्षा अधिकारी ने बताया कि इस केस की जांच करते हुए केस मुख्यालय भेजा गया है, जैसे ही वहां से स्वीकृति मिलती है नियमानुसार लाभ दिलवा दिया जायेगा। मंत्री ने इस मामले में उपायुक्त को केस की पैरवी करने बारे कहा।
नौंवी शिकायत के तहत गांव कम्बास निवासी प्रीतो देवी ने गांव के पीर वाले तालाब के निशानदेही न होने बारे शिकायत रखी थी। इस मामले में सम्बन्धित अधिकारी ने मंत्री को बताया कि निशानदेही करवा दी गई और जो जोहड पर कब्जा था उसे हटवा दिया गया है। इस शिकायत को यहां से फाईल किया गया है।
दसवीं शिकायत के तहत गांव खतौली में गंदे पानी की निकासी की शिकायत पर मंत्री ने नगर निगम के डीएमसी को निर्देश दिए कि वे 10 दिन के अंदर-अंदर यहां पर सफाई व्यवस्था के कार्य को दुरूस्त करवाएं ताकि डेयरी संचालको को राहत मिल सके। इसके साथ-साथ डेयरी संचालकों की यहां पर पशुओं का डाक्टर होने की मांग पर पशुपालन विभाग के अधिकारी को निर्देश दिए कि वे यहां का जायजा लें और यहां पर डाक्टर उपलब्ध करवाएं। इस शिकायत को उन्होंने अगली बैठक के लिए पैंडिग रखा।
11वीं शिकायत के तहत गांव सुलखनी निवासी देवेन्द्र कुमार द्वारा खाद्य एवं आपूर्ति विभाग द्वारा उसका चौकीदार संबधी वेतन न मिलने पर उन्होने डीएफएससी को निर्देश दिए कि सम्बन्धित प्रार्थी को वेतन दिलवाने का काम करें। इस केस को भी यहां से फाईल किया गया।
12वीं शिकायत के तहत गांव नडियाली निवासी सुदेश रानी ने अपनी एक एकड़ भूमि से मिट्टी उठवाने के तहत ठेकेदार द्वारा उसकी अदायगी न होने बारे शिकायत रखी थी। जिसका समाधान हो गया है और उसने अपनी समस्या का समाधान करवाने के लिए मंत्री का आभार व्यक्त किया। इस शिकायत को भी यहां से फाईल किया गया।
13वीं शिकायत के तहत निर्मल कॉम्पलैक्स निवासी डा0 कुसुम मोर्य ने अपनी शिकायत में बताया कि उसके पति शिक्षा विभाग में कार्यरत थे और उनकी कैंसर के चलते मृत्यु हो गई थी। विभाग द्वारा उन्हें कोई वित्तीय लाभ नहीं मिल पाया है। इस मामले में राज्यमंत्री ने जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिए कि वे आज की बैठक की प्रोसिडिंग का हवाला देते हुए मुख्यालय को अवगत करवाएं ताकि प्रार्थी को नियमानुसार लाभ दिलवाया जा सके। इस शिकायत को भी यहां से फाईल किया गया।
14वीं शिकायत के तहत अम्बाला शहर निवासी पूजा देवी ने कहा कि उसने एक प्लाट खरीदा था और जिससे उसने प्लाट खरीदा वह उसकी रजिस्ट्री नहीं करवा रहा और न ही उसके पैसे वापिस कर रहा है। इस मामले में राज्यमंत्री ने कष्ट निवारण समिति के दो सदस्यों की डयूटी लगाई और पुलिस अधीक्षक को भी कहा कि इस मामले की जांच करते हुए प्रार्र्थी को नियमानुसार उसकी राशि दिलवाने का काम करें।
इस मौके पर अतिरिक्त उपायुक्त अपराजिता, एसडीएम अम्बाला शहर दर्शन कुमार, एसडीएम अम्बाला छावनी सतेन्द्र सिवाच, एसडीएम नारायणगढ़ यश जालुका, एसडीएम बराड़ा अश्वनी मलिक, नगराधीश विश्वजीत सिंह, नगर निगम संयुक्त आयुक्त अदिति, मंडल महामंत्री गुरविन्द्र सिंह, जिला उपाध्यक्ष साहिब सिंह मोहड़ी, जिला उपाध्यक्ष मदनलाल शर्मा, चंद्रमोहन फौजी, संजीव गोयल टोनी सहित जिला प्रशासन के अन्य अधिकारी मौजूद रहे।