प्रार्थी मनप्रीत कौर को कार्यालयों के चक्कर काटने के बाद समाधान शिविर में मिला न्याय, प्रार्थी ने प्रशासन का किया आभार व्यक्त, अनसुलझी समस्याओं का लगातार हो रहा है समाधान
कुरुक्षेत्र 19 जुलाई ट्यमूर से पीडि़त मरीज मनप्रीत कौर दिव्यांग पैंशन के लिए जब कार्यालयों के चक्कर लगा-लगाकर थक गई, तो आखिरकार समाधान शिविर में प्रार्थी को न्याय मिल पाया। इस प्रार्थी ने प्रशासन के समक्ष दिव्यांग पैंशन शुरु करने के लिए दस्तावेज प्रस्तुत किए। इन दस्तावेजों को सत्यापित करने के तुरंत बाद जिला समाज कल्याण विभाग के अधिकारियों को प्रार्थी मनप्रीत कौर की पैंशन शुुरु करने के आदेश दिए। इस प्रकार प्रशासन की एक कलम से प्रार्थी मनप्रीत कौर को समाधान शिविर से पैंशन का तोहफा मिला है।
प्रशासन के समाधान शिविर में शुक्रवार को लघु सचिवालय के सभागार में अतिरिक्त उपायुक्त डा. वैशाली शर्मा व नगराधीश डा. रमन गुप्ता के समक्ष झांसा रोड़ निवासी मनप्रीत कौर ने दिव्यांग पैंशन शुरु करने के लिए दस्तावेज दिए। इस दौरान प्रार्थी ने अपनी आप बीती प्रशासन के समक्ष रखी। इस प्रार्थी के तमाम दस्तावेजों और फरियाद को नगराधीश डा. रमन गुप्ता ने बड़े गौर से सुना और दस्तावेजों को तुरंत वैरिफाई भी करवाया। यहां पर प्रार्थी मनप्रीत कौर अपनी आपबीती सुनाते हुए कहा कि उनके बाएं हाथ में ट्यूमर है और किसी भी प्रकार का कार्य करने में असमर्थ है। उनका इलाज पीजीआई चंडीगढ़ से चल रहा है और इलाज पर भारी-भरकम राशि खर्च हो रही है और आय के साधन भी सीमित है। इसलिए सरकार की दिव्यांग पैंशन योजना का लाभ दिया जाए।
नगराधीश डा. रमन गुप्ता ने जिला समाज कल्याण विभाग के अधिकारियों को प्रार्थी मनप्रीत कौर की दिव्यांग पैंशन शुरु करने के आदेश दिए और कहा कि प्रार्थी को जरा सी भी परेशानी नहीं आनी चाहिए और पैंशन के लिए दोबारा कार्यालयों के चक्कर ना काटने पड़े। इसी तरह समाधान शिविर में रजनी रानी ने परिवार पहचान पत्र से संबंधित समस्या रखी कि पीपीपी में उनका व्यवसाय गलत दर्ज किया हुआ है और काफी समय से समस्या का समाधान नहीं हो पा रहा है। इस प्रार्थी के तमाम दस्तावेजों को चेक करने के उपरांत परिवार पहचान पत्र की त्रुटि को दुरुस्त कर दिया गया। समाधान शिविर में मोहन नगर निवासी सुशील कुमार ने अपनी समस्या रखी कि उनकी शादीशुदा बेटी का नाम अभी भी पीपीपी में अंकित है और इसके लिए वे काफी समय से कार्यालयों के चक्कर काट रहा है। इस समस्या का समाधान शिविर में तुरंत समाधान किया गया और परिवार पहचान पत्र से शादीशुदा बेटी का नाम हटा दिया गया है। प्रार्थी मनप्रीत कौर और रजनी रानी सहित अन्य फरियादियों ने समाधान शिविर में तुरंत न्याय मिलने पर मुख्यमंत्री नायब सिंह, राज्यमंत्री सुभाष सुधा और उपायुक्त शांतनु शर्मा सहित तमाम प्रशासनिक अधिकारियों का आभार व्यक्त किया है।