प्रदेश अध्यक्ष कुलवंत शर्मा ने बताया 22 जुलाई को कर्मचारी कुरुक्षेत्र उपायुक्त कार्यालय पर प्रदर्शन करेंगे
कुरुक्षेत्र, 13 जुलाई : हरियाणा गवर्नमेंट पी.डब्ल्यू.डी. मैकेनिकल वर्कर्स यूनियन रजिस्ट्रेशन नंबर 41 मुख्यालय चरखी दादरी कैंप कार्यालय करनाल संबंधित हरियाणा संबंधित कर्मचारी मंच की जिला कमेटी की अति आवश्यक बैठक जिला प्रधान अशोक यादव की अध्यक्षता में यूनियन कार्यालय में संपन्न हुई। बैठक का संचालन जिला सचिव राम रतन शर्मा ने किया। बैठक को संबोधित करते हुए प्रदेश अध्यक्ष कुलवंत शर्मा ने बताया कि प्रदेश कमेटी के आवाहन पर हरियाणा सरकार की कर्मचारी विरोधी नीतियों के खिलाफ प्रदेश भर में उपायुक्त कार्यालयों पर प्रदर्शन किए जाएंगे। कर्मचारियों की मांगों का मांग पत्र उपायुक्तों के माध्यम से मुख्यमंत्री हरियाणा सरकार को भेजा जाएगा। इस कड़ी में 22 जुलाई को जिला कुरुक्षेत्र के कर्मचारी उपायुक्त कार्यालय कुरुक्षेत्र पर प्रदर्शन करेंगे। कुलवंत शर्मा ने कहा कि कर्मचारी सरकार से मांग करते हैं कि कर्मचारियों की मांगों को बातचीत द्वारा हल करें। वरना सरकार के खिलाफ आंदोलन को तेज किया जाएगा। बैठक में राज्य चेयरमैन सत्यपाल वर्मा ने अपने संबोधन में कहा कि हरियाणा सरकार जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग में 18 वर्ष से कार्यरत एम.पी.डब्ल्यू. कर्मियों को रेगुलर किया जाए। कौशल रोजगार निगम में लगे कर्मियों को नियमित किया जाए। ग्रामीण टयुवेल ऑपरेटरों को पक्का किया जाए व उनका रुका हुआ वेतन जारी करवाया जाए। सभी कर्मियों को एल.टी.सी. की सुविधा दी जाए। मृतक कर्मचारियों के आश्रितों को दी जाने वाली नौकरी में 5 वर्ष की सेवा व 52 वर्ष की शर्त को हटाई जाए। पुरानी पेंशन नीति बहाल की जाए। जनस्वास्थ्य विभाग के तृतीय श्रेणी कर्मचारियों को 25500 रुपए का वेतनमान दिया जाए। पी.डब्ल्यू.डी. के तीनों विभागों में ठेकेदारी प्रथा बंद की जाए। जनस्वास्थ्य विभाग की पेयजल व सीवरेज की स्कीम नगर निगम व पंचायत से वापस ली जाए आदि मांगों को लेकर यूनियन संघर्षरत है। बैठक में राज्य प्रधान तेजपाल गुर्जर, अभय राम, बलबीर सैनी, जिला संगठन सचिव जनस्वास्थ्य विभाग से चेयरमैन राजेश सैनी, ब्रांच सचिव कुलदीप सैनी, उप प्रधान गुरनाम कश्यप, सतीश कुमार, रणवीर शर्मा, कोषाध्यक्ष बलबीर बंसी , बी.एंड.आर. विभाग से रमेश कुमार प्रधान लाड़वा, जरनैल सिंह प्रधान पेहवा, रामकुमार, सतनाम सिंह, मेहर सिंह सिंचाई विभाग से जयपाल मुंडे, रमेश कुमार आदि ने भी अपने विचार रखे।