विद्यार्थी घर बैठे ही विद्यार्थियों को दाखिला, परीक्षा फार्म, ट्रांसक्रिप्ट, डुप्लीकेट डीएमसी सहित मिल रही है अनेक सुविधाएं

डॉ. राजेश वधवा/कुरुक्षेत्र। कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में लागू की गई एकीकृत विश्वविद्यालय प्रबंधन प्रणाली की आटोमेशन में अहम भूमिका है। आईयूएमएस  सिस्टम कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय की बेहतरी के लिए है। विद्यार्थियों की सुविधाओं के लिए भविष्य में विश्वविद्यालय को पूर्णतया डिजीटलाईज करने की दिशा में आईयूएमएस प्रणाली को कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा के मार्गदर्शन में चरणबद्ध तरीके से विश्वविद्यालय में लागू किया जा रहा है।
लोक सम्पर्क विभाग के निदेशक प्रो. महासिंह पूनिया ने बताया कि आईयूएमएस पोर्टल विश्वविद्यालय में दाखिला प्रक्रिया से लेकर विद्यार्थियों की अंकतालिका बनाने तक, कर्मचारियों व संस्थान के सभी रिकॉर्ड को, कार्यालय संबंधी कार्य, विद्यार्थियों की सभी जरूरी ऑनलाइन सेवाओं को, वित्त सम्बंधी सभी सेवाओं को, परीक्षा संबंधी सभी सेवाओं को सुचारू रूप से छात्रों तक पहुंचाने व प्राईवेट शिक्षा, डिस्टेंस व सम्बन्धित कॉलेजों के लिए ऑनलाइन पोर्टल एक अहम भूमिका अदा कर रहा है। आईयूएमएस विश्वविद्यालय की कार्यप्रणाली को तीव्र करने व पारदर्शिता लाने, परीक्षा, अकाउंट्स, ई-फाइलिंग सिस्टम सहित सभी विभागीय कार्यों के लिए उपयोगी है। आईयूएमएस द्वारा इस सत्र में यूटीडी में दाखिले के लिए 18379 व आईआईएचएस में दाखिले के लिए 7876 छात्रों ने सुविधा का लाभ उठायां। पिछले सत्र में प्राइवेट दाखिले के लिए करीब 67 हजार छात्रों ने तथा डिस्टेंस एजुकेशन के लिए करीब 17500 छात्रों ने आईयूएमएस सुविधा का लाभ उठाया।
लोक सम्पर्क विभाग के निदेशक प्रो. महासिंह पूनिया ने बताया कि आईयूएमएस पोर्टल के माध्यम से ही यूजी, पीजी के एडमिशन से लेकर परीक्षा फार्म भरने, फीस, छात्रों को मेस सुविधा, पुस्तकालय, विभिन्न  पंजीकरण, ऑनलाइन माइग्रेशन, विभिन्न विभागों में एडमिशन, पीएचडी के शोधार्थी, स्कालरशिप, भर्तियां, छात्रों की शिकायत, एलुमनी, वेबसाइट सहित अन्य कार्यों को भी डिजिटल रूप में किया जा रहा है। आईयूएमएस के भर्ती पोर्टल पर विश्वविद्यालय में विभिन्न शिक्षण व गैर-शिक्षक कर्मचारियों के लिए विभिन्न पदों पर भर्तियां की जा रही है जो कि बहुत सरल व सुगम तरीके से की जा रही हैं। आईयूएमएस एलुमनी पोर्टल विश्वविद्यालय के पूर्व छात्रों के लिए उपयोगी साबित हो रहा है जिसमें विश्वविद्यालय के पूर्व छात्रों का डाटा संग्रहित किया जा रहा है।
डॉ. महासिंह पूनिया ने बताया कि इस पोर्टल की खास विशेषता यह है कि विद्यार्थी द्वारा दर्ज की गई प्रार्थना पत्र/समस्या तुरंत सम्बन्धित विभाग/कॉलेज व विश्वविद्यालय के संबंधित कर्मचारी के पास ऑनलाईन माध्यम से पहुंच रही है तथा स्वयं विद्यार्थी भी इस प्रक्रिया को देख पा रहा है। परीक्षा सम्बन्धी समस्या/प्रार्थना के निपटान हेतु की गई कार्यवाही भी विद्यार्थी को तुरंत पता चल रही है।
आईयूएमएस पोर्टल सुविधा का लाभ प्राइवेट तथा दूरस्थ एवं ऑनलाइन शिक्षा केंद्र के विद्यार्थी भी ले रहे हैं। आईयूएमएस से ऑटोमेशन के तहत फाइलों को ट्रैक करना आसान हुआ है। आज इस डिजिटल युग में हर व्यक्ति को डिजिटल साक्षर होना बहुत जरूरी है। हमें आज की टैक्नालॉजी को समझना होगा तभी हम कार्य सरलता एवं समझ के साथ कर पाएंगे।

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