रेवाड़ी के बस स्टैंड स्थित नया बाजार में बरसाती नाले के पानी की निकासी के लिए लगाई गई लोहे की जालियां हादसों को दावत दे रही है। वाहनों की आने जाने से यह जालियां टूट गई है जिस कारण दो पहिया वाहन चालकों को दिखाई नहीं देता और हादसे होने का अंदेशा बना रहता है। नया बाजार व्यापार मंडल के प्रधान राकेश भाटोटिया दुकानदार शिवम गुप्ता और रोहित बत्रा आदि ने बताया कि प्रशासन की ओर से शहर के बाजारों में बरसाती पानी निकासी के लिए नाले बनाए गए हैं इन नालों की सफाई के लिए जगह जगह जाल लगाकर खुला छोड़ा हुआ है कई जगह तो ये जाल भारी वाहनों के आवागमन से टूट गए हैं जिस कारण खुले होने की वजह से वाहनों के गिरने और हादसे होने का डर बना रहता है। उन्होंने कहा कि 2 दिन पहले एडीसी और नगर परिषद अधिकारियों ने भी बाजार का दौरा किया था और इसकी समाधान का आश्वासन दिया था लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है ऊपर से मानसून का सीजन शुरू हो गया है ऐसे में पानी भरने और नाले ओवरफ्लो होने की वजह से वाहन चालकों और पैदल राहगीरों को ये दिखाई नहीं देने के कारण हादसे अधिक होंगे। इसलिए उन्होंने अपने बोर्ड खुले नाले के जाल पर लगाए हैं ताकि लोग हादसे का शिकार ना हो। आपको बता दें कि नया बाजार के साथ भाड़ावास गेट और गोकल गेट रेलवे रोड पर भी इसी प्रकार वॉटर ड्रेनेज लाइन बिछाई गई है और ऊपर से लोहे के जाल से ढका गया है सभी जगह ये जाल या तो टूट गए हैं या धंस गए हैं और कूड़े कचरे से जाम होने के चलते इनमें पानी निकासी भी नही होती। बाजार के व्यापारियों ने प्रशासन से जल्द समस्या के समाधान की मांग की है।
वहीं दूसरी ओर एडीसी एवं जिला नगर आयुक्त अनुपमा अंजलि ने मानसून सीजन में बरसात के कारण पैदा होने वाली जलभराव की स्थिति से निपटने के लिए शुक्रवार को संबंधित विभाग के अधिकारियों के साथ शहर के नालों की सफाई का जायजा लिया और अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने निर्देश देते हुए कहा कि बरसात के दौरान कहीं पर भी जलभराव की स्थिति उत्पन्न नहीं होनी चाहिए, इसके लिए संबंधित विभाग जिम्मेदार होगा। उन्होंने निर्देश दिए कि शहर में कोई भी नाला बिना सफाई के नहीं रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि मानसून सीजन में बरसात के मद्देनजर जलभराव की स्थिति से निपटने के लिए टीम पूरी तरह अलर्ट रहें और फील्ड में जाकर संभावित जलभराव वाले क्षेत्रों का दौरा करें ताकि जिला में जलभराव की स्थिति उत्पन्न न हो। उन्होंने कहा कि संबंधित विभाग बरसात के मद्देनजर पानी निकासी की समुचित व्यवस्था कराना सुनिश्चित करें।
एडीसी ने निर्देश दिए कि जनस्वास्थ्य विभाग, शहरी निकाय, हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण योजनाबद्ध तरीके से कार्य करते हुए शहरी व ग्रामीण क्षेत्र में जलभराव न हो इसके लिए मॉनिटरिंग सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन का पूरा प्रयास है कि नागरिकों को बरसात के कारण किसी प्रकार की परेशानी न उठानी पड़े और यह तभी संभव है जब संबंधित विभाग आपसी तालमेल व समन्वय से कार्य करते हुए स्थिति पर नजर रखें। उन्होंने कहा कि वे स्वयं भी स्थिति पर नजर रखे हुए हैं। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे बरसात होने की संभावना के साथ ही टीम के साथ अलर्ट हो जाएं। उन्होंने कहा कि संबंधित विभाग जलभराव की समस्या से निजात पाने के लिए कर्मचारियों को जल निकासी के लिए उपकरण व संसाधन उपलब्ध करवाएं।
एडीसी अनुपमा अंजलि ने कहा कि संबधित अधिकारी अपने-अपने अधिकार क्षेत्र में जलभराव की मॉनिटरिंग करते हुए उन्हें रिपोर्ट प्रस्तुत करें। उन्होंने रेवाड़ी, धारूहेड़ा व  बावल शहरी क्षेत्र सहित ग्रामीण क्षेत्रों में जलभराव की स्थिति से निपटने के लिए नगर परिषद, सिंचाई व जनस्वास्थ्य विभाग के साथ ही लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को जल निकासी के लिए व्यापक प्रबंध सुनिश्चित करने बारे सख्त निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि बरसात के मद्देनजर जहां कहीं भी जलभराव की स्थिति पैदा होती है वहां संबंधित विभाग जल निकासी के लिए तत्परता से कार्यवाही करते हुए आवश्यक प्रबंध सुनिश्चित करें। उन्होंने नालों की सफाई करने के आदेश देते हुए कहा कि नालों की सफाई न होने के कारण जलभराव न हो इसका विशेष ध्यान रखा जाए। सभी नाले साफ होने चाहिएं। उन्होंने कहा कि एमसी एरिया में बहुत सी ऐसी जगह है जहां पर जलभराव की अधिक समस्या है। इन सभी जगहों पर मैन पावर लगाने के साथ-साथ पंप सेट भी लगाए जाएं।

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