कौम अपने शहीदों के बलिदान को याद रखेः मेजर जनरल अरविन्द यादव
कुरुक्षेत्र, 28 जून। भारतीय सेना के अतिरिक्त तोपखाना महानिदेशक (एडिशनल डायरेक्टर जनरल आर्टिलरी) मेजर जनरल अरविन्द यादव ने कहा कि कौम देश के लिए शहीद होने वाले बलिदानियों को हमेशा याद रखे। जो कौम अपने शहीदों को भूल जाती है उनका वजूद खत्म हो जाता है। समाज को देश के सैनिकों व उनके परिजनों का हमेशा सम्मान करना चाहिए। वे शुक्रवार को सीनेट हॉल में विजय दिवस रजत जयंती महोत्सव के अंतर्गत आयोजित संवाद कार्यक्रम में बतौर मुख्यातिथि बोल रहे थे। इससे पहले दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि द्वारा कारगिल शहीदों के परिजनों व कारगिल योद्धाओं को सम्मानित किया गया।
केयू एलुमनी मेजर जनरल अरविंद यादव ने कुवि कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा का कार्यक्रम के आयोजन के लिए धन्यवाद व्यक्त करते हुए कहा कि सैनिक अपना पूरा जीवन देश की सेवा व सुरक्षा के लिए समर्पित करता है इसलिए उनका मान, सम्मान करना समाज की नैतिक जिम्मेदारी बनती है। इस प्रकार के कार्यक्रम समाज और सैनिकों को परस्पर जोड़ने का कार्य करते हैं। उन्होंने कहा कि भारतीय सेना ने कारगिल युद्ध में अपने शौर्य का परिचय देते हुए अपने राष्ट्र के लोगो की रक्षा करते हुए शहीद होकर देश का नाम रोशन किया।
उन्होंने मिलिट्री साईंस एवं मिलिट्री स्टडीज को शिक्षण संस्थानों के पाठ्यक्रमों में शामिल करने का आग्रह किया ताकि युवा पीढ़ी देश के प्रति जान कुर्बान करने वाले वीर जवानों के बलिदान व शौर्य गाथा को जान सके और उनका सम्मान करे। इसके साथ ही उन्होंने एनसीसी को बढ़ावा देने की बात कर युवाओं को अनुशासन में रहकर देश सेवा करने का आह्वान किया।
छात्र कल्याण अधिष्ठाता प्रो. एआर चौधरी ने कुवि परिसर में पहुंचने पर मेजर जनरल अरविन्द यादव, डी-5 मोटरसाइकिल दल के 36 सदस्यों, शहीदों के परिजनों व कारगिल योद्धाओं का स्वागत व अभिनंदन करते हुए कहा कि शहीदों, वीर जवानों द्वारा देश की सीमाओं पर दिए गए बलिदान से युवाओं को प्रेरणा लेकर देशसेवा के अग्रणी रहकर कार्य करने की आवश्यकता है। मंच का संचालन डॉ.अतुल यादव ने किया। उन्होंने बताया कि डी-5 मोटरसाइकिल दल के 36 सदस्यों की 10 हजार किलोमीटर की यात्रा द्रास में जाकर सम्पन्न होगी। इस अवसर पर डॉ. हरविन्द्र राणा ने अपनी पुस्तक कभी तो आ जाना मेजर जनरल अरविन्द यादव को भेंट की।
इस मौके पर प्रो. डीएस राणा, प्रो. ब्रजेश साहनी, प्रो. विवेक चावला, आईआईएचएस प्राचार्या प्रो. रीटा दलाल, प्रो. कुसुमलता, प्रो. अनिल गुप्ता, केडीबी के मानद सचिव उपेन्द्र सिंघल, कैप्टन परमजीत सिंह, अशोक रोशा, डॉ. एमके मोदगिल, डॉ. आनंद, डॉ. वीरेन्द्र पॉल, जिला सैनिक बोर्ड के आरआर शर्मा सहित कारगिल शहीदों के परिजन, कारगिल योद्धा, एनसीसी कैडेट्स व धार्मिक, सामाजिक संस्थाओं के प्रतिनिधि मौजूद रहे।
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कारगिल शहीदों के परिजनों व कारगिल योद्धाओं को किया गया सम्मानित
लोक सम्पर्क विभाग के निदेशक प्रो. महासिंह पूनिया ने बताया कि कार्यक्रम में कारगिल शहीद सिपाही संजीव कुमार की माता पार्वती देवी, शहीद नायक जसविन्द्र सिंह की धर्मपत्नी सिमरजीत कौर, शहीद सिपाही गुलाब सिंह की माता मेरो देवी, शहीद राइफलमैन परवेश कुमार की माता कमलेश देवी व कारगिल युद्ध में अपनी दोनों टांग खोने वाले नायक सूबेदार स्वर्ण सिंह को सम्मानित किया गया और सभी को सम्मान स्वरूप 35 हजार रुपये व शाल सम्मान में प्रदान की गई।
उन्होंने बताया कि कुरुक्षेत्र के कारगिल योद्धाओं सूबेदार मेजर(आन कप्तान) सुरेन्द्र मोहन शर्मा, सूबेदार मेजर(आन कप्तान) गुरमेल सिंह, सूबेदार रविन्द्र कौशिक, सिपाही सतनाम सिंह, हवलदार मुकेश, नायक बहादुर सिंह, सूबेदार मेजर गुरमीत सिंह, हवलदार राज सिंह, सूबेदार मेजर करम सिंह, हवलदार करमचन्द, सूबेदार मेजर (आन कप्तान) गुरमीत सिंह, आन कप्तान बलजीत सिंह, नायक बलबीर सिंह व हवलदार सतपाल सिंह को सम्मानित किया गया।
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आईआईएचएस प्रांगण में किया पौधारोपण
डॉ. महासिंह पूनिया ने बताया कि मेजर जनरल अरविन्द यादव ने कुवि के आईआईएचएस के प्रांगण में पौधारोपण किया तथा विश्वविद्यालय के एनसीसी कैडेट के साथ संवाद किया और छात्रों को भारतीय सेना द्वारा किए गए बलिदान के बारे में बताया तथा देश सेवा के लिए प्रेरित किया।