अम्बाला, 17 जून- हरियाणा कला एवं सांस्कृतिक कार्य विभाग व शिक्षा विभाग के संयुक्त तत्वावधान में राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय बी सी बाजार अंबाला में 1 जून से 30 जून तक सुबह 8 बजे से 11 बजे तक ग्रीष्मकालीन अवकाश के दौरान कार्यकम चलाया जा रहा है। जिला अम्बाला में 9वीं से 12वीं कक्षा के विद्यार्थी टाबर उत्सव के तहत किताबी ज्ञान के साथ साथ मूर्तिकला का हुनर सीख रहे है।
यह प्रशिक्षण आधुनिक मूर्तिशिल्प क्ले मॉडलिंग, रिलीफ एवं 3 डी स्कल्पचर आर्ट में हरियाणवी संस्कृति पर आधारित दिया जाएगा। ग्रीष्मकालीन अवकाश के दौरान छात्र-छात्राओं का रचनात्मक/कलात्मक विकास करवाने के लिए यह प्रशिक्षण बच्चों के भविष्य को उज्जवल बनाने में कारगर सिद्ध होगा। जिला के विभिन्न स्कूलों के विद्यार्थियों एक स्थान पर एकत्रित कर मूर्तिकला का नि:शुल्क प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इससे विद्यार्थी भविष्य में कला प्रतियोगिताओं में बढ़-चढक़र भाग लेने के साथ राष्ट्रीय व अन्तर्राष्ट्रीय स्तर की मूर्ति शिल्प प्रतियोगिताओं के बारे में भी जानेंगे। इस शिविर में राज्य के निपुण कलाकारों एवं सह कलाकारों द्वारा विद्यार्थियों को मूर्तिकला में पारंगत किया जा रहा है और प्रयोग होने वाली सामग्री जैसे क्ले, पीओपी (अन्य माध्यम) व सामग्री आदि से लघु मूर्तिशिल्पों को बना कर रंगों से हुनर भी सिखाए जा रहे है। जिससे भविष्य में उनको मूर्तिकला क्षेत्र में शिक्षा के साथ मूर्तिकला के क्षेत्र में प्रतियोगिता, रोजगार एवं मूर्तिकला के क्षेत्र में करियर बनाने का भी ज्ञान मिलेगा। प्रशिक्षण देने वाले कलाकारों द्वारा कला संस्कृति तथा मूर्तिकला के उत्थान संरक्षण, संवर्धन एवं विकास हेतु कला को निखारा जा रहा। जिससे विद्यार्थी अपना कैरियर बना सकेंगे। जिला में आधुनिक मूर्तिकला के प्रचार-प्रसार हेतु यह शिविर अत्यंत सार्थक सिद्ध होगा। इस शिविर/समर कैम्प में विद्यार्थियों को प्रतिदिन रिफैश्मेन्ट भी दी जा रही है।
मूर्तिशिल्प एक मात्र ऐसा विषय है जिसमें सभी विषयों का अध्ययन एक साथ हो जाता है। शारिरिक, मानसिक एवं बौधिक ज्ञान को नवीनता प्रदान करता है। हरियाणा राज्य में लुप्त होती मूर्तिकला का विकास एवं विभिन्न माध्यमों में जैसे धातु लकड़ी, पत्थर, पीओपी, टैराकोटा, कांच, वैल्डिंग, सिरामिक, असेम्बलेज आदि माध्यमों से भी अवगत करवाया जाएगा। कक्षाओं को प्रयोगात्मक व रोचक बनाने के लिए लाईव मोडल डेमो से भी कार्य करवाया जाएगा। जिला के लगभग 40 से 50 विद्यार्थी इन 30 दिनों में तकनीकी व कलात्मक दृष्टिकोण से लाभान्वित होंगे।
आज कला एवं सांस्कृतिक कार्य विभाग हरियाणा के श्री हृदय कौशल, कला एवं सांस्कृतिक अधिकारी (मूर्तिकला) द्वारा टाबर उत्सव समर कैंप का निरीक्षण किया गया। जिसमे उन्होंने कैंप में उपस्थित बच्चो से उनके किए जा रहे कार्य तथा रिफ्रेशमेंट के बारे में पूछा। इस अवसर विद्यालय की प्रधानाचार्या श्रीमती रेखा ,जिला कल्चरल कॉर्डिनेटर अरविन्द सिंह तथा मुख्य परिक्षक अमित कुमार एवम् मनीषा उपस्थित रहे।