– यूनिवर्सिटी के चांसलर और हरियाणा के राज्यपाल से कार्रवाई करने को कहा
डॉ. राजेश वधवा
कुरुक्षेत्र। शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने कुरूक्षेत्र स्थित श्री कृष्णा आयुष विश्वविद्यालय के कुलपति द्वारा पांचवें पातशाह श्री गुरु अर्जन देव के शहीदी दिवस के अवसर पर विश्वविद्यालय में आयोजित समारोह के दौरान गुरु इतिहास से छेड़छाड़ करने पर आपत्ति जताई है। इस मामले में शिरोमणि कमेटी ने विश्वविद्यालय के चांसलर और हरियाणा के राज्यपाल श्री बंडारू दत्तात्रेय को एक ई-मेल पत्र भेजकर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर वैद करतार सिंह धीमान से स्पष्टीकरण मांगने को कहा है व उनसे सिख समुदाय से माफी मंगवाने को कहा है।
इस संबंध में शिरोमणि कमेटी के अध्यक्ष एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी ने कहा कि सिखों का इतिहास पूरी तरह से अनोखा और मौलिक है, जिसे साजिश के तहत छेड़छाड़ किया जा रहा है। इसी परिघटना के तहत श्रीकृष्णा आयुष विश्वविद्यालय कुरूक्षेत्र के कुलपति ने आपत्तिजनक कार्रवाई की है, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि वीसी द्वारा जानबूझकर श्री गुरु अर्जन देव जी की शहादत के इतिहास को तोड़-मरोड़कर पेश करना और इसे सनातन हिंदू धर्म की रक्षा के लिए बताना पूरी तरह से गलत है। यह सिख इतिहास और सिद्धांतों को ठेस पहुंचाने वाला कृत्य है। अगर एक जिम्मेदार पद पर बैठा व्यक्ति ऐसा कृत्य करे तो यह और भी गंभीर और षडयंत्रकारी है। एडवोकेट धामी ने कहा कि इस विश्वविद्यालय के वीसी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए क्योंकि किसी भी धर्म की भावनाओं का ख्याल रखना एक सरकारी संस्थान के जिम्मेदार अधिकारियों का कर्तव्य है। उन्होंने कहा कि गुरुओं का गुरुपर्व मनाना अच्छी बात है, लेकिन इसे सिख धर्म की परंपराओं और इतिहास को खराब करने के लिए नहीं मनाया जाना चाहिए।
शिरोमणि कमेटी अध्यक्ष ने कहा कि यह गंभीर जांच का मामला है जिस पर यूनिवर्सिटी के चांसलर और हरियाणा के राज्यपाल को कड़ा संज्ञान लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि शिरोमणि कमेटी ने हरियाणा के राज्यपाल को कार्रवाई के लिए ई-मेल पत्र भेजा है और अगर समय पर कार्रवाई नहीं हुई तो शिरोमणि कमेटी कानूनी तौर पर आगे बढ़ेगी।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *