पिहोवा. सहज योग संस्था की ओर से कुंडलिनी जागरण एवं ध्यान कार्यक्रम करवाया गया। इसमें चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के बायो साइंस विभाग के सह प्राध्यापक डॉ. रामकुमार पुंडीर ने सहज योग के बारे में जानकारी दी। शिविर में योग साधकों को मनुष्य के सूक्ष्म शरीर के सात चक्र और तीन नाड़ियों के शुद्धिकरण की प्रक्रिया सिखलाई गई। डॉ. रामकुमार पुंडीर ने कहा कि सह का अर्थ आपके साथ और ज का मतलब जन्म योग है। जो योग के जरिए परमात्मा से कनेक्शन है। इस योग के जरिए मधुमेह, कैंसर, तनाव और अन्य कई परेशानियों से छुटकारा पाया जा सकता है। इसके जरिए समाज को पतन से बचाया जा सकता है। शिक्षा प्राप्त करने वाले छात्रों में इस योग के जरिए समान शक्ति बढ़ती है जिससे बचपन को नजर के दोष से बचकर चश्मे से भी छुटकारा पाया जा सकता है। शिविर में साधकों ने हाथों की उंगलियों, हथेलियों और सिर से तालू पर ठंडी चैतन्य लहरों का आभास किया। डॉ रामकुमार पुंडीर ने बताया कि विश्व के विभिन्न देशों में इस पद्धति को अपनाया जा रहा है। यह ध्यान सर्वदा मुक्त है। जिसका उद्देश्य विश्व शांति, एकता एवं स्वास्थ्य को प्राप्त करना है।

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