इस्माईलाबाद,2 जून : अम्बाला रोड स्थित एक निजी पैलेस में शनिवार रात्रि महफिल-ए-मामू आल्हा बख्श कव्वाली कार्यक्रम आयोजित हुआ। कार्यक्रम में गंगोह के मशहूर कव्वाल नसीर गंगोही एंड पार्टी द्वारा मामू आल्हा बख्श की शान में एक से बढ़कर एक सूफियाना कलाम पढ़ते हुए कव्वालियां पेश की। सेवादार भाग सिंह ने बताया कि कार्यक्रम का आयोजन सरबजीत व मलकीत सिंह परिवार द्वारा किया गया जिसमें दूर-दूर से बड़ी संख्या में आए श्रद्धालुओं ने आशीर्वाद लिया। भगत मोहनलाल (गुरु जी)बिशनगढ़ वाले के सान्निध्य में भगत पन्नालाल,भगत राममूर्ति, भगत मनजीत सिंह,भगत विक्रम कबीर सिंह,अम्बाला कैंट से हेमचंद जैन,सोनू भगत पिहोवा और भगत अजायब सिंह आदि साहेबान गद्दी पर विराजमान हुए। इससे पूर्व विशाल भंडारे में श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया। मामू साहब का बोलबाला हो….. के पवित्र उद्घोष से आरंभ हुई महफिल में कव्वालों ने कई यादगार कव्वालियां सुनाई जिनमें मेरे मामू पिया तेरे दर की कसम, तूने पर्दा उठाया मजा आ गया…,ये तेरा करम है मामू पिया, मुझे क्या से क्या बना दिया…..,तेरा दामन न छोडेगें मामू गंगोह वाले ….. ,आप रूठे तो मनाने में मजा आता है…,ऐसी पोशाक मेरे मामू ने पहनाई है…, आया जो नजर जलवा महबूब-ए-इलाही का… और दर पे मामू के मुकद्दर का कोई खेल नहीं, मेरे मामू के घर देर है अंधेर नहीं…इत्यादि कव्वालियां काफी सराही गई। श्रद्धालु रात भर मामू की महफिल में झूमते रहे। सुबह रंग की रस्म के साथ कार्यक्रम की संपन्न हुआ। इस अवसर पर बलजीत शर्मा,कमल बंसल,सूरज भान भानी,अवतार सिंह ठोल,संजीव गर्ग,अभिषेक गोयल,राहुल हथीरा,देवराज और तेजपाल सहित बड़ी संख्या में संगत शामिल हुई।