कुवि के यूआईईटी संस्थान द्वारा क्षितिज 24 कार्यक्रम आयोजित
कुरुक्षेत्र, 30 मई। कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के यूआईईटी संस्थान द्वारा डाॅ. आरके सदन में क्षितिज 24 कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसका उद्घाटन केयू डीन इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी व यूआईईटी के निदेशक प्रो. सुनील ढींगरा ने दीप प्रज्ज्वलित करके किया।
यह कार्यक्रम बीटेक कम्प्यूटर साइंस इंजीनियरिंग, मैकेनिकल इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रानिक्स कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग और बायोटेक्नोलॉजी इंजीनियरिंग के अंतिम वर्ष के विद्यार्थियों द्वारा आयोजित किया गया।
इस अवसर पर प्रो. सुनील ढींगरा ने कहा की क्षितिज जैसे कार्यक्रम से विद्यार्थी संस्थान के साथ भविष्य में आत्मीयता और शुद्ध आचरण के साथ नैतिकता से व्यवहार करेंगे जिसका प्लेसमेंट में फायदा मिलेगा। प्रो. ढींगरा ने कहा की स्कूलिंग के बाद सीधे विद्यार्थी तकनीकी संस्थान में आते है और यहां से पास आउट होने के बाद विद्यार्थी कॉर्पोरेट क्षेत्र में जा रहे है वहाँ जाने से पहले परिपक्वता की भावना जरूरी है। इन कार्यक्रम से छात्रों की परिपक्वता सुधारने में बड़ी कामयाबी मिलेगी जिसका फायदा कॉरपोरेट में सीधे रूप से मिलेगा क्योंकि यह कार्यक्रम विद्यार्थियांे द्वारा स्वयं के लिए आयोजित किया गया है। कार्यक्रम के दौरान छात्र तरुण मंथन, चंद्रहंस, साक्षी को गेट परीक्षा में सफलता अर्जित करने पर सम्मानित किया गया। वहीं एसआईएच की राष्ट्रीय प्रतियोगिता में पुरस्कार पाने वाले विद्यार्थियों को सर्टिफिकेट व स्मृतिचिन्ह से सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम संयोजिका डॉ. प्रियंका जांगड़ा ने बताया कि कार्यक्रम में शैक्षणिक स्तर में उच्चतम अंक अर्जित करने वाले 12 विद्यार्थियो को भी मोमेंटो और प्रमाणपत्र से सम्मानित किया। विद्यार्थियो ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम पेश कर उपस्थित दर्शको को थिरकने के लिए मजबूर कर दिया। सभी बीटेक अंतिम वर्ष के विद्यार्थियो का फैकल्टी वाईज समूह चित्र किया गया।
इस अवसर पर कार्यक्रम संयोजिका इलेक्ट्रानिक्स कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग डॉ. प्रियंका जांगड़ा, कम्प्यूटर इंजीनियरिंग के विभागप्रमुख डॉ. अजय जांगड़ा, मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग के प्रमुख डॉ. सुनील नैन, बायोटेक्नोलॉजी इंजीनियरिंग विभाग प्रमुख डॉ. अमिता मित्तल डॉ. राम अवतार, डॉ राजेश दहिया, डॉ. अनीता पुनिया, डॉ. सेफाली, डॉ. शिखा भारद्वाज, डॉ. दीप्ति, परमिंदर, प्रज्ञा, सौम्या, वर्षा व हरिकेश पपोसा मौजूद रहे।