अम्बाला शहर,13 मई : गुदगुदी जंक्शन समूह,कुरुक्षेत्र की जिला अम्बाला कार्यकारिणी द्वारा बादशाही बाग कालोनी में रविवार सायं टी विद गुदगुदी “सुर संध्या” कार्यक्रम आयोजित किया गया। जानकारी देते हुए कार्यक्रम अधिकारी डॉ.संजय गौतम ने बताया कि इस कार्यक्रम की मेजबानी जिला अम्बाला प्रभारी करमजीत सिंह ने की जिसमें संगीतप्रेमी शामिल हुए। संस्थापक अध्यक्ष चन्द्रमौलि गौड़ की अध्यक्षता में हुए इस कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलन और सरस्वती वंदना से हुआ। तत्पश्चात सभी सदस्यों का परिचय और कुशलक्षेम वार्ता हुई। कार्यक्रम में 11 गायकों ने अपनी मधुर आवाज में फिल्मी गीतों से समां बांधा जिसमें अम्बाला कैंट से इंद्र शर्मा ने छुपाना भी नहीं आता….व मैं शायर तो नहीं….,डेराबस्सी(पंजाब) से कुलदीप मेहता ने पुकारता चला हूं मैं…. व ऐसे न मुझे तुम देखो…,कुरुक्षेत्र से जसबीर सिंह सहोता ने एक अजनबी हसीना से यूं मुलाकात हो गई… व बदन पे सितारे लपेटे हुए….,दीपांशी शर्मा ने क्या जानूं सजन होती है क्या गम की शाम… व मेरे मोला करम हो करम…,रविंदर कौर ने दिल तो है दिल दिल का एतबार क्या कीजे…,नीलम ने सुन साहिबा सुन प्यार की धुन…,सुकृति ने हमें और जीने की चाहत न होती…,कबीर भोला ने मैं कोई ऐसा गीत गाऊँ….व दिलबर मेरे कब तक मुझे ऐसे ही तड़पाओगे….,सुनील वत्स ने हाल क्या है दिलों का न पूछो सनम…,करमजीत सिंह ने मेरे महबूब कयामत होगी….और जसकीरत सिंह ने हमदम मेरे मान भी जाओ…आदि गीतों से खूब रंग जमाया। साथ ही गीतों के अंतराल में शायरी भी खूब हुई जिसका सभी श्रोताओं ने लुत्फ उठाया। कार्यक्रम का समापन ओम जय जगदीश हरे….आरती के साथ किया गया। अगला कार्यक्रम कुरुक्षेत्र में म्यूजिकल अंताक्षरी और अम्बाला कैंट में महफ़िल-ए-शायरी प्रस्तावित है।
कार्यक्रम में विनोद भोला,जगतार सिंह,सम्राट सिंह,जसप्रीत सिंह,गगनदीप,हरमीत सिंह,ज्योति,हरप्रीत कौर और संजीत कौर सहित अन्य मौजूद रहे।