ऑनलाईन नामांकन पत्र दाखिल करने के लिए बनाया कैंडिडेट नॉमिनेशन एप्लीकेशन, उपायुक्त शांतनु शर्मा के आदेशानुसार कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय पत्रकारिता विभाग में विद्यार्थियों को दी मोबाइल एप की जानकारी, वोटर हेल्पलाइन ऐप से डाउनलोड करें मतदाता स्लिप
कुरुक्षेत्र 25 अप्रैल कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय जनसंचार एवं पत्रकारिता विभाग में युवा मतदाताओं की मौके पर वोट बनाने के लिए मोबाइल एप से आवेदन करवाया गया और युवा मतदाताओं को मोबाइल एप के माध्यम से चुनाव संबंधी ताजा जानकारी लेने के बारे में प्रशिक्षण भी दिया गया। इतना ही नहीं जनसंचार विभाग के विद्यार्थियों ने मास्टर ट्रेनर से मोबाइल एप और टोल फ्री नंबर 1950 के बारे में सीधा संवाद भी किया। इस दौरान प्रत्येक विद्यार्थी की वोट बनवाने और वोट से संबंधित जानकारी लेने की तमाम शंकाओं को दूर किया गया।
उपायुक्त शांतनु शर्मा के आदेशानुसार और अतिरिक्त उपायुक्त डा. वैशाली शर्मा के मार्गदर्शन में कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के पत्रकारिता विभाग के सभागार में वीरवार को मोबाइल को लेकर एक वर्कशॉप कम प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर में मास्टर ट्रेनर सुनील मराठा और जय किशन ने मोबाइल एप के बारे में विस्तार से जानकारी दी। इस शिविर में पत्रकारिता विभाग के शिक्षक डा. आबिद अली, रितू, सुनीता, मोनिका, अर्पण, प्रीति, अमित, सचिन, गौरव, जतिन, नीतिन, राहुल, राकेश आदि ने भी मोबाइल एप से संबंधित सवाल-जवाब किए। मास्टर ट्रेनरों ने बताया कि मतदाताओं की सुविधा के लिए 18वें लोकसभा आम चुनाव के दौरान भारत निर्वाचन आयोग की ओर से अनेक ऑनलाइन मोबाइल ऐप शुरू किए हुए हैं जो मतदाताओं के साथ-साथ उम्मीदवारों के लिए भी काफी फायदेमंद हैं। इन एप्स का प्रयोग करके मतदाता व उम्मीदवार सरलतम तरीके से घर बैठे ही चुनाव से संबंधित नवीनतम जानकारियां ले सकते है तथा अपनी समस्याओं का समाधान पा सकते हैं।
उन्होंने कहा कि निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार 18 साल का कोई भी युवक या युवती अपना वोट बनवाना चाहता है तो वह वोटस.ईसीआई.इन पर ऑनलाइन आवेदन कर सकता है। इसी प्रकार भारत निर्वाचन आयोग ने सी-विजिल के नाम से एक मोबाइल ऐप शुरू किया है। इस मोबाइल ऐप को डाउनलोड कर कोई भी नागरिक आदर्श आचार संहिता की कहीं अवहेलना हो रही है तो उसकी फोटो या वीडियो बनाकर अपनी शिकायत भेज सकता है, जिसका निवारण निर्वाचन कार्यालय की ओर से 100 मिनट के अंदर किया जाएगा। भारत निर्वाचन आयोग ने कैंडिडेट नॉमिनेशन एप्लीकेशन के नाम ऑनलाईन नामांकन पत्र दाखिल करने के लिए भी से एक ऐप बनाया है। कोई भी प्रत्याशी इस ऐप का प्रयोग कर अपने आवेदन को इस ऐप पर ऑनलाइन दर्ज करवा सकता है। इसमें ऑनलाइन भुगतान के माध्यम से अपनी जमानत राशि जमा करने का विकल्प प्रदान किया गया है। एक बार आवेदन दर्ज होने के बाद उम्मीदवार कैंडिडेट सुविधा ऐप का प्रयोग कर अपने आवेदन की आगामी कार्यवाही पर नजर रख सकते हैं।
उन्होंने कहा कि रिटर्निंग अधिकारियों के लिए आयोग ने एनकोर के नाम से एक सॉफ्टवेयर तैयार किया है। इसमें उम्मीदवारों का आवश्यक डाटा फीड रहता है। उम्मीदवारों की संपत्ति के विवरण को देखने के लिए भारत निर्वाचन आयोग ने शपथ पत्र पोर्टल बनाया है। इस ऐप पर किसी उम्मीदवार की चल-अचल संपत्ति, हलफनामे को ऑनलाइन देखा जा सकता है। निर्वाचन आयोग ने बूथ ऐप के माध्यम से मतदाताओं की डिजिटल पहचान करने की सेवा शुरू की है। मतदाता वोटर हेल्पलाइन ऐप को अपने ईपीआईसी कार्ड से जोड़कर अपनी मतदाता पर्ची को डाउनलोड कर सकते हैं। वोटर टर्नआउट ऐप में कुल जनसंख्या के अनुपात में बने वोटों की संख्या को देखा जा सकता है। दिव्यांगजनों की सुविधा के लिए आयोग ने पीडब्ल्यूडी ऐप आरंभ किया है। इस ऐप का प्रयोग कर दिव्यांगजन अपने नाम, मतदाता पहचान पत्र आदि की जांच कर सकता है। इस मौके पर सुनील व रणबीर भी उपस्थित थे।