असीम गोयल का आधिकारिक पदनाम परिवहन मंत्री नहीं बल्कि राज्यमंत्री, परिवहन
सरकारी फाईलों में टी.एम. नहीं बल्कि एम.टी. का होगा प्रयोग — हेमंत
चंडीगढ़– आज से एक माह पूर्व 19 मार्च को हरियाणा में नायब सिंह सैनी के नेतृत्व में बनी भाजपा सरकार के कैबिनेट (मंत्रिपरिषद) का पहला विस्तार किया गया था जिसमें शामिल किए गए 7 राज्य मंत्रियों (स्वतंत्र कार्यभार) में अम्बाला शहर से भाजपा विधायक असीम गोयल नन्योला भी शामिल थे. इसके बाद 22 मार्च को प्रदेश के राज्यपाल द्वारा मुख्यमंत्री से परामर्श के बाद जब सभी नव-नियुक्त कैबिनेट मंत्रियों और राज्य मंत्रियों को विभाग आबंटित किये गए तो असीम को प्रदेश सरकार में दो विभाग – ट्रांसपोर्ट (परिवहन) और महिला एवं बाल विकास दिए गये.
अंबाला शहर निवासी पंजाब एवं हरियाणा में हाईकोर्ट एडवोकेट और कानूनी विश्लेषक हेमंत कुमार ने बताया कि बेशक असीम गोयल को उपरोक्त दोनों विभागों का स्वतंत्र कार्यभार प्रदान किया गया है परन्तु इसका यह अर्थ नहीं है कि उनका आधिकारिक पदनाम ट्रांसपोर्ट मिनिस्टर (टी.एम.) अर्थात परिवहन मंत्री होगा बल्कि चूँकि राज्य मंत्री का दर्जा (बेशक वो स्वतन्त्र कार्यभार अर्थात इंडिपेंडेंट चार्ज हो) कैबिनेट मंत्री से नीचे ही होता है, इसलिए असीम गोयल का सही पदनाम राज्य मंत्री, परिवहन अथवा परिवहन राज्य मंत्री होगा. हालांकि अगर असीम गोयल को कैबिनेट स्तर का मंत्री बनाकर परिवहन विभाग अलाट किया जाता, तो निस्संदेह उनका पदनाम परिवहन मंत्री ही होता.
बहरहाल, बीते दिवस 18 अप्रैल 2024 इस विषय पर हरियाणा सरकार के मंत्रिमंडल सचिवालय द्वारा एक आदेश जारी कर गत माह नायब सिंह सैनी की सरकार में मुख्यमंत्री के तौर पर उनके अतिरिक्त सभी 13 मंत्रियों के वरिष्ठता क्रम के अनुसार नाम, पदनाम, संक्षिप्त पदनाम एवं उन्हें अलाट विभागों का स्पष्ट तौर पर आधिकारिक उल्लेख किया गया है.
हेमंत ने बताया कि उपरोक्त 18 अप्रैल के आदेश अनुसार अम्बाला शहर से भाजपा विधायक असीम गोयल नन्योला का नाम नायब सिंह सैनी मंत्रिपरिषद की वरिष्ठता क्रम में नंबर 10 पर है. उनसे ऊपर मुख्यमंत्री एवं 6 कैबिनेट मंत्री जबकि दो राज्य मंत्री (स्वतंत्र कार्यभार) नामत: सीमा त्रिखा एवं महिपाल ढांडा वरिष्ठता से असीम से ऊपर हैं.
इसी आदेश में असीम गोयल का पदनाम राज्य मंत्री, परिवहन और संक्षिप्त पदनाम एम.टी. दर्शाया गया है. एम.टी. का अर्थ होता है मिनिस्टर ऑफ़ स्टेट फॉर ट्रांसपोर्ट. इसका अर्थ प्रदेश की सभी सरकारी फाईलों में असीम का आधिकारिक पदनाम राज्य मंत्री, परिवहन या परिवहन राज्य मंत्री और संक्षिप्त पदनाम एम.टी. ही दर्शाया जाएगा. हालांकि मनोहर लाल खट्टर की पूर्व सरकार में जब मूल चंद शर्मा और उससे पहले जब कृष्ण लाल पंवार प्रदेश के परिवहन विभाग के कैबिनेट मंत्री थे, तो उन दोनों का संक्षिप्त पदनाम टी.एम. अर्थात ट्रांसपोर्ट मिनिस्टर ही होता था.