निःशुल्क होम्योपैथिक चिकित्सा शिविर का मरीजों से उठाया लाभ।
विश्व होम्योपैथिक दिवस आयोजन की श्रृंखला में श्रीकृष्ण आयुष विश्वविद्यालय के होम्योपैथी चिकित्सा केंद्र द्वारा सोमवार को ब्रह्म सरोवर के तट पर सोमवती अमावस्या के पावन अवसर पर जनसामान्य के लिए निःशुल्क होम्योपैथी चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया। 250 के लगभग मरीजों ने इसका लाभ उठाया। शिविर का शुभारंभ कुलपति प्रो. वैद्य करतार सिंह धीमान और माधव सेवा समिति के प्रधान पवन अग्रवाल, कोषाध्यक्ष अजमेर सिंह द्वारा किया गया। इस अवसर पर कुलपति प्रो. वैद्य करतार सिंह धीमान ने कहा कि होम्योपैथिक चिकित्सा प्रणाली व्यक्ति के स्वास्थ्य को बनाए रखने और लंबे समय से असाध्य बने रोगों के इलाज के लिए कारगर है। होम्योपैथिक चिकित्सा में न केवल इलाज किया जाता है, इसके साथ ही रोग के कारण को जड़ से खत्म कर, व्यक्ति को पूर्ण रूप से स्वस्थ किया जाता है। जिसके चलते वर्तमान में होम्योपैथी चिकित्सा पद्धति का इस्तेमाल भारत सहित कई यूरोपीय देशों में व्यापक रूप से किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि होम्योपैथिक चिकित्सा पद्धति में किया जाने वाला इलाज कुछ अलग है। एलोपैथी दवाएं मुख्य रूप से रोग के लक्षणों को कम करने पर ज्यादा बल देती है, मगर होम्योपैथिक दवाओं की मदद से व्यक्ति के स्वास्थ्य को बल प्रदान किया जाता है। ताकि वह स्वयं रोग से लड़ सके। इसके साथ ही होम्योपैथिक चिकित्सा में मरीज को रोगों से लड़ने की दवाओं के साथ-साथ उसे अन्य कई उपचार भी दिए जाते हैं, जिसमें मानसिक रूप से सहारा देना भी शामिल है। होम्योपैथिक चिकित्सक डॉ. कुलजीत कौर ने कहा कि चिकित्सा शिविर होम्योपैथी के जनक डॉ. सैमुएल हैनिमैन के जन्मदिवस के आयोजन की श्रृंखला में लगाया गया है। ताकि नागरिकों को होम्योपैथिक चिकित्सा के प्रति जागरूक किया जा सके। होम्योपैथिक चिकित्सा में हर तरह की बीमारी का इलाज संभव है। जैसे बच्चों में खांसी-जुकाम, बिस्तर पर पेशाब, वजन व कद न बढ़ना। वहीं किडनी स्टोन, बवासीर, नाक की हड्डी बढ़ना, डायबिटीज, थायराइड, त्वचा संबंधी रोग और महिलाओं से सम्बन्धित सभी तरह की बीमारियों में होम्योपैथिक चिकित्सा कारगर है। आयुर्वेद अध्ययन एवं अनुसंधान संस्थान अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. राजेंद्र सिंह ने बताया कि संस्थान द्वारा समय अनुसार ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में पारंपरिक चिकित्सा पद्धति के प्रति लोगों को जागरूक करने और ज्यादा से ज्यादा लोगों का रुझान इस ओर बढ़े इसके लिए निःशुल्क शिविर का आयोजन किया जाता है। शिविर में रोगियों के स्वास्थ्य की जांच विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा की गई। इसके साथ ही निःशुल्क दवाएं भी वितरित गई। इसमें ब्लड शुगर से लेकर अन्य कई बीमारियों के संबंध में मरीजों को जानकारी और इलाज दोनों दी गई। चिकित्सा शिविर में बच्चों, स्त्री और बुजुर्गों के लिए अलग से काउंटर बनाए गए थे। इस अवसर पर सहायक चिकित्सा अधीक्षक डॉ. सुरेंद्र सहरावत, डॉ रिया शर्मा, डॉ. दीपक सांगवान व अन्य मौजूद रहे।