इंडिया गठबंधन के तहत आम आदमी पार्टी के लोकसभा प्रत्याशी डॉ. सुशील गुप्ता के लाडवा के गांवों और वार्डों में दौरे शुरू
जब कुरुक्षेत्र में कोई प्रत्याशी नहीं मिला तो नवीन जिंदल को डराकर लाई भाजपा : डॉ. सुशील गुप्ता
अब भाजपा के नेता और कार्यकर्ता कह रहे कि वो केवल दरी बिछाने के लिए रह गए हैं: डॉ सुशील गुप्ता
जब इंडिया गठबंधन बना तब से भाजपा की उल्टी गिनती शुरू हो गई: डॉ सुशील गुप्ता
लाडवा/कुरुक्षेत्र, 29 मार्च
आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और कुरुक्षेत्र लोकसभा से ‘इंडिया’ गठबंधन के प्रत्याशी डॉ. सुशील गुप्ता ने शुक्रवार को लाडवा विधानसभा के गांव एवं वार्ड में चुनावी यात्रा शुरू की। इस मौके पर विधायक मेवा सिंह, पूर्व विधायक रमेश गुप्ता, अमरीक सिंह, नायब सिंह, अमन गुप्ता, , डॉ. मनीष यादव, हरप्रीत चीमा, गुरदेव सुरा, जगदीप कौर, गुलशन शर्मा, सुभाष, गुरप्रीत सैनी और संदीप वाल्मीकि मौजूद रहे।
उन्होंने अपनी चुनावी यात्रा श्री जयराम आश्रम केबीडी ऑफिस ब्रह्मसरोवर से शुरू की। इसके बाद वे गांव जंधेड़ा में लोगों से मिले। वहां से छलौंदी में ग्रामीणों से रूबरू हुए। इसके बाद बनी गांव में पहुंचे, जहां उन्हें लड्डुओं से तोला गया और पूर्व विधायक के यहां जलपान किया। यहां से गांव बदरपुर, गांव बन, गांव बुढ़ा, बपदी, बपदा, बडौंला, भूत माजरा और गांव समालखा पहुंचकर लोगों को संबोधित किया और आशीर्वाद लिया। इस दौरान उन्होंने बुजुर्गों और महिलाओं का आशीर्वाद लिया और “इंडिया” गठबंधन को भारी बहुमत से जिताने की अपील की। यात्रा का समापन शाम को लाडवा के वार्ड-14 में हुआ।
डॉ. सुशील गुप्ता ने कहा लोग सोच रहे हैं कि एक दूसरे का विरोध करने वाली कांग्रेस और आम आदमी पार्टी का गठबंधन कैसे हुआ। यह गठबंधन भारत का संविधान और लोकतंत्र को बचाने के लिए बना है। उन्होंने कहा कि इंडिया गठबंधन बना है तब से भाजपा को इंडिया शब्द से डर लगने लगा है और स्टार्ट अप इंडिया, मेक इन इंडिया, खेलो इंडिया का नारा देने वाली भाजपा हर जगह से इंडिया शब्द को हटाने पर लगी हुई है। लेकिन भाजपा जो मर्जी करले जीतेगा तो इंडिया ही।
उन्होंने कहा कि आज तक जीतने भी चुनाव हुए उसमें भाजपा के 30-35% से ज्यादा वोट कभी नहीं आए। लेकिन विपक्ष बिखरा हुआ होता था इसलिए भाजपा जीत जाती थी। इससे भाजपा में हड़प्पा पहुंच गया कि इनकी उल्टी गिनती शुरू हो गई है। तो इन्होंने विपक्षी नेताओं को गिरफ्तार करना शुरू कर दिया। हिंदुस्तान के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है कि भाजपा दो हाजिर मुख्यमंत्रियों को गिरफ्तार किया है। क्योंकि भाजपा को हार का डर है और चुनावी प्रचार से नेताओं को रोकना चाहती है।
उन्होंने कहा कि हरियाणा और कुरुक्षेत्र में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के कार्यकर्ता भाजपा की जमानत जब्त कराने में लगे हैं। 10 साल से हरियाणा और केंद्र में सरकार होने के बावजूद भाजपा को कुरुक्षेत्र से लड़ने के लिए उम्मीदवार नहीं मिला। भाजपा ने सोशल मीडिया पर कपड़े के थान की तरह उम्मीदवार बदले। जब कोई नहीं मिला तो नवीन जिंदल को लेकर आए। जो नवीन जिंदल कह रहा था मुझे चुनाव नहीं लड़ना। तो भाजपा ने नवीन जिंदल और संदीप गर्ग को ईडी डर दिखाकर भाजपा में ज्वाइन करवाया। नवीन जिंदल ने 2022 में भाजपा को 182 करोड रुपए का चंदा दिया। प्रधानमंत्री मोदी जिस नवीन जिंदल को कोयला चोर कहते थे वह पता नहीं आज कोहिनूर कैसे हो गया।
उन्होंने कहा कि कुरुक्षेत्र से नवीन जिंदल को टिकट देने पर अब भाजपा के कार्यकर्ता कह रहे हैं कि हम तो बस दरी बिछाने के लिए रह गए। उन्होंने कहा कि भाजपा का नारा तो 400 पार और प्रत्याशी ले रखा उधार। हरियाणा में अब भाजपा की दाल गलने वाली नहीं है। भाजपा नवीन जिंदल को डराकर लाई है, लेकिन जो सांसद डरा हुआ हो वो जनता का क्या भला करेगा। लेकिन जब किसान आंदोलन था तो हमने हमेशा पीएम मोदी की आंख में आंख डालकर बात की है। क्योंकि अरविंद केजरीवाल ने हमें सिखाया है कि भगवान और भाइयों के सिवा किसी से नहीं डरना।
उन्होंने कहा कि कुछ लोग यहां वोट काटने के लिए आए हैं। ताकि दोबारा भाजपा का राज आ जाए। जब राज्यसभा और उपराष्ट्रपति का चुनाव हुआ था तो दुष्यंत और अभय चौटाला ने भाजपा के पक्ष में वोट किया था। इसलिए इन लोगों से भी बचकर रहना है। नवीन जिंदल 10 साल कुरुक्षेत्र से सांसद रहने के बावजूद कभी भी किसी के दुख सुख में शामिल नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल और भूपेंद्र हुड्डा ने नवीन जिंदल से चुनाव लड़ने के लिए पूछा था तब मना कर दिया, लेकिन मोदी लठ दिखाया तो मैदान में आ गया।
उन्होंने कहा कि मैं शिक्षा और चिकित्सा के क्षेत्र में धर्मार्थ कार्यों ने जुड़ा रहा हूं। मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि हर दुख सुख की घड़ी में आपके बीच रहकर जनसेवा करूंगा। उन्होंने कहा कि मैं आपको बता देना चाहता हूं अरविंद केजरीवाल ने मुझे सिखाया है या तो जनता से डरना है और या भगवान से डरना है। संसद में कुरुक्षेत्र की आवाज गूंजेगी।