श्रीलंका के कोलंबो में शुरू हुआ अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव, रंगोली, गीता श्लोकोच्चारण, फैंसी ड्रेस प्रतियोगिताओं में विभिन्न स्कूलों से लगभग 2 हजार प्रतिभागियों ने की शिरकत, महोत्सव श्रीलंका में शिल्प बाजार, प्रदर्शनी का हुआ परंपरा अनुसार शुभारंभ

डॉ. राजेश वधवा

कुरूक्षेत्र। मुख्यमंत्री मनोहर लाल के प्रयासों से अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव का आगाज श्रीलंका कोलंबो में मंत्रोच्चारण और परंपरा अनुसार हुआ। इस महोत्सव के पहले दिन ही हजारों बच्चों ने फैंसी ड्रेस, रंगोली, गीता श्लोकोच्चारण और सांस्कृतिक कार्यक्रमों जैसी प्रतियोगिताओं में शिरकत करके महोत्सव के प्रति अपने उत्साह और जोश को दर्शाने का काम किया। इस महोत्सव के आयोजन में प्रदेश सरकार और कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड का महत्वपूर्ण योगदान रहा है।
कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड के मानद सचिव उपेंद्र सिंघल से मिली जानकारी के अनुसार अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव का शुभारंभ श्रीलंका की राजधानी कोलंबो में हो चुका है। इस महोत्सव के पहले दिन फैंसी ड्रेस, रंगोली, गीता श्लोकोच्चारण और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन हुआ। इन प्रतियोगिताओं में श्रीलंका के विभिन्न स्कूलों के लगभग 2 हजार विद्यार्थियों ने अपनी पारम्परिक रंग-बिरंगी वेशभूषा और स्कूली ड्रेस में भाग लिया। इन विद्यार्थियों ने अपनी रंगोली में पवित्र ग्रंथ गीता के संदेश को उकरने का अनोखा प्रयास किया। इन प्रयासों की हर किसी ने प्रशंसा की और श्रीलंका के अधिकारी और गणमान्य लोगों ने भी विद्यार्थियों की प्रतिभाओं को खूब सराहा है।
कुरुक्षेत्र 48 कोस तीर्थ निगरानी कमेटी के चेयरमैन मदन मोहन छाबड़ा ने कहा कि श्रीलंका की राजधानी कोलंबों में 1 मार्च से 3 मार्च तक चलने वाले अंतर्राष्टï्रीय गीता महोत्सव का जोश और उल्लास के साथ शुभारंभ हो गया है। इस महोत्सव में गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद के आशीर्वाद से पवित्र ग्रंथ गीता के उपदेश आम जन मानस तक पहुंचेंगे। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल के प्रयासों से शुरू किए गए अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव ने एक बड़ा स्वरूप धारण कर लिया है। इस महोत्सव के माध्यम से देश-विदेश में भारतीय संस्कृति, सभ्यता और संस्कारों को जन-जन तक पहुंचाया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि 2 मार्च को सुबह 9 बजे से लेकर 9.30 बजे तक सेमिनार के लिए पंजीकरण का कार्य शुरू होगा, 9 बजे से लेकर रात्रि 9 बजे तक प्रदर्शनी, शिल्प बाजार और पुस्तक मेला पर्यटकों के लिए खुला रहेगा, सुबह 9.30 बजे से लेकर 10.45 मिनट तक पवित्र ग्रंथ गीता की जरुरत विषय पर सेमिनार का प्रथम सत्र शुरू होगा, 10.45 मिनट से 11 बजे तक सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे, 11 बजे से लेकर 12.15 तक पवित्र ग्रंथ गीता की तकनीकी पहलुओं के विषय को लेकर सेमिनार का दूसरा सत्र चलेगा, 12.15 बजे से लेकर 12.30 बजे तक सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे, दोपहर 2 बजे से लेकर 3. 30 बजे तक पवित्र ग्रंथ गीता को लेकर सेमिनार का तीसरा सत्र शुरू होगा, 3.30 बजे से लेकर 4 बजे तक सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे, 5 बजे से लेकर 7 बजे तक अंतर्राष्ट्रीय गीता डीकोर्स का आयोजन होगा, 7 बजे से लेकर 9.30 बजे तक डिपार्टमेंट ऑफ हिंदू अफेयर्स की तरफ से एसवीसीसी स्टेट डांसिंग और म्यूजिक के सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति होगी तथा महोत्सव के दूसरे दिन के अंत में रात्रि 9.30 बजे से लेकर रात्रि 11.30 बजे म्यूजिक शो का आयोजन होगा।

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