कुरुक्षेत्र 21 फरवरी जल बचाने व जल सिचांई प्रबन्धन के लिए मीकाडा और हरियाणा गा्रमीण विकास संस्थान नीलोखेड़ी के सहयोग से जिला परषिद कुरूक्षेत्र के पंचायत भवन में 19 फरवरी से 21 फरवरी तक खंड लाडवा, पिपली व थानेसर के किसानों के लिए एक-एक दिवसीय जिला प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में लगभग 200 किसानों ने भाग लिया, जिसका आज समापन दिवस था। इस कार्यक्रम में जल समितियों के अधिकार उदेश्य और कर्तव्यों के बारे में जानकारी दी गई।
नीलोखेड़ी से आए प्रशिक्षक लखविन्द्र कुमार व जसविन्द्र सिंह ने जल बचाने के लिए सूक्ष्म सिचांई के बारे में बताते हुए कहा कि जल समिति के द्वारा ही जल का सही प्रबन्धन किया जा सकता है। मीकडा से एसडीओ जितेन्द्र ने माईक्रो इरिग्रेशन, सूक्ष्म सिंचाई, योजना के तहत डिप इरिग्रेशन मिनी स्प्रिंकलर से फसल का उत्पादन बढ़ाने व कम पानी में उतम फसल सिंचाई के बारे में जानकारी दी व अपने विभाग की तकनीकी जानकारी की सभी किसानों के साथ साझा की। हरियाणा सरकार द्वारा हर खेत को पानी देने की योजना को धरातल पर उतारने के लिए किसानों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। मीकाडा से जेई गुरमीत सैनी व दीपक कुमार ने भी अपने विचार किसानों साझा किए। परियोजना अधिकारी जिला परिषद कुरूक्षेत्र सुशीला ने किसानों का जल प्रबन्धन व घरेलु उपयोग किए जाने वाले पानी का कम से कम किया जाए ताकि आने वाली पीढिय़ों के लिए जल को सुरक्षित किया जा सके साथ ही उन्होंने बताया कि जल एक अमुल्य प्राकृतिक संसाधन है, जिसे बचाया जाना बहुत आवश्यक है।
नीलोखेड़ी से आए प्रशिक्षकों द्वारा किसानों सूक्ष्म सिंचाई योजना के तहत किसानों की आय बढ़ाने के बारे में जागरूक किया और ग्रामीण परिवेश में किस तरह हम व्यवहार में परिर्वतन करके भी जल बचा सकते हैं। कार्यक्रम के तहत मीकाडा की विभिन्न योजनाओं के बारे में विस्तार से बताया गया। सरकार द्वारा अटल भूजल के गांव में 100 प्रतिशत अनुदान माइक्रो इरिग्रेशन के लिए दिया जाता है। नहरी खालों पर सूक्ष्म सिंचाई स्कीम सरकार द्वारा लगाई जा रही है। इस कार्यक्रम में मीकाडा के अधिकारियों व कर्मचारियों सहित अनेक किसान उपस्थित रहे।

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