मानवता के उत्थान के लिए सामाजिक न्याय आवश्यक : प्रो. प्रीति जैन
कुरुक्षेत्र, 21 फरवरी। कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के यूआईईटी संस्थान में एनसीसी कैडेट के लिए सामाजिक न्याय दिवस के अवसर पर आयोजित व्याख्यान कार्यक्रम में बतौर मुख्य वक्ता विधि विभाग की प्रोफेसर डॉ. प्रीति जैन ने कहा कि सामाजिक न्याय मानवता के उत्थान के लिए अति आवश्यक है। समाज में विभिन्न वर्ग में समरसता, सद्भाव और समान अवसर प्रदान करने के लिए सामाजिक न्याय स्थापित करना चाहिए। कुछ रूढ़िवादी मानसिकता आज भी मानव के अंदर भेदभाव पैदा कर रही है इसलिए ऐसी रुढ़िवादी विचारधारा का हमें डटकर विरोध करना चाहिए। उन्होंने कहा कि समाज में आज भी कुछ वर्ग महिला, दिव्यांगजन, ट्रांसजेंडर, बुजुर्ग, बच्चे, रंगभेद, जाति-धर्म, अमीर-गरीब में विषमता पैदा कर रहे हैं इसलिए इन कुरीतियों को दूर करना अति आवश्यक है।
केयू डीन इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी व निदेशक यूआईईटी संस्थान प्रो. सुनील ढींगरा ने अध्यक्षता करते हुए कहा कि भारतीय संविधान की मूल अवधारणा में सभी वर्ग के नागरिकों को समान अवसर और समान अधिकार मिलने चाहिए ताकि किसी भी इस वर्ग के विकास में किसी प्रकार की बाधा उत्पन्न न हो।
व्याख्यान कार्यक्रम के संयोजक लेफ्टिनेंट डॉ. अजय जांगड़ा ने बताया कि भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के लिए युवाओं को उनके अधिकार और भारतीय संविधान की मूल धारणा का ज्ञान होना अति आवश्यक है।
इस अवसर पर यूआईईटी के राष्ट्रीय कैडेट कोर के विद्यार्थियो के साथ डॉ. ज्योति, डॉ. सोनिया, डॉ. प्रज्ञा चाँदी, डॉ. अमन छाबड़ा, अतुल शर्मा सहित हरिकेश पपोसा आदि मौजूद रहे।