इंटरनेट बंद करने से आंदोलन बंद नही होते,  इंटरनेट सेवा शुरू की जाए : चढूनी

कुरुक्षेत्र, 19 फरवरी।भाकियू (चढ़ूनी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष गुरनाम चढ़ूनी ने कहा कि इंटरनेट बंद किए जाने से लोगों के कारोबार प्रभावित हो रहे है। इंटरनेट बंद करने से आंदोलन बंद नही होते है। उन्होंने सरकार से मांग की कि इंटरनेट सेवा शुरू की जाए। जाट धर्मशाला में पत्रकारों से बातचीत करते हुए गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा दिए गए एमएसपी के परपोजल में कपास, मक्का व दालों के साथ-साथ आयल सीड (सरसों,सूरजमुखी, तोरिया इत्यादि) व बाजरा को भी शामिल किया जाए क्योंकि हरियाणा में मुख्यत: यही फसले उगाई जाती है और इससे फसल विविधीकरण को भी बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने चेताया कि फसलों का एमएसपी निर्धारित करते समय हरियाणा के किसानों का भी ध्यान रखा जाए। कहा कि यदि हरियाणा के किसानों की अनदेखी की गई तो हरियाणा से आंदोलन शुरू कर दिया जाएगा। चढूनी ने कहा कि आयल सीड़ (सरसों, सूरजमुखी) फसलों पर गारंटीड एमएसपी मिलने से देश खाद्य तेलों में आत्मनिर्भर बनेगा और और इसके साथ ही खाद्य तेलों व आयल सीड फसलो का आयात बंद करना चाहिए क्योंकि आयात बंद होने से देश के किसानों की फसल टरढ से ऊपर लाभकारी मूल्य पर बिकेगी। इसके अलावा चल रहे आंदोलन के दौरान हरियाणा में बहुत से किसानों पर 307 के मुकदमे दर्ज किए गए है और काफी किसानों को गिरफ़्तार कर जेल में बंद भी किया गया है उक्त किसानो पर दर्ज नाजायज मुकद्दमे तुरंत प्रभाव से रद्द किए जाए व गिरफ़्तार किसानो को तुरंत रिहा किया जाए। अगर सरकार इन मांगों को नहीं मानती तो 21 फरवरी को आंदोलनकारी संगठनों व केंद्र सरकार के बीच होने वाली मीटिंग के बाद भाकियू(चढ़ूनी) हरियाणा के किसानों को साथ लेकर आगामी रणनीति बनाएगी। इस अवसर पर कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष कर्म सिंह मथाना, मीडिया प्रभारी राकेश बैंस व प्रदेश प्रवक्ता प्रिंस वड़ैच मौजूद रहे।

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