ए मेरी छन्न पछेली हाथां मां चांदी की गुट्ठी…..
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कलाकार देश की अमूल्य धरोहर हैं। अशोक चैधरी
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कुरुक्षेत्र 16 फरवरी। कलाकार सदैव अपने प्रदेश की संस्कृति को जन-जन तक पहुंचाने के लिए तत्पर रहते हैं। लोक कलाकार देश की अमूल्य धरोहर हैं, जिन्हें संजोकर रखना प्रत्येक नागरिक का दायित्व बनता है। अन्य प्रदेशों की भांति हरियाणा की संस्कृति भी अपनी अनूठी पहचान बनाए हुए हैं, जिसे दिन-प्रतिदिन लोक कलाकार आत्मसात करते हुए युवा पीढ़ी तक पहुंचा रहे हैं। ये कहना था मारकण्डा नैशनल काॅलेज के प्राचार्य डा. अशोक चैधरी का। वे हरियाणा कला परिषद द्वारा आयोजित बसंत उत्सव की पांचवी शाम में बतौर मुख्यअतिथि दर्शकों को सम्बोंधित कर रहे थे। मौका था हरियाणा और महाराष्ट्र के लोकनृत्यों पर आधारित कार्यक्रम का। कार्यक्रम की विधिवत शुरुआत मुख्यअतिथि अशोक चैधरी तथा हरियाणा कला परिषद के कार्यालय प्रभारी धर्मपाल गुगलानी, लेखा सहायक रविंद्र कुमार, नीरज सेठी ने दीप प्रज्जवलित कर की। मंच का संचालन विकास शर्मा द्वारा किया गया। आठ दिवसीय बसंत उत्सव की पांचवी शाम हरियाणा और महाराष्ट्र के नाम रही । हरियाणा के रोहतक से सुरेंद्र सिंह के दल ने हरियाणवी नृत्य से कार्यक्रम का आगाज किया। थाली बाजेगी म्हारे धूम माचेगी के माध्यम से बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का सुंदर संदेश दिया। इसके बाद महाराष्ट्र मुम्बई से श्रद्धा के दल ने मुजरा शैली में लावणी की शानदार प्रस्तुति दी। रंग-बिरंगी साड़ियों में स्वर्ण आभूषणों के साथ श्रृंगार रस पर आधारित प्रस्तुति में कलाकारों ने दर्शकों की भरपूर वाहवाही बटौरी। वहीं हरियाणवी लोक कलाकार नम्रता शर्मा ने दीप नृत्य के माध्यम से भगवान राम के जीवन का चित्रण किया। वहीं महाराष्ट्र की सुषमा और साथियों ने सुप्रसिद्ध लावणी अप्सरा आली जैसे ही प्रारम्भ किया दर्शक दीर्घा से लोगों ने तालियों के साथ कलाकारों का साथ देना शुरु कर दिया। कार्यक्रम में लावणी के विभिन्न प्रकार दिखाते हुए महाराष्ट्र के कलाकारों ने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। वहीं हरियाणवी लूर नृत्य कार्यक्रम की शोभा बढ़ाने में कामयाब रहा। हरियाणा के बांगर क्षेत्र की नृत्य विधा को कलाकारों ने बखूबी प्रदर्शित किया। इसके अलावा ए मेरी छन्न पछेली हाथां मां चांदी की गुट्ठी गीत पर हरियाणवी कलाकरो ंने अपनी कला के जौहर दिखाए। अंतिम प्रस्तुति महाराष्ट्र के लावणी की रही, जिसमें गायिका माध्वी ने अपने कलाकारों सहित मराठी नृत्य से दर्शकों का मन मोहा। माध्वी ने जब गाना शुरु किया तो दर्शकों को बाॅलीवुड गायिका कविता कृष्णमूर्ति की याद दिलाई। कलाकारों में पाण्डुरंग, सुमित और शैलेष ने वाद्ययंत्रों के माध्यम से साथ दिया, वहीं नृत्य के माध्यम से सुषमा, स्नेहिल, पूजा, कविता, नयन, सम्पदा तथा निभा ने शानदार प्रस्तुतियां दी। हरियाणवी लोक कलाकारों में अंजलि, खुशी, भूमि, रश्मि, सुनैना, मेघा शर्मा तथा दिव्या शामिल रही। अंत में मुख्यअतिथि डा. अशोक चैधरी ने कलाकारों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया।

बाॅक्स में
बसंत उत्सव में आज रहेगा हरियाणवी पणिहारी व उत्तर प्रदेश का ढेढ़िया नृत्य
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हरियाणा कला परिषद द्वारा 11 से 18 फरवरी तक आयोजित बसंत उत्सव में आज 17 फरवरी को हरियाणवी पणिहारी नृत्य प्रस्तुत किया जाएगा। जिसमें हरियाणा के लोक कलाकार मनोज व साथी प्रस्तुति देंगे। इसके अलावा उत्तर प्रदेश से आनंद किशोर द्वारा ढेढ़िया नृत्य की प्रस्तुति दी जाएगी। कार्यक्रम का समय सायं 6 बजे रहेगा।

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