– रक्तदान है महादान ‐डॉ.रोहित दत्त
अंबाला कैंट – 15 फरवरी, 2024
वीरवार को गांधी मेमोरियल नेशनल कॉलेज ,अंबाला छावनी में प्राचार्य डॉ रोहित दत्त की अध्यक्षता में एवं यूथ रेड क्रॉस सोसाइटी के प्रभारी श्री राकेश कुमार के नेतृत्व में, एन.सी.सी, एन.एस.एस व महिला प्रकोष्ठ इकाई एवं नमीषा फाउंडेशन ट्रस्ट, अंबाला कैंट, ड्रॉप्स ऑफ चेंज, ओस्का के संयुक्त तत्वाधान, में रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में रक्तदाताओं के उत्साह वर्धन के लिए मुख्य अतिथि के रूप में ,श्री सौरभ गुप्ता, चीफ ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट, अंबाला सिटी ,विशेष अतिथि, डॉ मुकेश अग्रवाल, जनरल सेक्रेटरी इंडियन यूथ रेड क्रॉस, हरियाणा समिति ,विशिष्ट अतिथि, डॉ रोहित शर्मा ,स्टेट कोऑर्डिनेटर, इंडिया यूथ रेड क्रॉस सोसायटी, चंडीगढ़, विशिष्ट अतिथि ,डॉ राकेश शर्मा ,पीएमओ सिविल हॉस्पिटल, अंबाला कैंट, सुश्री सुषमा ,सेक्रेटरी, जिला यूथ रेड क्रॉस सोसाइटी, अंबाला सिटी एवं जिला लेवल के कोऑर्डिनेटर ,श्री मनोज ने शिरकत की ।कॉलेज प्राचार्य डॉ रोहित दत्त, श्री के.जे.एस बल्हारा, वाइस प्रेसिडेंट गवर्निंग बॉडी, जी.एम.एन कॉलेज, श्री आलोक गुप्ता, कोषाध्यक्ष जीएमएन कॉलेज गर्वनिंग बॉडी ने सभी अतिथियों का कॉलेज प्रांगण में पहुंचने पर पुष्पगुच्छ देकर स्वागत किया। मुख्य अतिथि श्री सौरभ गुप्ता ने अपने संबोधन में कहा कि रक्तदान को लेकर हमारे देश में कई तरह के जागरूकता अभियान और कैंपेन चलाए जाते हैं ,लेकिन फिर भी आवश्यकता के अनुसार ब्लड रोगी को नहीं मिल पाता है। इसका कारण वे भ्रांतियां हैं जो लोगों के बीच रक्तदान को लेकर फैली हुई है। साथ ही उन फायदों की जानकारी का भी अभाव है जो रक्तदान के बाद हमारे शरीर को मिलते हैं। इसलिए हमें रक्तदान के लिए सही जानकारी प्राप्त करनी होगी और हर परिस्थिति में रक्तदान करना होगा और रक्तदान की मुहिम को आगे बढ़ाने में युवाओं को अपनी अहम भूमिका निभानी होगी। विशेष अतिथि डॉ मुकेश अग्रवाल ,जनरल सेक्रेटरी इंडियन यूथ रेड क्रॉस ,हरियाणा समिति ने जानकारी देते हुए बताया कि विश्व स्वास्थ्य संगठन के मानक के तहत भारत में सालाना एक करोड़ यूनिट रक्त की जरूरत है लेकिन उपलब्ध 70 लाख यूनिट ही हो पाता है यानी करीब 30 लाख यूनिट रक्त के अभाव में हर साल सैकड़ो मरीज दम तोड़ देते हैं ।राजधानी दिल्ली में आंकड़ों के मुताबिक यहां हर साल 350 लाख रक्त यूनिट की आवश्यकता रहती है लेकिन स्वैच्छिक रक्तदाताओं से इसका मैच 30 फ़ीसदी ही जुट पता है। इसलिए हम सब को रक्तदान करने के लिए आगे आना होगा ।आपका एक यूनिट रक्त कई लोगों की जिंदगी बचा सकता है। प्राचार्य डॉ रोहित दत्त ने अपने संबोधन में कहा कि रक्तदान करना महादान माना गया है ।उन्होंने सभी को संबोधित करते हुए कहा कि रक्तदान के माध्यम से रक्त कोशिकाओं में आयरन को कम करके दिल और स्टॉक के खतरे को कम किया जा सकता है। शोध में कहा गया है कि अगर 43 से 61 वर्ष की आयु के व्यक्ति हर 6 माह में रक्तदान करते हैं तो उनके दिल के दौरे और स्ट्रोक होने की संभावना बहुत हद तक कम हो जाती है और साथ ही लगातार रक्तदान से लीवर, फेफड़े, क्लोन और गले के कैंसर के खतरे को भी कम किया जा सकता है ,ऐसा इसलिए होता है क्योंकि शरीर में जमा आयरन स्वस्थ स्तर पर बना रहता है। कॉलेज के यूथ रेड क्रॉस सोसाइटी के प्रभारी एवं कार्यक्रम के संयोजक डॉ राकेश कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि रक्तदान शिविर में स्वयंसेवकों के साथ-साथ कॉलेज के विद्यार्थियों ने भी बढ़-चढ़कर भाग लिया और लगभग 100 यूनिट रक्तदान एकत्रित किया गया।

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