अम्बाला, 12 फरवरी –
13 फरवरी को किसानों के पंजाब से दिल्ली कूच को लेकर जिला अम्बाला में पुलिस प्रशासन द्वारा सभी पुख्ता प्रबन्ध किये गये हैं। इसी कड़ी में आज पुलिस प्रशिक्षण केन्द्र अम्बाला शहर में उपायुक्त डा0 शालीन व पुलिस अधीक्षक जशनदीप सिंह रंधावा ने डयूटी मैजिस्ट्रेट, पैरामिलीट्री फोर्स के कमांडर व अन्य सम्बन्धित अधिकारियों के साथ एक बैठक लेकर उन्हें स्पष्ट निर्देश दिये गये कि कानून व्यवस्था किसी भी सूरत में नही बिगडऩी चाहिए। स्थिति को देखते हुए सम्बन्धित डयूटी मैजिस्ट्रेट 129 सीआरपीसी के तहत जो आवश्यक कार्रवाई की जानी है, उसे करना सुनिश्चित करें। मकसद कानून व्यवस्था को बनाए रखना है।
उपायुक्त डा0 शालीन ने बैठक के दौरान बताया कि 13 फरवरी को किसानों के मार्च को लेकर पिछले एक सप्ताह से बैठक लेकर व अन्य कार्य कर सभी पुख्ता प्रबन्ध किये गये हैं। पुलिस व अन्य जगह से जानकारी के अनुसार 13 फरवरी को शंभू बॉर्डर की तरफ से किसानों के आने की संभावना है। इसको देखते हुए वहां पर सभी व्यापक इंतजाम किये गये हैं। जर्सी बैरिकेट के साथ-साथ अन्य सभी पुख्ता प्रबन्ध है, पुलिस की व्यापक व्यवस्था है। इसके अलावा 13 जगहों पर पुलिस के नाके भी लगाए गये हैं ताकि कहीं पर कानून व्यवस्था न बिगड़े। उन्होंने यह भी बताया कि किसानों को जो यह आंदोलन है और उनकी जो मांगे हैं, वह राष्ट्रव्यापी मुद्दे हैं। यह भी सूचना है कि इस आंदोलन में कुछ शरारती लोग शामिल होकर कानून व्यवस्था को बिगाड़ सकते हैं। हरियाणा सरकार व पंजाब सरकार द्वारा किसी भी तरह आंदोलन किये जाने की परमिशन नही दी गई है। धारा 144 के आदेश पहले से ही जारी कर दिये गये हैं और आमजन को भी यह अवगत करवाने का काम किया गया है कि वह इस तरह के आंदोलन में शामिल न हों। यदि किसी की इसमें संलिप्ता पाई गई तो नियमानुसार कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
उपायुक्त ने सभी तहसीलदारों को निर्देश दिये कि वे आज अपने पटवारियों के माध्यम से सभी गांवों में मुनादी करवाना सुनिश्चित करें कि कोई भी व्यक्ति इस आंदोलन में भाग न लें। उन्होंने डयूटी मैजिस्ट्रेट को भी कहा कि वे जहां पर उनकी डयूटी लगी है, वहां पर नाकों की सभी व्यवस्थाएं जांच लें। अपने साथ सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस द्वारा जो सामान उन्हें उपलब्ध करवाया गया है, जैसे बॉडी प्रोटेक्टर, जैकेट, हैल्मेट व अन्य हैं, उसे रखने बारे तथा गाड़ी में माईक सिस्टम भी रखने बारे निर्देश दिए गये ताकि समय रहते जो भी जानकारी दी जानी है उसे दिया जा सके। शंभू बॉर्डर पर दिन-रात डयूटी मैजिस्ट्रेट व पुलिस की डयूटी लगाई गई है। कोई भी डयूटी मैजिस्ट्रेट व पुलिस ऑफिसर अपनी डयूटी के दौरान नाका न छोड़े। उन्होंने यह भी कहा कि स्थिति के तहत पहले सामने वाले को यह सुनिश्चित करें कि उसने धारा 144 के आदेशों की अवहेलना के साथ-साथ शांति व्यस्था को भंग करने का कार्य किया है, इसके लिये उसे सचेत करें। यदि वह नहीं मानता है तो नियमानुसार कार्रवाई अमल में लाएं। मन में किसी प्रकार का भय न रखें। स्थिति को ध्यान में रखते हुए जो फैसला लेना है, उसे लें। उन्होंने यह भी कहा कि इस दौरान इस बात का भी ध्यान रखा जाए कि किसी से भी गल्त भाषा का प्रयोग न करें।
पुलिस अधीक्षक जशनदीप सिंह रंधावा ने भी सभी को जो आवश्यक हिदायतें बरतनी है, उसे बारे विस्तृत जानकारी दी और यह भी कहा कि कोशिश करें कि नाका नहीं टूटने देना है। धारा 144 के तहत पांच से ज्यादा व्यक्तियों के एक साथ एकत्रित होने, किसी भी तरह का जमावड़ा न करने, हैवी मशीनरी साथ लेकर चलने बारे भी प्रतिबन्ध है। इस पूरे मामले में वीडियोग्राफी व अन्य गतिविधियों के माध्यम से स्थिति पर नजर रखी जाएगी। सरकार के निर्देशानुसार सेक्टर 10 राजीव गांधी खेल स्टेडियम को अस्थाई तौर पर जेल बनाने का काम किया गया है। यदि कोई भी कानून को अपने हाथ में लेता है तो उन्हें लोकल पुलिस थानों के लॉकअप में ले जाने का काम किया जाएगा, हर नाके पर बस की व्यवस्था भी की गई है। उन्होंने यह भी बताया कि सुरक्षा की दृष्टि से मीडिया के लिये भी स्थान निर्धारित किया गया है।
बैठक में एएसपी सृष्टि गुप्ता, पूजा डाबला, एसडीएम दर्शन कुमार, एसडीएम बिजेन्द्र सिंह, एसडीएम यश जालुका, नगराधीश विश्वजीत सिंह, नगर निगम के संयुक्त आयुक्त पुनीत कुमार के साथ-साथ अन्य सम्बन्धित अधिकारी मौजूद थे।