बाबैन राकेश शर्मा
बाबैन का बस स्टैण्ड पिछले काफी वर्षो से अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा आलम ये है बाबैन का बस स्टैण्ड जोकि पिछले काफी वर्षो से चुनावी मुद्दा भी बनता है और लोकसभा चुनाव के साथ विधानसभा चुनाव में प्रत्येक राजनीतिक दलों के प्रत्याशी पूरी जोर शोर से जनता के बीच में उठाते है और वोट रूपी आशीर्वाद लेने में सफल हो जाते है उसके बाद फिर चुनावी मुद्दों के पिटारे से ये मुद्दा बाहर आता है और फिर खत्म हो जाता है
वर्षो बीत जाने के बाद भी, सुध लेने वाला कोई नहीं
बाबैन लाडवा मार्ग पर स्थित बस स्टैण्ड को क्षेत्र की सहूलियत के लिए वर्ष 2004 में चौटाला सरकार में बनाया गया था उस समय क्षेत्र के विधायक बंता राम हुआ करते थे। लेकिन वर्षो बीत जाने के बाद ना हालत बदले और ना ही हालात और उस समय का साक्षी वह पत्थर जिसको सरकारी विभाग और क्षेत्र की जनता के सामने आमजन को समर्पित किया था वह भी कभी का गायब हो गया।
करोड़ों रुपए खर्च कर बाबैन बस स्टैण्ड का जहां आमजन को कोई लाभ नहीं पहुंच रहा वही अब अंदर से लेकर और इसके आसपास लगे गन्दगी के ढेर सरकार के संपूर्ण स्वच्छता अभियान की भी पोल खोल रहे है। जिस अभियान में मंत्री से लेकर संतरी तक हाथ में झाड़ू लेकर सफाई के दावे कर रहे थे। और वह भी केवल सुर्खियां बटोरने तक ही सीमित रह गया है। वही दुकानदारों ने बताया की यदि बस स्टैंड नहीं शुरू करवा सकते कम से कम इस गन्दगी से निजात तो दिलवा ही सकते है। क्योंकि बस स्टैंड के अंदर और बाहर गंदा पानी खड़ा है जिसके कारण मक्खी मच्छर इस पानी में पनपते है और बीमारी का मुख्य कारण बनते जा रहे है।
क्या कहते है बाबैन संजीव सिंगला
जब इस विषय को लेकर गांव के सरपंच संजीव सिंगला से बात की गई तो उन्होंने बताया की बस स्टैण्ड को सुचारू रूप से चलवाने के लिए भरसक प्रयास किए गए। नवीनीकरण के लिए बजट भी पास करवाया गया था लेकिन वो राशि भी वापिस चली गई। और जब इसको लेकर अन्य ग्रामीणों के द्वारा अदालत का दरवाजा खटखटाया गया तो अदालत ने साफ तौर पर कहा की जिस स्थान पर बस स्टैण्ड बना हुआ है वह तालाब की जगह पाई गई और तालाब की जगह पर कोई अन्य कार्य नहीं किया जा सकता। वही सरपंच संजीव सिंगला ने बताया की परिवहन विभाग ने पत्र के माध्यम से जानकारी भी है।
वही दूसरी ओर सरपंच संजीव सिंगला ने बताया की परिवहन विभाग के द्वारा पत्र के माध्यम से बताया गया की यदि बस स्टैण्ड का निर्माण करवाया जा चुका है लेकिन यदि ग्राम पंचायत जगह उपलब्ध करवाए तो बस सेल्टर बनाया जा सकता ।