अम्बाला, 6 फरवरी
11 फरवरी को जिला अम्बाला में आयोजित होने वाली एचसीएस एवं अलाईड सर्विसीज की प्रारम्भिक परीक्षा बेहद महत्वपूर्ण है और इस परीक्षा को लेकर सरकार भी गंभीर है। हमें इस परीक्षा को निष्पक्ष, शांतिपूर्वक एवं नकलरहित सम्पन्न करवाना है। उपायुक्त डा0 शालीन आज पंचायत भवन अम्बाला शहर के सभागार में इस परीक्षा के दृष्टिगत डयूटी मैजिस्ट्रेट, सैंटर सुपरवाईजर व अन्य सम्बन्धित अधिकारियों के साथ बैठक ले रहे थे। इस मौके पर उनके साथ डीएसपी रमेश कुमार, आरटीए सुशील कुमार, नगर निगम के संयुक्त आयुक्त पुनीत कुमार, जिला शिक्षा अधिकारी सुरेश कुमार मौजूद रहे।
उपायुक्त डा0 शालीन ने बैठक के दौरान सभी अधिकारियों को स्पष्ट किया कि परीक्षा के दृष्टिगत हरियाणा पब्लिक सर्विस कमीशन द्वारा जो हिदायतें जारी की गई हैं उसकी शत प्रतिशत पालना सुनिश्चित होनी चाहिए। किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाशत नहीं की जायेगी। उन्होने बताया कि जिला अम्बाला में 11 फरवरी रविवार को प्रथम चरण के तहत प्रात: 10:00 बजे से दोपहर 12 बजे व दूसरे चरण के तहत सांय 03.00 बजे से 05.00 बजे तक आयोजित होगी। परीक्षा के दृष्टिगत 39 परीक्षा केन्द्र बनाए गये हैं जिनमें अम्बाला शहर में 28 व अम्बाला छावनी में 11 परीक्षा केन्द्र शामिल हैं। इन परीक्षा केन्द्रों पर 11184 परीक्षार्थी परीक्षा देंगे। परीक्षा को नकल रहित करवाने के दृष्टिगत अपराधिक प्रक्रिया संहिता 1973 की धारा 144 के तहत आदेश जारी भी किए गये हैं।
उन्होने डयूटी मैजिस्ट्रेट को निर्देश दिए कि वे परीक्षा वाले दिन निर्धारित समय के तहत खजाना कार्यालय से पेपर लेना सुनिश्चित करें और उसके बाद उसे परीक्षा केन्द्रों में सैंटर सुपरवाईजर को देना सुनिश्चित करें। इस दौरान पेपर को लेने और जमा करवाने की भी रिसिविंग लेना सुनिश्चित करें। उन्होने यह भी कहा कि डयूटी मैजिस्ट्रेट सरकारी वाहनों का ही प्रयोग करना सुनिश्चित करेंगे, अन्य कोई वाहन प्रयोग नहीं होना चाहिए। ट्रेजरी सेे परीक्षा केन्द्र के लिए जो रूट है उस रूट को ही वे प्रयोग करें। सैंटर सुपरवाईजर भी यह सुनिश्चित करेंगे कि परीक्षा वाले दिन जो इनविलेटर उन्होने लगाए हैं वे आई कार्ड पहनना सुनिश्चित करेंगे। कोई भी व्यक्ति बिना आई कार्ड के नहीं होगा। परीक्षा से पहले सम्बन्धित अधिकारी सैंटरों का मुआयना करें और वहां पर सभी व्यवस्थाएं जैसे पेयजल व्यवस्था, शौचालय की व्यवस्था, सिटिंग की व्यवस्था तथा अन्य जो व्यवस्थाएं है वे सब ठीक हैं उसका निरीक्षण कर लें। यदि कोई सुधार करवाना है तो उसे समय रहते करवाएं। उन्होने यह भी कहा कि परीक्षा वाले दिन सैंटरों पर मोबाईल पर पूरी तरह से प्रतिबंध रहेगा। कोई भी व्यक्ति अपने साथ मोबाईल लेकर नहीं जायेगा। परीक्षा के लिए जो सैंटर बनाए गये हैं वहां पर लैंडलाईन की व्यवस्था होनी चाहिए और उसका ही प्रयोग होना चाहिए। परीक्षा के दौरान यदि कोई अप्रिय घटना होती है तो तुरंत सैंटर सुपरवाईजर इसकी सूचना जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन को देना सुनिश्चित करेगा।
उन्होने अधिकारियों को यह भी कहा कि उन्होने पहले भी परीक्षाओं का सफलपूर्वक आयोजन करवाया है। उसी उर्जा के साथ वे बेहतर समन्वय बनाकर 11 फरवरी को आयोजित होने वाली परीक्षा का सफलतापूर्वक आयोजन करवाएं। यातायात व्यवस्था के दृष्टिगत पुलिस द्वारा भी बेहतर प्रबंध किए जायेंगे तथा पुलिस भी यह सुनिश्चित करेगी कि सैंटरों के बाहर 200 मीटर की परिधि में कोई भी व्हीकल व जमावड़ा नहीं होना चाहिए। परीक्षा के दृष्टिगत एचपीएससी द्वारा जो टीम सीसीटीवी कैमरे, जैमर के लिए लगाई गई है वे भी 10 फरवरी को सम्बन्धित सैंटरों में रिपोर्ट करना सुनिश्चित करेंगे और समय रहते यहां पर सीसीटीवी कैमरों और जैमर की व्यवस्था करेंगी ताकि परीक्षा का सफलतापूर्वक आयोजन हो सके। उपायुक्त ने सैंटर सुपरवाईजर को यह भी कहा कि शिक्षण संस्थानों में कैमरे लगे होते हैं, सम्बन्धित सुपरवाईजर यह सुनिश्चित करेंगे कि इन कैमरों में रिकार्डिंग भी हो। परीक्षा वाले दिन सभी कमरों में सिटिंग की बेहतर व्यवस्था हो, दीवार घडी की भी व्यवस्था होनी चाहिए। उपायुक्त ने यह भी कहा कि धारा 144 के आदेश जारी कर यह भी सुनिश्ति करने के निर्देश दिए हैं कि परीक्षा वाले दिन यानि 11 फरवरी को सभी फोटोस्टेट मशीने व कोचिंग सैंटर बंद रहेंगे।
उपायुक्त ने बैठक के क्रम में यह भी कहा कि परीक्षा वाले दिन कोई भी अभ्यार्थी अपने साथ मोबाईल फोन, इलैक्ट्रोनिक डिवाईज, पर्स या कीमती सामान अपने साथ लेकर न आए। क्योंकि परीक्षा केन्द्रों में इन्हें ले जाने पर प्रतिबंध रहेगा। इस मौके पर डयूटी मैजिस्ट्रेट, सैंटर सुपरवाईजर व अन्य सम्बन्धित अधिकारीगण मौजूद रहे।