बाबैन राकेश शर्मा
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बाबैन में अधिकांश स्वास्थ्य सुविधाओं का टोटा होने के कारण क्षेत्र के लोगों को अनेक असुविधाओं का सामना करने पर मजबूर होना पड़ रहा है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में डाक्टरों के कई पद रिक्त होने के कारण मरीजों को निजी चिकित्सकों के भरोसे ही जीना पड़ रहा है। ब्लॉक सरपंच एसोसिएशन बाबैन के प्रधान दुनी चन्द टाटका ने प्रदेश सरकार से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में नये डाक्टर नियुक्त करने की करने की मांग की है ताकि स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर लोगों का परेशानी ना हो। क्षेत्र के लोगों का कहना है कि इस सीएचसी में एमरजैंसी के समय मरीजों को आवश्यक स्वास्थ्य सुविधाएं न मिलने के कारण मरीजों को अन्य अस्पतालों में रैफर करना पड़ता है। सडक़ दुर्घटना के अलावा अन्य बड़ी घटना के समय भी इस स्वास्थ्य केंद्र में मरीजों के लिए प्रर्याप्त स्वास्थ्य सुविधाएं नहीं है जिसके कारण मरीजों की जान तक को खतरा हो जाता है। समाजसेवी महेन्द्र सिंह, प्रवीण कुमार, अभिषेक कुमार का कहना है कि क्षेत्र के 25-30 गांवों का प्रमुख स्वास्थ्य केंद्र होने के बावजूद इस सीएचसी में कई महीनों से डाक्टरों के कई पद खाली पड़े है। उनका कहना है कि इस स्वास्थ्य केंद्र में एक्सरे मशीन जैसी आम सुविधा भी उपलब्ध नहीं है। लोगों का कहना है कि अस्पताल में डाक्टर न रहने के कारण डाक्टरों व अन्य स्टाफ के रहने के लिए बने सरकारी आवास अब खंडहर का रुप धारण कर चुके है। अस्पताल में स्टाफ के लिए बने क्वार्टरों में भी अस्पताल के स्टाफ के न रहने के कारण उसमें जंगली घास ने अपना जमा लिया है और वह बड़े-बड़े सांपों की शरण स्थली बन गया है। क्षेत्र के लोगों ने इस स्वास्थ्य केंद्र में प्रर्याप्त स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करवाने के अलावा अस्पताल में ही डाक्टरों के रहने की सुविधा उपलब्ध करवाने की मांग की है ताकि लोगों को स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर दिन रात कोई परेशानी ना हो।