पिहोवा 23 दिसंबर अंतर्राष्ट्रीय गीता जयंती महोत्सव उपमंडल पिहोवा में दो दिन के लिए आयोजित किया गया था। शनिवार को देर सायं आरती के साथ गीता जयंती महोत्सव का समापन किया गया। सायं की आरती में मुख्य अतिथि के तौर पर नगर पालिका प्रधान आशीष चक्रपाणि ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की।
नगर पालिका प्रधान आशीष चक्रपाणि ने कहा कि देर सायं को आयोजित आरती में उपमंडल पिहोवा के लोगों ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया तथा आरती का गुणगान किया। उन्होंने कहा कि धर्मनगरी पिहोवा के इतिहास में एक धार्मिक और पौराणिक इतिहास है। विभिन्न अवसरों पर इस तीर्थ के सरोवर में स्नान करने से पापों से मुक्ति मिलती है। पवित्र सरस्वती तीर्थ की महाआरती से कर्म करने की शक्ति मिलती है। इस शक्ति से समाज सेवा में अपना योगदान दिया जा सकता है। इसलिए प्रत्येक मनुष्य को कर्म करने का संदेश लेने के लिए इस पवित्र भूमि पर जरुर आना चाहिए और पवित्र ग्रंथ गीता के संदेशों को अपने जीवन में धारण करके उनका अनुसरण करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि प्रात: कार्यक्रमों में विभिन्न राज्यों से आए कलाकारों ने अपनी कला के माध्यम से समा बांधे रखा तथा लोगों को झूमने पर मजबूर कर दिया। गीता जयंती आयोजित करने का मुख्य उद्देश्य आमजन को तथा भावी पीढ़ी को गीता के ज्ञान से अवगत करवाते रहना है। उन्होंने कहा कि गीता के उपदेशों को समझने के साथ-साथ इन्हें अपने जीवन में भी धारण करना जरूरी है। उन्होंने आने वाले वर्षों में भी इसी प्रकार से गीता जयंती समारोह को सफल बनाने में सभी के सहयोग की कामना की तथा समारोह के सफल आयोजन पर उन्होंने प्रशासन का धन्यवाद भी किया। इस मौके पर तहसीलदार प्रियंका, उप-प्रधान सुरेंद्र ढींगरा, राकेश पुरोहित मंडल अध्यक्ष, नगर पालिका सचिव मोहन लाल सहित सभी विभागों के अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित थे।