नपा चेयरमैन आशीष चक्रपाणी व नपा इस्माईलाबाद के उपाध्यक्ष रेशम सिंह ने किया जिला स्तरीय गीता महोत्सव का शुभारंभ, कलाकारों ने प्रस्तुत किए रंगारंग कार्यक्रम, दीप प्रज्वलित कर किया गया जिला स्तरीय गीता महोत्सव का शुभारंभ
पिहोवा 22 दिसंबर भगवान श्रीकृष्ण ने कुरुक्षेत्र की पावन धरा से पूरे विश्व को गीता के उपदेश दिए। इस पवित्र ग्रंथ गीता के उपदेश आज भी पूरे विश्व के लिए प्रासंगिक है। इसलिए इस धार्मिक नगरी का महत्व पूरे विश्व में है। इस पावन धरा पर हर वर्ष अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव परम्परागत और हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। ये शब्द नगरपालिका प्रधान आशीष चक्रपाणि ने बतौर मुख्य अतिथि कहे। इस मौके पर उन्होंने दीप प्रज्जवलित कर अंतरराष्ट्रीय गीता जयंती महोत्सव के जिला स्तरीय समारोह का शुभारंभ किया। इस मौके पर उनके साथ नपा इस्माईलाबाद उप-प्रधान रेशम सिंह, उपमंडल अधिकारी नागरिक सोनू राम, तहसीलदार प्रियंका सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। एसीजी स्कूल के छात्रों द्वारा सरस्वती वंदना व गीता भाषण से अंतरराष्ट्रीय गीता जयंती महोत्सव के जिला स्तरीय समारोह का उद्घाटन उपमंडल पिहोवा के सरस्वती तीर्थ पर किया गया।
नगर पालिका प्रधान आशीष चक्रपाणि ने कहा कि पवित्र ग्रंथ गीता में दिए ज्ञान में मानव की हर समस्या का समाधान निहित है। गीता के श्लोकों का स्मरण करने से जहां मन को शांति मिलती है वहीं हमारे आध्यात्मिक ज्ञान में भी वृद्घि होती है। इस महोत्सव ने पूरी दुनिया में अपनी एक पहचान बना ली है। यह महोत्सव आमजन का महोत्सव बन चुका है और पूरे देश और विदेश के लोग इस महोत्सव के साथ जुड़ चुके है। उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव की उपमंडल वासियों को बधाई और शुभकामनाएं देते हुए कहा कि इस महोत्सव में हर साल भाी संख्या में लोग आते है। इस महोत्सव में शहर की तमाम सामाजिक व धार्मिक संस्थाए अपनी भागीदारी कर रही है। यह महोत्सव 23 दिसंबर तक चलेगा और सायंकालीन कार्यक्रमों का आनंद पर्यटक उठा सकेंगे।
जिलास्तरीय गीता जयंती महोत्सव के शुभारंभ अवसर पर उपमंडल अधिकारी नागरिक सोनू राम ने आए हुए लोगों को गीता जयंती महोत्सव के आयोजन की शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव में देश भर से आए कलाकारों ने मदमस्त होकर अपने-अपने प्रदेश के लोक नृत्य को प्रस्तुत किया। विभिन्न प्रदेशों के कलाकारों ने गीता महोत्सव में समा बांधा और पर्यटकों ने तालियां बजाकर न केवल कलाकारों का अभिवादन स्वीकार किया, बल्कि उनकी प्रस्तुति की जमकर सराहना की और लोक नृत्यों पर जमकर डांस किया। अहम पहलू यह है कि विभिन्न प्रदेशों के कलाकारों ने अलग-अलग प्रस्तुति देकर पर्यटकों को तालियां बजाने पर मजबूर कर दिया। भारत के इन सांस्कृतिक झरोखों को देखकर पर्यटक भाव-विभोर हो गए।
अंतर्राष्टï्रीय गीता जयंती महोत्सव में बाबा श्रवण नाथ स्कूल के बच्चों द्वारा श£ोकोच्चारण व कृष्णा-राधा पर आधारित नृत्य, आर्बर ग्रोवर स्कूल के बच्चों द्वारा कत्थक, राम प्रसाद शर्मा राजस्थानी द्वारा कच्ची घोड़ी, सतबीर एंड पार्टी गुजरात द्वारा सिद्दी धमाल तथा खेमराज एंड पार्टी द्वारा कूडे नृत्य की प्रस्तुति दी गई। समारोह में साधु सिंह सैनी, राकेश पुरोहित मंडल अध्यक्ष, सुरेंद्र धींगड़ा, सयपाल कौशिक, रविकांत कौशिक, योगेश लक्की, दीपक, रोकी शर्मा, नायब तहसीलदार सुरेश, बीईओ वीरेंद्र गर्ग, नगर पालिका सचिव मोहन लाल, मार्केट कमेटी के सचिव चंद्र सिंह सहित सभी विभागों के अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित थे।
पिहोवा 22 दिसंबर भगवान श्रीकृष्ण ने कुरुक्षेत्र की पावन धरा से पूरे विश्व को गीता के उपदेश दिए। इस पवित्र ग्रंथ गीता के उपदेश आज भी पूरे विश्व के लिए प्रासंगिक है। इसलिए इस धार्मिक नगरी का महत्व पूरे विश्व में है। इस पावन धरा पर हर वर्ष अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव परम्परागत और हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। ये शब्द नगरपालिका प्रधान आशीष चक्रपाणि ने बतौर मुख्य अतिथि कहे। इस मौके पर उन्होंने दीप प्रज्जवलित कर अंतरराष्ट्रीय गीता जयंती महोत्सव के जिला स्तरीय समारोह का शुभारंभ किया। इस मौके पर उनके साथ नपा इस्माईलाबाद उप-प्रधान रेशम सिंह, उपमंडल अधिकारी नागरिक सोनू राम, तहसीलदार प्रियंका सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। एसीजी स्कूल के छात्रों द्वारा सरस्वती वंदना व गीता भाषण से अंतरराष्ट्रीय गीता जयंती महोत्सव के जिला स्तरीय समारोह का उद्घाटन उपमंडल पिहोवा के सरस्वती तीर्थ पर किया गया।
नगर पालिका प्रधान आशीष चक्रपाणि ने कहा कि पवित्र ग्रंथ गीता में दिए ज्ञान में मानव की हर समस्या का समाधान निहित है। गीता के श्लोकों का स्मरण करने से जहां मन को शांति मिलती है वहीं हमारे आध्यात्मिक ज्ञान में भी वृद्घि होती है। इस महोत्सव ने पूरी दुनिया में अपनी एक पहचान बना ली है। यह महोत्सव आमजन का महोत्सव बन चुका है और पूरे देश और विदेश के लोग इस महोत्सव के साथ जुड़ चुके है। उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव की उपमंडल वासियों को बधाई और शुभकामनाएं देते हुए कहा कि इस महोत्सव में हर साल भाी संख्या में लोग आते है। इस महोत्सव में शहर की तमाम सामाजिक व धार्मिक संस्थाए अपनी भागीदारी कर रही है। यह महोत्सव 23 दिसंबर तक चलेगा और सायंकालीन कार्यक्रमों का आनंद पर्यटक उठा सकेंगे।
जिलास्तरीय गीता जयंती महोत्सव के शुभारंभ अवसर पर उपमंडल अधिकारी नागरिक सोनू राम ने आए हुए लोगों को गीता जयंती महोत्सव के आयोजन की शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव में देश भर से आए कलाकारों ने मदमस्त होकर अपने-अपने प्रदेश के लोक नृत्य को प्रस्तुत किया। विभिन्न प्रदेशों के कलाकारों ने गीता महोत्सव में समा बांधा और पर्यटकों ने तालियां बजाकर न केवल कलाकारों का अभिवादन स्वीकार किया, बल्कि उनकी प्रस्तुति की जमकर सराहना की और लोक नृत्यों पर जमकर डांस किया। अहम पहलू यह है कि विभिन्न प्रदेशों के कलाकारों ने अलग-अलग प्रस्तुति देकर पर्यटकों को तालियां बजाने पर मजबूर कर दिया। भारत के इन सांस्कृतिक झरोखों को देखकर पर्यटक भाव-विभोर हो गए।
अंतर्राष्टï्रीय गीता जयंती महोत्सव में बाबा श्रवण नाथ स्कूल के बच्चों द्वारा श£ोकोच्चारण व कृष्णा-राधा पर आधारित नृत्य, आर्बर ग्रोवर स्कूल के बच्चों द्वारा कत्थक, राम प्रसाद शर्मा राजस्थानी द्वारा कच्ची घोड़ी, सतबीर एंड पार्टी गुजरात द्वारा सिद्दी धमाल तथा खेमराज एंड पार्टी द्वारा कूडे नृत्य की प्रस्तुति दी गई। समारोह में साधु सिंह सैनी, राकेश पुरोहित मंडल अध्यक्ष, सुरेंद्र धींगड़ा, सयपाल कौशिक, रविकांत कौशिक, योगेश लक्की, दीपक, रोकी शर्मा, नायब तहसीलदार सुरेश, बीईओ वीरेंद्र गर्ग, नगर पालिका सचिव मोहन लाल, मार्केट कमेटी के सचिव चंद्र सिंह सहित सभी विभागों के अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित थे।