सांध्यकालीन महाआरती में शहर की धार्मिक और सामाजिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने की शिरकत, भजन संध्या कार्यक्रम में शानदार भक्ति गीतों ने महोत्सव में भरा भक्ति का रस
कुरुक्षेत्र 8 दिसंबर विश्व प्रसिद्घ ब्रहमसरोवर के पावन तट पर गीता महाआरती से कुरुक्षेत्र की फिजा में अंतर्राष्टï्रीय गीता महोत्सव-2023 की महक फैल गई। इस महाआरती से अंतर्राष्टï्रीय गीता महोत्सव-2023 की दूसरे दिन की सांध्यकालीन गीता आरती का आगाज हुआ। ब्रहमसरोवर की फिजा को शंखों व वाद्य यंत्रों से निकली धुनों ने जहां पूरे वातावरण में भक्तिरस भर दिया।
शहर की धार्मिक और सामाजिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने शुक्रवार को देर सायं ब्रहमसरोवर पुरुषोतमपुरा बाग में महोत्सव की दूसरे दिन की गीता महाआरती कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। इससे पहले शिव मंदिर सेक्टर 7 की उपप्रधान माया रानी, सचिव रमेश गोयल, आरडब्लयूए सेक्टर 7 के प्रधान अमरनाथ मनोचा, सेवानिवृत न्यायाधीश प्रमोद कौशिक, सतपाल शर्मा, जयपाल सैनी, अमित रोहिल्ला, जीएल नागपाल ने अंतर्राष्टï्रीय गीता महोत्सव पर ब्रहमसरोवर की महाआरती और पूजा-अर्चना की तथा दीपशिखा प्रज्ज्वलित कर विधिवत रुप से कार्यक्रम का शुभारम्भ भी किया। संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने एक स्वर में कहा कि अंतर्राष्टï्रीय गीता महोत्सव में हर वर्ष देश-विदेश से लाखों लोग आते है और बड़े स्तर पर होने वाले कार्यक्रमों का आनंद लेते रहे है। इस वर्ष भी देश व प्रदेश से पर्यटक महोत्सव का आनंद लेने के लिए पहुंचने शुरु हो गए है। ब्रह्मसरोवर का कुरुक्षेत्र के इतिहास में एक धार्मिक और आध्यात्मिक जुड़ाव है। विभिन्न अवसरों पर इस तीर्थ के सरोवर में स्नान करने से पापों से मुक्ति मिलती है और पुण्य की प्राप्ति होती है। इसलिए इस पवित्र सरोवर की महाआरती करके मन को एक सुखद अनुभूति का अहसास होता है।