अम्बाला, 24 नवम्बर: कार्तिक मास में तुलसी विवाह का विशेष महत्व है। जिसके चलते आज अम्बाला शहर के पीपली बाजार स्थित परशुराम मंदिर में तुलसी-शालीग्राम विवाह धूमधाम से मनाया गया। इसके महत्व को बताते हुए मंदिर के पंडित पंकज डिमरी ने बताया कि कार्तिक माह में जो श्रद्धालु तुलसी और शालिग्राम का विवाह करते हैं, उनके पिछले जन्मों के पाप नष्ट हो जाते हैं और पुण्य की प्राप्ति होती है। तुलसी जी भगवान विष्णु की अति प्रिय है। तुलसी विवाह के दिन घर में स्त्रियां इनके विवाह की तैयारी में लगी रहती हैं। कार्तिक एकादशी के अगले दिन तुलसी विवाह मनाया जाता है। माँ तुलसी और भगवान शालिग्राम का विवाह होने के बाद तुलसी का पौधा ब्राह्मण को दान करना चाहिए ऐसा करना शुभ माना जाता है। तुलसी का विवाह कराने से सभी तरह की अड़चन और बाधाएं दूर होती है। विवाह कराने वालों को जीवनभर वैवाहिक सुख की प्राप्ति होती है। इस उपलक्ष्य में पंडित पंकज डिमरी  द्वारा धूमधाम से हवन यज्ञ करवाया गया और विधिविधान से तुलसी शालीग्राम के फेरे करवा कर विवाह संपन्न करवाया गया। धूमधाम से शालीग्राम जी की बारात शहर के पीपली बाजार स्थित परशुराम मंदिर से शहर की परिक्रमा करते हुए शुक्ल  कुंड रोड,नदी मोहल्ला, जुल्म गढ़, काजीवाड़ा इत्यादि एरिया में बारात का स्वागत किया गया। इस बारात में महेश दत्त वशिष्ठ माधव शर्मा सोमनाथ शर्मा, हरि कृष्णशर्मा,राजेश राव, राम प्रसाद तिवारी,सुरेंद्र कुमार शर्मा, जुगल किशोर शर्मा, सीमा मेहता और एरिया वासियों ने बढ़ चढ़कर भाग लिया और अपने-अपने घरों में बारात का स्वागत किया और जलपान का आयोजन भी किया गया।

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