कुरुक्षेत्र, 16 नवंबर। कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के मालवीय मिशन टीचर्स ट्रेनिंग सेंटर (एमएम-टीटीसी) गुरुवार को “साइबर अपराध और साइबर सुरक्षा“ विषय पर आयोजित एक दिवसीय वेबिनार के पहले सत्र में दिल्ली विश्वविद्यालय के विधि संकाय के सहायक प्रोफेसर डॉ. परीक्षित सिरोही ने कहा कि साइबर जागरूकता ही साइबर संबंधी समस्याओं का समाधान है। उन्होंने भारत में साइबर अपराधों के कानूनी-सामाजिक-राजनीतिक ढांचे पर प्रकाश डाला।
दूसरे सत्र में विधि विभाग, हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के डीन व अध्यक्ष प्रो. संजय सिंधु ने भारत में साइबर अपराधों और साइबर कानूनों के बदलते आयामों के वर्तमान रुझानों पर प्रकाश डाला। वहीं तीसरे सत्र में निरमा विश्वविद्यालय, अहमदाबाद (गुजरात) के कंप्यूटर विज्ञान और इंजीनियरिंग विभाग के प्रो. सुदीप तंवर ने प्रतिभागियों को 5जी स्पेक्ट्रम के लिए ब्लॉकचेन प्रौद्योगिकी की अवधारणा और सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र में इसके भविष्य से परिचित कराया।
अंतिम सत्र में बिट्स पिलानी के कंप्यूटर विज्ञान विभाग के सह-प्राध्यापक डॉ. अमित दुआ ने राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ साइबर अपराधों को पढ़ने के महत्वपूर्ण पहलू और तुलनात्मक रूप से नई श्रेणी के अपराधों से निपटने के दौरान कानून प्रवर्तन एजेंसियों के सामने आने वाली समस्याओं पर प्रकाश डाला।
एमएम-टीटीसी की निदेशिका प्रो. प्रीति जैन ने प्रतिभागियों को प्रोत्साहित किया तथा वेबिनार के उद्देश्य व दृष्टिकोण को आगे बढ़ाने का सुझाव दिया। कार्यक्रम के समन्वयक व कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के पंचवर्षीय विधि संस्थान के सहायक प्रोफेसर जतिन कालोन ने सभी तकनीकी सत्रों का समन्वय किया तथा सभी संसाधन व्यक्तियों का स्वागत किया।