महर्षि वाल्मीकि ने रामायण में समानता, समरसता और सद्भाव का संदेश दिया है
बाबैन, 28 अक्तूबर: बाबैन ब्लॉक के कई गाँवों में शनिवार को महर्षि वाल्मीकि जी की जंयती धूमधाम से मनाई गई। जिनमें नेता एवं समाजसेवी संदीप गर्ग ने मुख्यातिथि के रूप में शिरकत की व लोगों को जयंती की बधाई दी।
समाजसेवी संदीप गर्ग ने कहा कि महर्षि वाल्मीकि आदि कवि यानि पहले कवि थे, जिन्होंने रामायण महाकाव्य की रचना की। महर्षि वाल्मीकि ने धार्मिक ग्रंथ रामायण की रचना कर भारतीय संस्कृति की आधारशिला रखी। हम सभी ने रामायण के आदर्शो से सच्चाई और मर्यादा को निभाने का प्रण लेना चाहिए ताकि हम मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम के बताए रास्ते पर चलें। उन्होंने कहा कि आध्यात्मिक ज्ञान, कठोर तप व त्याग की भावना से परिपूर्ण महर्षि वाल्मीकि एक महान ऋषि बने, जिन्होंने अपने दिव्य ज्ञान से पवित्र ग्रन्थ रामायण की रचना कर अपनी भविष्य की पीढिय़ों को धर्म, आध्यात्मिकता व चरित्रवान बनने का संदेश दिया। हमारा देश ऐसे ही महान ऋषियों के जीवन और उनकी अमूल्य शिक्षाओं की मजबूत नींव पर स्थापित है। उन्होंने कहा कि महर्षि वाल्मीकि ने रामायण में समानता, समरसता और सद्भाव का संदेश दिया है। वर्तमान में भी रामायण की प्रासंगिकता को देखते हुए हम सभी देश व समाज की मजबूती के लिए काम करें ताकि देश में समानता, सद्भाव व भाईचारा मजबूत हो और भारतवर्ष को विश्व गुरु का दर्जा प्राप्त हो। सर्व समाज के लोगों को महर्षि वाल्मीकि के दिखाए मार्ग पर चलना चाहिए और अपने बच्चों को भी महान संतों के जीवन से प्रेरणा लेने के लिए जागरुक करना चाहिए। वहीं नेता संदीप गर्ग ने गांव रुड़की, भेणी, बीड कालवा, मंगोली, संघोर, रामशरण माजरा, महुँआ खेड़ी आदि गाँवों में जाकर मंदिरों में माथा टेका व बधाई दी। मौके पर रुड़की सरपंच कुलविन्द्र, राजेश कुमार, प्रवीण कुमार, जसविंद्र सिंह, सुरेश कुमार, महिंद्र सिंह, बिट्टू, रामकुमार, बेबी, विनोद, बख्श कुमार सहित अन्य ग्रामीण मौजूद रहे।