दशहरा पर्व असत्य पर सत्य तथा बुराई पर अच्छाई की जीत का है पर्व : सचिन गर्ग ।
लाडवा 24 अक्टूबर (विजय कौशिक) असत्य पर सत्य और बुराई पर अच्छाई की जीत का पर्व दशहरा पर्व आज लाडवा में बड़े ही हर्षोल्लास पूर्वक एवं धूमधाम से मनाया गया। जिसमें मुख्य पर्व शिवाला रामकुंडी धर्म स्थान एवं धर्मशाला लाडवा द्वारा शिवाला रामकुंडी परिसर में मनाया गया। जिसमें लगभग 55 फीट ऊंचे रावण के पुतले को श्री राम हनुमान राम लीला समिति द्वारा आयोजित रामलीला में श्री राम का अभिनय कर रहे पात्र अमित सिंगल ने रावण के पुतले को अग्नि तीर मार कर दहन कर दिया। वहीं परिसर में एक दशहरा मेला का भी आयोजन किया गया।
शिवाला रामकुंडी समिति द्वारा आयोजित दशहरा पर्व में विधायक मेवा सिंह मुख्यातिथि व प्रसिद्ध समाजसेवी सचिन गर्ग ने कार्यक्रम अध्यक्ष के रूप में शिरकत की। वहीं शिवाला रामकुंडी समिति के प्रधान रोहित गर्ग विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। वहीं श्री राम हनुमान राम लीला समिति लाडवा द्वारा दोपहर 2:00 बजे एक श्री रामचंद्र जी व अन्य पात्रों को लेकर शोभा यात्रा शहर के मुख्य मार्गो से निकाली गई। जिसे जिला परिषद वार्ड 7 के सदस्य जसबीर सिंह पंजेटा ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। शोभा यात्रा का नागरिकों ने जगह-जगह जोरदार स्वागत किया। शोभायात्रा के शिवाला राम कुंडी परिसर में पहुंचने पर लोगों में भारी उत्साह देखने को मिला और मौके पर उपस्थित भारी भीड़ ने जय श्री राम के जोरदार जयगोष के नारे लगाए और श्री राम – रावण का अभिनय कर रहे पात्रों का सेना सहित युद्ध दिखाया गया और अंत में श्री राम के पात्र ने रावण के पुतले का अग्निबाण मार कर दहन कर दिया। जिस पर पंडाल में एकदम खुशी की लहर दौड़ गई। वही रावण के पुतले के दहन से पूर्व मुख्य अतिथि विधायक मेवा सिंह व कार्यक्रम अध्यक्ष सचिन गर्ग व श्रद्धालु गणों ने श्री रामचंद्र जी व लक्ष्मण जी तथा हनुमान जी का अभिनय कर रहे पात्रों की पूजा अर्चना की। वहीं मुख्यतिथियों सहित श्रद्धालुओं ने विद्वान रावण के पुतले की भी पूजा अर्चना की। वहीं कार्यक्रम अध्यक्ष समाजसेवी सचिन गर्ग ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि यह पर्व असत्य पर सत्य तथा बुराई पर अच्छाई की जीत के रूप में मनाया जाता है। इसलिए हमें अपने जीवन में श्री रामचंद्र जी के जीवन से प्रेरणा लेनी चाहिए।
बॉक्स : शिवाला रामकुंडी धर्मस्थान एवं धर्मशाला समिति के प्रधान एवं पार्षद रोहित गर्ग ने बताया कि यह रावण का पुतला उनकी संस्था द्वारा लगभग एक लाख रुपए की लागत से बनाया गया है। जिसकी ऊंचाई लगभग 55 फीट है। उन्होंने कहा कि यह पुतला पानीपत के मुसलमान अफजल ने तैयार किया है। पहले अफजल के पिता सलीमुद्दीन बनाते थे। यह कारीगर पिछले लगभग 50 वर्षों से यह पुतला बना रहे हैं। उन्होंने बताया कि संस्था द्वारा एक मेला भी लगाया गया। जहां पर चाट- पकौड़ी, खेल- खिलौने आदि की दुकाने लगी हुई है।