हरियाणा के 16 जिलों में मौसम विभाग ने बारिश का यलो अलर्ट जारी किया है। इस दौरान गरज-चमक के साथ बारिश होने के आसार बने हुए हैं। इस बूंदाबांदी से दिन के अधिकतम तापमान में कमी तो जरूर आएगी, लेकिन धान के काश्तकारों के लिए मुश्किलें बढ़ेंगी।
बारिश से उनकी सूखी फसल के भीगने का खतरा बन गया है। राज्य की मंडियों में 1509 किस्म के धान की आवक के बाद अब पीआर धान भी आना शुरू हो गया है।
हरियाणा के उत्तर, दक्षिण और दक्षिण पूर्व के जिलों में अलर्ट किया गया है। इनमें पंचकूला, कैथल, कुरुक्षेत्र, करनाल, अंबाला, यमुनानगर, महेंद्रगढ़, रेवाड़ी, झज्जर, गुरुग्राम, मेवात, पलवल, फरीदाबाद, रोहतक, सोनीपत और पानीपत जिले शामिल हैं।
आगे कैसा रहेगा मौसम
राज्य में मौसम 19 सितंबर तक परिवर्तनशील बने रहने के आसार हैं। 16 से 18 सितंबर के दौरान बीच-बीच में उत्तरी व दक्षिणी हरियाणा के जिलों में गरज-चमक व हवाओं के साथ कहीं-कहीं हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना बनी हुई है। राज्य के पश्चिमी जिलों मे कहीं-कहीं बूंदाबांदी या हल्की बारिश की संभावना बन रही है। इसके बाद ही राज्य के तापमान में हल्की गिरावट होना संभावित है। साथ ही लोगों को उमस से राहत मिलेगी।
कल अंबाला में सबसे अधिक हुई बारिश
बीते कल 3 जिलों में झमाझम बारिश हुई। सबसे ज्यादा अंबाला में सुबह 8.30 बजे से शाम 6 बजे तक 24 MM बारिश रिकॉर्ड की गई। इसके अलावा कुरुक्षेत्र में 12.5 MM और सिरसा में 2.0 MM बारिश हुई। यहां गरज-चमक के साथ बारिश हुई और 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं भी चलीं, इससे दिन के अधिकतम तापमान में लोगों ने काफी राहत महसूस की।
7 दिनों में 43% कम बारिश
सितंबर में अभी तक मानसून रूठा हुआ है। सप्ताह भर में सामान्य से 43% कम बारिश हुई है। सूबे में 7 दिनों में 13.5 MM बारिश रिकॉर्ड की गई है, जबकि इसके मुकाबले औसतन 23.6 MM बारिश होती है। मानसून सीजन की बात करें तो सूबे में 1 जून से 14 सितंबर तक 392.3 MM बारिश हुई, जो राज्य में होने वाली औसत बारिश 405.6 7 से 3% कम है।
21 जिलों में सूखे जैसे हालात
हरियाणा के 21 जिलों में बारिश नहीं होने से सूखे जैसे हालात बने हुए हैं। सबसे ज्यादा हालात भिवानी, चरखी दादरी, फतेहाबाद, हिसार, जींद, कैथल, सिरसा में खराब हैं, यहां बारिश ही नहीं हुई। सूबे के दो जिले ऐसे हैं जहां हालात सामान्य बने हुए हैं। इनमें फरीदाबाद और गुरुग्राम जिले शामिल हैं।