पिछले 37 दिन से हड़ताल पर चल रही आशा वर्कर्स प्रदेश सरकार की मुश्किलें बढ़ा सकती हैं। आशाओं ने जहां हड़ताल को अनिश्चितकाल के लिए बढ़ाने का निर्णय लिया वहीं आर-पार की लड़ाई ऐलान किया। आशाओं ने काले कपड़ों के साथ थाली-चम्मच बजाते हुए दादरी विधायक सोमबीर सांगवान और बाढड़ा विधायक नैना चौटाला के निवास पर बवाल काटा। इस दौरान मौके पर मौजूद भारी पुलिस बल तैनात रहा। अाशाओं ने सरकार को सीधे रूप से चेतावनी दी कि मांगे पूरी नहीं होने पर आर-पार की लड़ाई लड़ेंगी। साथ ही आगामी 2024 के चुनावों में भाजपा-जजपा नेताओं को गांव में नहीं घुसने देने की बात भी कही।
बता दें कि आशा वर्कर्स 37 दिन से हड़ताल पर हैं और मांगों को लेकर जिला मुख्यालयों पर धरना देते हुए प्रदर्शन कर रही हैं। दादरी में आशा वर्कर्स यूनियन की प्रदेश उपाध्यक्ष प्रवेश देवी की अगुवाई में आशाओं ने थाली-चम्मच के साथ प्रदर्शन करते हुए रोष प्रकट किया। उनके समर्थन दूसरे विभागों के कर्मचारी भी आए। आशाओं ने लघु सचिवालय से थाली-चम्मच के साथ प्रदर्शन शुरू करते हुए दादरी विधायक सोमबीर सांगवान व बाढड़ा विधायक नैना चौटाला के निवास का घेराव करते हुए काफी देर तक बवाल काटा। प्रवेश देवी ने कहा कि सरकार ने बातचीत का समय देकर मीटिंग को रद्द कर दिया। सरकार उनकी मांगो को पूरा नहीं करना चाहती। जबकि वे 26 हजार वेतन की मांग को लेकर आर-पार की लड़ाई लड़ेंगी। कहा कि सरकार के अड़ियल रवैये के चलते चुनाव के दौरान गांव में आने पर भाजपा व जजपा के नेताओं का विरोध करेंगी और सत्तासीन नेताओं को गांवों में नहीं घुसने देंगे और चुनाव में सरकार को आइना दिखाने का काम करेंगी।