अम्बाला 12 सितम्बर: सेक्टर 9 के निवासियों ने सीवेरज, गंदे पानी की निकासी व जलभराव की समस्या को लेकर डीसी अम्बाला को ज्ञापन सौंप कर कहा है कि हम पिछले 25 वर्षों से पानी भरने और सीवरेज के बंद हो जाने की समस्या का सामना कर रहे हैं। घरों के निर्माण, आवास क्षेत्र में वृद्धि, विकास के कारण इस क्षेत्र में बरसात के समय जल जमाव होने की समस्या वर्षों से बढ़ती जा रही है। अब पिछले 6 से 8 वर्षों से, स्थिति और भी बिगड़ गई है। अब 1/2 घंटे की बारिश के भीतर ही हमारे घरों में गंदा पानी सीवेज से और सड़कों से घुसने लगा है। एक बार जब पानी हमारे घरों के भीतर पहुंच जाता है, तो कम से कम 24 घंटे तक यह हमारे घरों से नहीं निकलता है। जब बारिश ज्यादा होती है, तो 72 घंटे तक यह पानी घरों से नहीं निकलता है। हम अपने घरों में बंद रहने पर मज़बूर हो जाते हैं और आपातकाल में भी अपने घरों से बाहर नहीं जा सकते क्योंकि सभी सड़कों में 2 से 4 फीट की ऊंचाई तक पानी भर गया होता है। हमारे बच्चे स्कूल नहीं जा पाते चाहे उन्हें परीक्षा ही देनी हो, लोग अपने घरों में बंद रहने पर मज़बूर हो जाते हैं। कार्यालय, व्यापार, पेशेवर क्षेत्र, काम आदि जाने में असमर्थ होते हैं। जब अंबाला की सड़कों का पानी सूख जाता है, तब भी हम कम से कम 3 से 4 दिनों तक पानी में ही रहना पड़ता है। सेक्टर 9 के निवासियों ने कई बार प्रशासन व संबंधित अधिकारियों के समक्ष अपनी आवाज उठाई है, लेकिन सब व्यर्थ हो गया है। प्रशासन द्वारा अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। हर अधिकारी को पता है कि हम इस समस्या का सामना कर रहे हैं, लेकिन किसी भी समस्या का समाधान ज़मीन पर होता हुआ नहीं नजर आ रहा है। हमें अधिकारियों से काम होने के सिर्फ आश्वासन ही मिल रहे हैं। हमारी प्रशासन से मांग है कि सेक्टर-9 के सीवरेज़ और बारिश के पानी के ड्रेन बदले जाएं और बड़े ड्रेन फिर से स्थापित किए जाएं, ताकि उनकी सीवरेज और बारिश के पानी को संग्रहण और निपटान की क्षमता बढ़ सके। सभी सीवेज और बारिश के पानी के ड्रेन नियमित अंतराल पर प्राधिकृत प्राधिकरणों की मदद से साफ किए जाएं। सेक्टर 9 के टीपीएस प्वाइंट्स में मोटरों की क्षमता को कम से कम 3 गुना बढ़ा दिया जाए, अर्थात् कम से कम 30 एचपी से 90एचपी तक कर दिया जाए। वर्तमान में टीपीएस प्वाइंट्स सीवेज के लिए काम कर रहे हैं। बरसात के समय, वे वर्षा के पानी की निपटान के लिए उन्हीं मोटरों का उपयोग कर रहे हैं। कृपया वर्षा के पानी के निपटान के लिए अलग व्यवस्था करें। सेक्टर 8, 9, 10 के गुरुद्वारा साहिब की ओर से सेक्टर 9 के बारिश के पानी की निकासी के लिए एक अलग बड़े क्षमता वाले ड्रेन का निर्माण किया जाना चाहिए, क्योंकि यह बारिश के पानी की प्राकृतिक धारा है। प्रशासन ने वाटिका सिटी सेंट्रल के पास पंडित दीन दयाल चौक के पास जो खुला नाला था, उसे बंद कर दिया है। वह नाला सेक्टर 9 में बारिश के पानी के निपटान में उपयोग किया जाता था। उस नाले के बंद हो जाने के साथ ही सेक्टर 9 की स्थिति और भी दयनीय हो गई है, क्योंकि उस दिशा से कोई वर्षा का पानी नहीं बह पा रहा है। उस नाले को पुनः खोलकर उसे उसकी मूल स्थिति में लाया जाए ताकि बारिश के पानी का गतिशील निपटान / निकासी इस नाले से किया जा सके। स्थानीय न्यायालय नाले में गतिशील की दिशा में से सेक्टर 9 के पानी का निपटान ( सतही अवशोषण) से किया जाए। कई जगहों पर पीने के पानी की पाइपलाइन टूट चुकी है और मिट्टी के साथ मिश्रित पीने का पानी हमारे घरों तक पहुंच रहा है। इन स्थानों को चिह्नहित कर पीने के पानी की पाइपलाइनों को पुनः स्थापित करने की आवश्यकता है। इस प्रकार समस्त निपटान प्रणाली जो पूरी तरह से पतनपूर्ण हो चुकी है उसका नए सिरे से निर्माण किया जाए।