बीपीएल कार्ड धारकों के खट्टर सरकार ने जानबूझकर काटे बिजली कनेक्शन: अनुराग ढांडा
कुरुक्षेत्र, 28 अगस्त
आम आदमी पार्टी के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट अनुराग ढांडा के नेतृत्व में सोमवार को आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने बिजली आंदोलन अभियान के तहत पदयात्रा निकली। उन्होंने कहा कि बिजली हरियाणा की सबसे बड़ी समस्या है। प्रदेश के लोग महंगे बिजली बिलों से त्रस्त हो चुके हैं। इसको लेकर पूरे हरियाणा में जोर शोर से बिजली आंदोलन पदयात्रा निकाली जा रही है। आम आदमी पार्टी 7,433 गांवों व वार्डों में अब तक बिजली आंदोलन चला चुकी है। इसके अलावा आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता बिजली आंदोलन के तहत 25 लाख से ज्यादा घरों तक पहुंचे हैं और पंजाब व दिल्ली के बिजली बिलों से हरियाणा के बिलों की तुलना करने का काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा पंजाब में 90% और दिल्ली में 80% घरों को बिजली बिल आ रहा है। हरियाणा में भी आम आदमी पार्टी की सरकार बनने पर एक महीने में 300 और दो महीने में 600 यूनिट बिजली मुफ्त दी जाएगी।
उन्होंने कहा कि बिजली को समस्या बनाने में खट्टर सरकार का सबसे बड़ा योगदान है। हरियाणा में 6 से 8 घंटे तक बत्ती गुल रहती है और ट्यूबवेल के कनेक्शनों का 10 से 12 घंटे का कट रहता है। आम लोगों का 50-50 व 80-80 हजार रुपए बिल आ रहा है। उन्होंने कहा कि दिल्ली और पंजाब में 24 घंटे बिजली मुफ्त मिल रही है जबकि हरियाणा में महंगी बिजली मिल रही है। उन्होंने कहा कि पंजाब में आम आदमी पार्टी ने सरकार बनते ही बकाया बिजली बिलों को माफ कर दिया था। जब पंजाब और दिल्ली में बिजली के बिल माफ हो सकते हैं तो हरियाणा में क्यों नहीं। उन्होंने कहा कि पंजाब में 600 यूनिट तक बिजली बिल जीरो आता है, ट्यूबवेल की बिजली भी फ्री दी जा रही है और सारे बकाया बिल माफ कर दिए हैं। हरियाणा में भी सरकार आते ही 600 यूनिट तक का बिजली बिल जीरो आयेगा।
उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी दिल्ली में बिजली फ्री देने, स्वास्थ्य सुविधा फ्री देने, शानदार स्कूलों में शिक्षा फ्री देने, बस में महिलाओं को फ्री यात्रा, बुजुर्गों को तीर्थ यात्रा फ्री देने और शहीदों के परिवारों को 1 करोड़ की सम्मान राशि देने का काम करती है। आजाद भारत में कोई भी पार्टी शहीदों के परिवार का सम्मान नहीं कर पाई। आम आदमी पार्टी ही एकमात्र ऐसी पार्टी है जो शहीदों के परिवार को एक करोड़ रूपया सम्मान राशि देती है। दिल्ली में सब कुछ मुफ्त देने के बाद भी आम आदमी पार्टी की सरकार मुनाफे में है। हरियाणा में कुछ भी फ्री नहीं फिर भी प्रदेश पर 3 लाख करोड़ रुपये का कर्जा है।
उन्होंने कहा पूर्व सीएम हुड्डा कहते फिरतें हैं कि 300 यूनिट बिजली फ्री देंगे। तो राजस्थान और हिमाचल में क्यों नहीं देते। ये हमारे वादों और घोषणा पत्र को चोरी कर सकते हैं, लेकिन कर नहीं पाएंगे। इन वादों को पूरो केवल आम आदमी पार्टी ही कर सकती है। हरियाणा के लोगों को कार्बन कॉपी पसंद नहीं है। 2024 के चुनाव में जनता आम आदमी पार्टी यानी ओरिजनल पार्टी को वोट करेंगे।
अनुराग ढांडा कहा कि 25 साल कांग्रेस और 8 साल भाजपा ने राज किया प्रदेश को कुछ नहीं दिया। भाजपा ने किसानों, खिलाड़ियों, कर्मचारियों और युवाओं को लाठियों के सिवा कुछ नहीं दिया। खट्टर सरकार लाठियों के जोर पर सरकार चलाना चाहती है। प्रदेश की जनता ने सबको मौका दिया लेकिन प्रदेश में कोई परिवर्तन नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि प्रदेश के लोग इतने भोले हैं, आज भी 24 घंटे बिजली नहीं मांगते। मुख्यमंत्री खट्टर उनको धमकाते हैं कि 8 घंटे से ज्यादा बिजली नहीं मिलेगी सोलर लगवालो। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी की सरकार आने पर प्रदेश के हर गांव में 24 घंटे बिजली मिलेगी। आम आदमी पार्टी ने दिल्ली और पंजाब में करके दिखाया है।
उन्होंने कहा कि पंजाब में आम आदमी पार्टी ने सीएम भगवंत मान के नेतृत्व में मात्र एक साल में 90 प्रतिशत लोगों को बिजली फ्री दी। आम आदमी पार्टी पूरे देश में एक विकल्प बनकर उभर रही है। अरविंद केजरीवाल ने पूरे देश की राजनीति का माहौल बदला। उन्होंने कहा कि 24 घंटे और 200 यूनिट बिजली अरविंद केजरीवाल की सरकार ने सबसे पहले दी। उसके बाद पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार बनी और जो वादे अरविंद केजरीवाल और भगवंत मान ने जनता से किए थे उनको पूरा किया।
उन्होंने कहा कि 300 यूनिट बिजली इस्तेमाल करने पर हरियाणा के लोगों को 2100 रूपए तक देने पड़ते हैं। जबकि पंजाब के लोगों को 300 यूनिट तक 1 रुपए भी नहीं देना पड़ता। एक साल में हरियाणा के लोगों को 25 हजार रुपए से ज्यादा बिजली पर खर्च करना पड़ता है। जबकि पंजाब के लोगों का हर साल इतना पैसा बचता है। हरियाणा में भी आम आदमी पार्टी की सरकार आते ही 300 यूनिट बिजली मुफ्त दी जाएगी और 24 घंटे बिजली दी जाएगी। इससे हरियाणा के हर परिवार को 25 हजार की बचत होगी। वहीं दो मीटर पर 50 हजार रूपए की बचत होगी। आम आदमी पार्टी प्रदेश के हर गांवों में इसी को लेकर बिजली आंदोलन कर रही।
उन्होंने खट्टर सरकार पर निशाना साधते हुए कहा बीजेपी सरकार मारकंडा नदी के तटबंधों को मजबूत करने के लिए गंभीर नहीं है। विधानसभा में भी मुख्यमंत्री खट्टर बोलते हैं कि ऐसी कोई योजना नहीं है। ड्रेन और चैनल की सफाई के लिए ही सरकार की योजना होती है। नदी का कोई तय रास्ता नहीं होने के कारण ऐसा संभव नहीं हो पाता। ऐसा बोलना सरकार की गंभीरता की पोल खोल रहा है।