शोध हेतु प्रत्येक छात्र को मिलेंगे 40 हजार रुपए की वित्तीय सहायता, विद्यार्थियों और शिक्षकों के अनेक मुद्दे हुए हल।

श्रीकृष्णा आयुष विश्वविद्यालय की कार्यकारिणी परिषद (ईसी) की बुधवार को हुई बैठक में 49 प्रस्ताव पारित हुए। जिसमें 6 शिक्षकों की वेतन वृद्धि (एसीपी) को मंजूरी दे दी गई। इसके साथ ही एमडी के छात्र-छात्राओं को शोध हेतु 40 हजार रुपए की वित्तीय सहायता के नियम बनाने के प्रस्ताव पर सभी सदस्यों ने सहमति जताई। वर्तमान कुलपति प्रो. वैद्य करतार सिंह धीमान की अध्यक्षता में यह आयुष विवि की कार्यकारिणी परिषद की 8वीं बैठक थी। बैठक में पिछली कार्यकारिणी परिषद की बैठक के मिनट्स की भी पुष्टि की गई। कुलसचिव डॉ. नरेश भार्गव ने कुलपति प्रो. करतार सिंह धीमान जी का अभिनंदन किया और परिषद के सदस्यों से परिचय करवाया। कार्यकारिणी परिषद की बैठक में एक साल के पंचकर्म सहायक के कोर्स को डिप्लोमा में तब्दील करने की अनुशंसा की गई। वहीं विश्वविद्यालय द्वारा जारी डिप्लोमा और सर्टीफिकेट कोर्स के लिए बनाए गए आयु सीमा के नियम को हटा दिया गया है। अब किसी भी आयु का अभ्यर्थी यूनिवर्सिटी द्वारा चलाए गए कोर्स में निर्धारित नियमों के अनुसार दाखिला पा सकता है। इसके साथ ही परीक्षा नियमों में सुधार व विद्यार्थियों के लिए विभिन्न विषयों के मानक संचालन प्रक्रिया पर विचार मंथन किया गया। जिसके अनुसार विद्यार्थियों के लिए कक्षा में 75 प्रतिशत उपस्थिति अनिवार्य कर दी गई है। कुलपति प्रो. करतार सिंह धीमान की अध्यक्षता में कार्यकारी परिषद की यह पहली बैठक थी l उन्होंने कहा कार्यकारिणी परिषद के सदस्यों द्वारा जो सुझाव दिए जाते हैं वह विश्वविद्यालय के विकास में मिल के पत्थर साबित होते हैं। विश्वविद्यालय में जिस तेज गति से कार्य चल रहे हैं, निश्चित रूप से भविष्य में उसके सुखद परिणाम देखने को मिलेंगे।

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