हरियाणा के सिरसा जिले से विधायक गोपाल कांडा एयरहोस्टेस गीतिका सुसाइड केस से बरी होने के बाद CM मनोहर लाल से मुलाकात कर चुके हैं। इस मुलाकात के बाद राजनीतिक गलियारों में चर्चाएं छिड़ गई हैं कि कांडा की मनोहर मंत्रिमंडल में शामिल होने की इच्छा है।
हालांकि कांडा की यह इच्छा पूरी होती नहीं दिख रही, क्योंकि मंत्रिमंडल में जातिगत समीकरण में वह फिट नहीं बैठते। दूसरा भव्य बिश्नोई उनसे मजबूत दावेदार हैं, तीसरा सरकार को दूसरे निर्दलीय विधायक समर्थन दे रहे हैं। हां, यदि वे देर सवेर अपनी पार्टी हलोपा का भाजपा में विलय करते हैं तो शायद मंत्री पद मिल सकता है।
मंत्रिमंडल में एक वैश्य मंत्री, दूसरा विधानसभा अध्यक्ष
CM मनोहर लाल के मंत्रिमंडल में वैश्य समाज से इस समय हिसार के निकाय मंत्री कमल गुप्ता हैं। साथ ही पंचकूला के विधायक ज्ञानचंद गुप्ता भी हरियाणा सरकार में स्पीकर हैं। स्पीकर का रैंक कैबिनेट मंत्री के बराबर होता है। इसलिए हलोपा विधायक गोपाल कांडा के पक्ष में जातीय समीकरण नहीं हैं।
भाजपा सरकार में इस समय एक ब्राहमण, एक वैश्य, एक सिख, एक दलित, एक गुर्जर, एक पंजाबी, एक यादव सहित 3 जाट मंत्री हैं, जबकि CM पंजाबी, विधानसभा अध्यक्ष वैश्य समाज और डिप्टी स्पीकर प्रजापति समाज से हैं। इसी प्रकार से जजपा से डिप्टी CM दुष्यंत चौटाला और पंचायत मंत्री देवेंद्र बबली जाट समाज से और अनूप धानक दलित समाज से हैं।